यह वीडियो दौसा में हुई भारत जोड़ो यात्रा का है। फैक्ट क्रेसेंडो ने इसकी पुष्टि एक पत्रकार से की है।

राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे द्वारा कथित तौर पर किये जा रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ कांग्रेस नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट अजमेर से जयपुर तक पाँच दिन की पदयात्रा कर रहे है। इसको जोड़कर एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। उसमें आप कई लोगों की जनसंख्या को देख सकते है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो सचिन पायलट की जनसंघर्ष रैली में जम हुई भीड़ को दर्शा रहा है।
वायरल हो रहे वीडियो में यूज़र ने लिखा है,
“चिलचिलाती धूप में लगभग एक लाख का कारवां के साथ पायलट साहब की जनसंघर्ष यात्रा अजमेर से जयपुर के लिए रवाना हुई।”
अनुसंधान से पता चलता है कि…
इस वीडियो की जाँच हमने ट्वीटर पर कीवर्ड सर्च कर की। वहाँ हमें यही वीडियो “Lutyens Media” नामक हैंडल पर यही वीडियो 16 दिसंबर 2022 को शेयर किया हुआ मिला। उसके साथ दी गयी जानकारी में बताया गया है कि यह वीडियो दौसा में हुई भारत जोड़ो यात्रा का है। आप नीचे दिये गये ट्वीट में देख सकते है।
चूंकि वीडियो दिसंबर 2022 में शेयर किया गया था, हम समझ गये कि ये हाल ही में चल रही जनसंघर्ष यात्रा का नहीं है। अधिक जानकारी के लिये हमने यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च किया। हमें वायरल वीडियो से मिलते- जुलते दृश्य 16 दिसंबर 2022 को प्रसारित नवभारत टाइम्स द्वारा प्रसारित वीडियो में मिला। उसमें वायरल वीडियो को दूसरे एंगल से दिखाया गया है। आप देख सकते है कि दोनों ही वीडियो में इतनी भीड़ के बीच पहले दो सफेद गाड़ियाँ जाती है और फिर कुछ समय बाद कई गाड़ियों का काफिला जाते हुये दिखता है।
इस वीडियो और वायरल वीडियो में आप देख सकते है कि लोग नीले रंग का झंडा लेकर भी घूम रहे है। आप यह भी देख सकते है कि रास्ते पर सजावट के तौर पर हरा, सफेद और केसरी रंग के कपड़े लगाये गये है। आप नीचे दिख रही तुलनात्मक तस्वीर में देख सकते है।


इसके बाद हमने “Lutyens Media” ट्वीटर हैंडल के संचालक पत्रकार से संपर्क किया। उन्होंने भी यही कहा कि वायरल वीडियो दौसा में हुई भारत जोड़ो यात्रा का ही है।
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। यह वीडियो सचिन पायलट की जनसंघर्ष यात्रा का नहीं है। यह राजस्थान के दौसा में हुई भारत जोड़ो यात्रा का है।

Title:भारत जोड़ो यात्रा में जमा हुई भीड़ को सचिन पायलट की जनसंघर्ष यात्रा का बता वायरल किया जा रहा है।
Fact Check By: Samiksha KhandelwalResult: False
