
१५ मई २०१९ को राजेश जैन नामक एक फेसबुक यूजर ने एक विडियो पोस्ट किया | विडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि “यह पश्चिम बंगाल में हिंदुओं की स्थिति है | इस हिंदू लड़के ने अपने घर के ऊपर भगवा झंडा फहराया | एलटी कर्नल दिलीप कुमार हवनूर द्वारा फोर्वोर्ड किया गया |”
विडियो में हम एक लड़के को पेड़ से बंधे हुए देख सकते है जिसे कुछ लड़के पट्टे से मार रहे है | लड़के द्वारा बार बार माफ़ी मांगने के बावजूद दुसरे लड़कों का समूह उसे मारता रहता है | विडियो के माध्यम से यह दावा किया जा रहा है कि पेड़ से बंधे हुए लड़के ने अपने घर के ऊपर भगवा झंडा लहराने के कारण उसके साथ यह दुर्व्यवहार किया जा रहा है | यह विडियो सोशल मीडिया पर काफ़ी चर्चा में है |
क्या वास्तव में बंगाल में भगवा झंडा लहराने के कारण इस लड़के के साथ इतना अमानवीय व्यवहार किया गया? हमने सच्चाई जानने की कोशिश की |
संशोधन से पता चलता है कि..
जांच की शुरुआत हमने इस विडियो से जुडी न्यूज़ रिपोर्ट ढूँढने की कोशिश की | गूगल पर अलग अलग कीवर्ड्स का इस्तेमाल करके हमने इस विडियो के बारे में जानकारी ढूँढ निकाली | परिणाम से हमें एनडीटीवी इंडिया द्वारा प्रकाशित खबर मिली | ३० मार्च २०१८ को प्रकाशित खबर में लिखा गया है कि यह घटना उत्तर प्रदेश के देवरिया में हुई थी | खबर के अनुसार पीड़ित का नाम शमशाद है जिसने नासिर नामक युवक को पैसे उधर दिए थे जिसे नासिर ने कई दफा मांगने के बावजूद नहीं लौटाये | इसी वजह से नासिर ने किसी बहाने से शमशाद को एकांत जगह पर बुलाया और फिर दोस्तों के साथ मिलकर उसकी लात-घूसों से पिटाई की, जैसा की विडियो में देखा जा सकता है |
इसके पश्चात हमें २९ मार्च २०१८ को एएनआई युपी द्वारा किया गया ट्वीट मिला | ट्वीट में लिखा गया है कि “देवरिया: पीड़ित द्वारा उधार दिए गए पैसे मांगने पर युवकों ने पीड़ित को पेड़ से बांध दिया और उनकी पिटाई की | घटना का वीडियो वायरल हुआ, पुलिस ने संज्ञान लिया और एक आरोपी को गिरफ्तार किया | लिखा हैं, ‘मुख्य आरोपी गिरफ्तार, वीडियो में 4 अन्य लोगों की पहचान कर ली गई है और फरार हैं |”
इसके पश्चात हमें अमर उजाला द्वारा प्रकाशित खबर मिली, जहाँ पीड़ित खुद बोलता है कि उससे नासिर ने कुछ पैसे उधार लिए थे जो उसके वापस मांगने के बावजूद उसे नहीं लौटा रहा था | पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है जिसका नाम नासिर अंसारी है | शमशाद का मोबाइल भी चोरी करने का आरोप लगाया गया है |
३० मार्च २०१८ को न्यूज़ १८ द्वारा प्रकाशित खबर के अनुसार “सदर कोतवाली के शहर के रौनियार मोहल्ले में शमशाद नामका युवक एक दुकान में काम करता है | पीड़ित शमशाद ने बताया कि वह घर से सामान लेने के लिए निकला था तभी मोहल्ले में रहने वाले नासिर ने उसे राम गुलाम टोला चलने के लिए कहा | इसके बाद वह उसे सकरा ले गए जहां विकास नाम का युवक पहले से मौजूद था | वहां मौजूद १० युवकों ने शमशाद के पहले तो कपड़े उतरवाए, फिर पेड़ से बांधकर उसकी पिटाई की |”
२९ मार्च २०१८ को ज़ी न्यूज़ इंडिया ने भी इस घटना से जुडी खबर प्रकाशित की | इस घटना के बारें में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए ऊपर दिए गए लिंक पर क्लिक करे |
इसके अलावा हमने सुरेंद्र बहादुर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, देवरिया से संपर्क करने की कोशिश की | उनसे संपर्क होते ही अधिक जानकारी के साथ हम इस संशोधन को अपडेट करेंगे |
यहाँ तक से संशोधन से यह पता चलत है कि, पोस्ट में उल्लेखित लड़के की पिटाई घर के ऊपर भगवा ध्वज लगाने की वजह से नहीं हुई बल्कि उधार दिए पैसे वापस मांगने पर गुस्साए देनदार द्वारा की गई |
निष्कर्ष: तथ्यों की जांच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | यह घटना मार्च २०१८ में उत्तर प्रदेश के देवरिया में हुई और यह किसी भी सांप्रदायिक विवाद से संबंधित नहीं है |

Title:क्या बंगाल में भगवा झंडा लहराने के कारण इस लड़के के साथ इतना अमानवीय व्यवहार किया गया?
Fact Check By: Drabanti GhoshResult: False
