False

मैनहट्टन में एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर के गिवअवे प्रोग्राम में इकट्ठा हुई भीड़ को मुस्लिम दंगाईयों का बता कर वायरल किया जा रहा है।

वीडियो मुसलमानों द्वारा किये गये दंगे का नहीं बल्कि न्यूयॉर्क के मैनहट्टन में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर के गिवअवे प्रोग्राम का है, जिसमें लोगों की भीड़ जमा हुई थी।

हाल ही में देश में हिंदू- मुस्लिम के बीच चल रहे सांप्रदायिक दंगों व हिंसा को लेकर कई वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहे है। उस बीच अमेरिका का एक वीडियो सामने आया है। उसमें आप कई लोगों को रास्ते पर इकट्ठा हुये देख सकते है। आप लोगों को पुलिस पर बोतलें और कई अन्य चीज़े फेंकते हुये भी देख सकते है। दावा किया जा रहा है कि ये लोग मुस्लिम शरणार्थी है जो अमेरिका के न्यूयॉर्क में दंगें कर रहे है।

वायरल हो रहे पोस्ट में यूज़र ने लिखा है, “अब न्यूयॉर्क में भी शरणार्थी मुसलमानों का आतंक जारी है।“

ट्वीटर

अनुसंधान से पता चलता है कि…

इस वीडियो की जाँच के लिये हमने यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च की। हमें इससे मिलते- जुलते कई वीडियो मिले। ये सारे वीडियो 5 अगस्त को प्रसारित किए गए है। जिसको देख कर पता चलता है कि ट्विच स्टार द्वारा आयोजित एक उपहार कार्यक्रम के अराजकता में बदल जाने के बाद शुक्रवार दोपहर हजारों लोगों की भारी भीड़ ने यूनियन स्क्वायर पार्क पर कब्जा कर लिया। ट्विच नामक एक अमेरिकी लाइव स्ट्रीमिंग सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म के इन्फ्लुएंसर काई सेनेट ने प्लेस्टेशन गिवअवे प्रोग्रम न्यूयॉर्क के यूनियन स्क्वायर पर आयोजित किया था। इस वजह से वहाँ हज़ारों की भीड़ में लोग इकट्ठा हो गये थे। जिसके बाद काफी बड़ी तादाद में पुलिस अधिकारियों को इस भीड़ को नियंत्रण करने के लिये तैनात होना पड़ा। वहाँ जमा हुये लोग काबु में नहीं आ रहे थे। नीचे दिये गये वीडियो में आप देख सकते है।

आप देख सकते है कि इन वीडियो में और वायरल वीडियो में काफी मिलती- जुलती तस्वीरें है। जिसे आप नीचे दिये गये तुलनात्मक तस्वीरों में देख सकते है।

इससे हम कह सकते है कि यह वीडियो न्यूयॉर्क के मैनहट्टन में हुये एक गिवअवे इवेंट का है। 

4 अगस्त को प्रकाशित NbcNewyork की रिपोर्ट में बताया गया है कि मैनहट्टन के यूनियन स्कावायर पर गिवअवे इवेंट के चलते हुई अफरा- तफरी की वजह से ट्विच ऐप पर स्ट्रीमिंग के लिये प्रसिद्ध काई सेनेट को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उनके साथ भीड़ में शामिल कई लोगों को भी गिरफ्तार किया था। काई सेनेट ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर इस कार्यक्रम की घोषणा की थी। 4 बजे शुरू होने वाले कार्यक्रम में लोगों ने 3:30 बजे से ही उत्पाद मचाना शुरू कर दिया था। पुलिस का कहना है कि लगभग दो हज़ार लोग इकट्ठा हो गये थे। इस कार्यक्रम में सेनेट मुफ्त प्लेस्टेशन कंसोल और गिफ्ट कार्ड वितरित करने वाले थे।

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। न्यूयॉर्क के मैनहट्टन में कुछ लोगों की भीड़ एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर के गिवअवे प्रोग्राम के लिये इकट्ठा हुई थी। यह दावा गलत है कि ये लोग मुस्लिम शरणार्थी है जो दंगे कर रहे है।

Title:मैनहट्टन में एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर के गिवअवे प्रोग्राम में इकट्ठा हुई भीड़ को मुस्लिम दंगाईयों का बता कर वायरल किया जा रहा है।

Written By: Samiksha Khandelwal

Result: False

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