False

नेपाल का वीडियो उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने के नाम से वायरल

नंदा देवी हिमालय श्रृंखला के अंतर्गत नंदा देवी बायोस्पोर रेंज में ७ फरवरी २०२१ को ग्लेशियर का एक हिस्सा अचानक टूट गया,  इस हिमस्खलन के कारण ऋषि गंगा में यकायक आये सैलाब ने कई निर्माणाधीन विद्युत परियोजनाओं और घरों को बहा दिया, जिसमें कम से कम अभी तक १८ लोगों के मरे जाने की पुष्टि व अंदाजन २०० से अधिक लोगों के लापता होने की ख़बर है | 

इन्हीं सब के बीच सोशल मंचों पर एक वीडियो जिसमें पहाड़ों के बीच से एक विशाल हिमस्खलन नीचे की और आते दिख रहा है को यह दावा करते हुए किया जा रहा है कि यह रविवार ७ फरवरी, २०२१ को उत्तराखंड के चमोली जिले में रिणी ग्राम में ग्लेशियर के फटने को दर्शाता है |

पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि 

“उत्तराखंड में चमोली के ग्लेशियर टूटने का वीडियो |”

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव लिंक 

अनुसन्धान से पता चलता है कि…

वीडियो नेपाल के कपुचे ग्लेशियर झील में हुये एक हिमस्खलन का है, जो ११ जनवरी २०२१ को कैप्चर किया गया था |

जाँच की शुरुवात हमने वीडियो को इन्विड वी वेरीफाई टूल की मदद से गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने से की, जिसके परिणाम से हमें इस वीडियो का लंबा वर्शन इन्सटाग्राम पर उपलब्ध मिला | पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया है कि “कपूचे झील में विशाल हिमस्खलन” , यहाँ विशाल हिमस्खलन का पूरा वीडियो देखा जा सकता है,  इस पल को पकड़ने के लिए इस इन्स्टाग्राम यूजर के अनुसार इन्होने कपूचे झील (दुनिया की सबसे कम ऊंचाई वाली ग्लेशियर झील) में रात बिताई और आखिरकार इस वीडियो को कैप्चर किया | यह वीडियो ४ सप्ताह पहले अपलोड किया गया था | 

आर्काइव लिंक 

तद्पश्चात हमने गूगल पर एक कीवर्ड सर्च किया जिसके परिणाम ने हमें ११ जनवरी २०२१ को यूट्यूब पर अपलोड किए गए वीडियो के उसी लंबे वर्शन तक पहुँचाया, जिसमें दावा किया गया था कि “कपुचे झील में बड़ा हिमस्खलन (सबसे कम आल्टीटुड ग्लेशियर झील) नेपाल में है |”

वीडियो का वर्णन कपूचे झील स्कीइंग में “विशाल हिमस्खलन (हिम नदी) का उल्लेख करता है | कपुचे ग्लेशियर झील समुद्र तल से 2546 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यह अन्नपूर्णा क्षेत्र में कास्की जिले के छोटे से गाँव सिकल्स के अंदर है। इस झील को दुनिया की सबसे कम ऊंचाई वाली ग्लेशियर झील घोषित किया गया है | हमें इस पल को पकड़ने के लिए झील के आसपास रात बितानी पड़ी और आखिरकार हम खुद को फिल्माने लगे और अचानक हिमस्खलन शुरू हो गया, बाकी सब इतिहास है।”

हमने २६ जनवरी २०२१ की मीडिया रिपोर्टों में यह भी पाया कि यह दावा किया गया है कि वीडियो पारचे, गंडकी, नेपाल का है। इसमें उल्लेख किया गया है कि यह घटना ११ जनवरी २०२१ को घटी थी। रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि इस घटना में किसी को चोट नहीं पहुंची थी |

आर्काइव लिंक

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल वीडियो गलत है। वीडियो चमोली जिले, (उत्तराखंड) का नहीं है, जहाँ हाल ही में ग्लेशियर फटने से आपदा आई है | वीडियो ११ जनवरी २०२१ का है और नेपाल के कपुचे ग्लेशियर झील में हिमस्खलन का है |

Title:नेपाल का वीडियो उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने के नाम से वायरल

Fact Check By: Aavya Ray

Result: False

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