False

ट्रैफिक पुलिसकर्मी के साथ हुए दुर्व्यवहार में सांप्रदायिक एंगल नहीं है, वीडियो भ्रामक दावे से वायरल है।

एसपी राजेश कुमार मीना ने स्पष्ट किया कि वायरल घटना में कोई सांप्रदायिक कोण नहीं है। घटना को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। ट्रैफिक पुलिसकर्मी के साथ अभद्रता करने वाला शख्‍स हिंदू था।

आपने पुलिस के कई चेहरे देखे और सुने होंगे लेकिन सोशल मीडिया पर एक वायरल वीडियो में पुलिसकर्मी का जो चेहरा देखने को मिला उसने हर किसी की आंखें नम कर दी है। वायरल वीडियो में एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी को रोते हुए देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर करते हुए सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि राजस्‍थान के चूरू में एक धर्म विशेष के युवक ने हिंदू ट्रैफिक पुलिसवाले को धमकी दी। इस वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

वायरल वीडियो के साथ यूजर्स ने लिखा है- चूरू में गाड़ी हटाने की बात पर विशेष धर्म के युवक ने की हिंदू ट्रैफिक पुलिसकर्मी से अभद्रता की, और कहा की मंत्रीजी की कोठी पर आ जाना, घबराया पुलिसकर्मी सड़क पर ही फूट-फूट कर रोने लगा, ये है कांग्रेस राज में पुलिस तक की हालत तो आम आदमी का क्या होगा और देदो कांग्रेस को वोट, वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ* *सीधी सी बात है अगर सुरक्षित रहना है तो UP की ही तरह BJP को जिताओ।

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अनुसंधान से पता चलता है कि

पड़ताल की शुरुआत में हमने अलग अलग कीवर्डस का इस्तमाल कर वायरल वीडियो के बारे में जानने की कोशिश की। परिणाम में हमें न्यूज 18 में प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के मुताबिक मामला चूरू शहर का है, जहां पर ट्रैफिक के एक पुलिसकर्मी को ड्यूटी करते समय बीच सड़क पर एक दबंग धमका गया। दबंग की इस दबंगई से पुलिसकर्मी बुरी तरह से डर गया। पुलिसकर्मी की बीच सड़क पर रुलाई फूट पड़ी।

पुलिसकर्मी के रोने पर लोगों ने इसका कारण पूछा तो उसने पूरी बात बताई। इस दौरान किसी व्यक्ति ने इसका वीडियो बना लिया। 

ट्रैफिक पुलिस हेड कॉन्स्टेबल जगवीर सिंह ने बताया कि नया बस स्टैंड रोड पर जाम लगा हुआ था। जब उसने जाकर देखा तो वहां एक बस के आग लग्जरी कार खड़ी थी, जिसके कारण जाम की स्थिति बन गई थी। इस पर उन्होंने ड्राइवर को कार हटाने के लिए कहा तो अभद्रता करने लगा। उसने कहा कि बस वाले को हटा दे। बस वाला तेरा दामाद लगता है क्या, उसको कुछ क्यों नहीं बोलते? कार ड्राइवर ने उसको मंत्री की कोठी पर आने और ट्रांसफर कराने की धमकी तक दे डाली।

इस खबर को यहां, यहां और यहां पर भी देखा जा सकता है। 

पड़ताल में आगे हमें दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें एसपी राजेश कुमार मीना ने बताया है कि हेड कॉन्स्टेबल जगवीर सिंह से अभद्रता करने और राजकार्य में बाधा पहुंचाने के आरोपी नरेंद्र सिंह को मंगलवार देर शाम चूरू से राउंडअप कर लिया गया है। इसका मतलब मामले में कोई सांप्रदायिक कोण होता नहीं नजर आ रहा है। 

पड़ताल में आगे चूरू पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को सर्च करने पर हमें 18 अप्रैल 2023 को एक तस्‍वीर के साथ एक पोस्‍ट मिला। पोस्ट में लिखा गया है कि ट्रैफिक पुलिसकर्मी के साथ दुर्व्यवहार व राजकार्य में बाधा उत्पन्न करने वाले आरोपी नरेंद्र निवासी घाँघु पुलिस थाना सदर चूरू को हिरासत में लिया गया।

स्पष्टीकरण के लिए हमने एसपी राजेश कुमार मीना ने संपर्क किया तो उन्होंने हमें स्पष्ट किया कि वायरल घटना में कोई सांप्रदायिक कोण नहीं है। घटना को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। घटना में आरोपी का नाम नरेंद्र सिंह है। ट्रैफिक कॉन्सटेबल के मामले में कोतवाली थाने में एक मामला दर्ज किया गया है। युवक पर पुलिसकर्मी को धमकी देने और राजकीय कार्य में बाधा देने का आरोप है। 

घटना को लेकर डोटासरा ने साधा राठौड़ पर निशाना-

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को रीट्वी्ट करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविन्‍द सिंह डोटासरा ने नेता प्रतिपक्ष राजेन्‍द्र राठौड़ पर हमला बोला। उन्‍होंने अपने ट्वीट में लिखा: राजेंद्र राठौड़ साहब, चूरू की जनता व पुलिसवालों को डरा-धमकाकर चुनाव जीतोगे क्या? कानून के रखवालों पर ज़ुल्म करके क्या संदेश देना चाहते हो आप? कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मी को प्रताड़ित करने के उद्देश्य से अपनी कोठी बुलवाने की बजाय आपको चाहिए कि अपने उदंड कार्यकर्ताओं के कान पकड़ के थाने लाओ।

वहीं इसके जवाब में राजेन्‍द्र राठौड़ ने लिखा कि डोटासरा जी, यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। मैं इस घटना की निंदा करता हूं। मैं स्वयं इस मामले की जानकारी ले रहा हूं कि पुलिसकर्मी के साथ दुर्व्यव्हार की घटना कब व किसके द्वारा की गई। चूरू की धरती नाथी का बाड़ा नहीं है। पुलिसकर्मियों का सम्मान करना चूरू की परम्परा रही है।

निष्कर्ष- 

तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है। ट्रैफिक पुलिसकर्मी के साथ अभ्रदता करने वाला शख्‍स हिंदू था। घटना के बाद उसे हिरासत में ले लिया गया था। घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।

Title:ट्रैफिक पुलिसकर्मी के साथ हुए दुर्व्यवहार में सांप्रदायिक एंगल नहीं है, वीडियो भ्रामक दावे से वायरल है।

Fact Check By: Sarita Samal

Result: False

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