१८ जून २०१९ को फेसबुक के ‘Jhansi Times’ नामक एक पेज पर एक विडियो साझा किया गया है | विडियो में एक ट्रक दिखाई दे रहा है, जिसपर डीजे सिस्टम रखा है | ट्रक पर भारतीय तिरंगा लहरा रहा है | डीजे सिस्टम पर बहुत मशहूर भोजपुरी गाना चल रहा है – ‘लोलीपोप लागेलु’ और उस धुन पर अंग्रेज लोग जमकर ठुमके लगा रहे है | पोस्ट के विवरण में लिखा है –
भोजपुरी गाने पर अंग्रेजों के ठुमके, लंदन में गूंजा- ‘जब लगावेलू लिपिस्टिक‘।
आपको पता ही है कि फ़िलहाल लंदन में आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप चल रहा है। अतः इस पोस्ट द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि लंदन में क्रिकेट ज्वर इस कदर उफान पर है कि, अंग्रेज लोग भारतीय टीम के समर्थन में निकली रैली में भोजपुरी गाने पर थिरकने से अपने आप को रोक नहीं पाए। क्या सच में ऐसा है? तो आइये जानते है इस दावे की सच्चाई।
संशोधन से पता चलता है कि…
हमने सबसे पहले पोस्ट में साझा विडियो को इन्विड टूल में देकर छोटे छोटे फ्रेम्स में तोडा और फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें यह विडियो कहीं भी नहीं मिला | फिर हमने एक फ्रेम को मग्निफायर से देखा तो हमें ट्रक पर BERLIN लिखा हुआ दिखाई दिया |
अगर दावे अनुसार यह विडियो लंदन का है, तो उसपर बर्लिन, जो की जर्मनी की राजधानी है, कैसे लिखा हो सकता है? यह संदेह होने पर हमने Berlin Dancing on Indian Song इन की वर्ड्स के साथ सर्च किया तो हमें एक ट्वीट मिला | इस ट्वीट में डॉ. बत्रा नामक यूजर ने लिखा है कि, यह विडियो जर्मनी के बर्लिन में हुए Karneval Der Kulturen Event का है | यह ट्वीट आप नीचे देख सकते है | इस ट्वीट में मूल विडियो है | इस मूल विडियो में भोजपुरी गाना ‘लोलीपोप लागेलु’ के साथ ‘तेरी आँखों का ये काजल’ तथा ‘तुनुक तुनुक तू’ यह गाने भी बजते है |
इसके बाद हमने गूगल पर Karneval Der Kulturen Event की खोज की | हमें पता चला कि, बर्लिन शहर में प्रति वर्ष कार्निव्हल ऑफ कल्चर (Karneval Der Kulturen) का आयोजन किया जाता है | इस सांस्कृतिक महोत्सव की शुरुआत १९९५ में हुई थी | तब से लेकर अब तक गर्मी का मौसम शुरू होने से पहले यह महोत्सव बर्लिन शहर में आयोजित किया जाता है | इस महोत्सव में अलग अलग देशों के लोग शिरकत करते है एवं अपनी संस्कृति का प्रदर्शन करते है | इस साल, २०१९ में यह महोत्सव ७ से १० जून की कालावधि में संपन्न हुआ | इस चार दिवसीय महोत्सव का प्रमुख आकर्षण था Straßenumzug नामक मार्च | बर्लिन के सड़कों से गुजरने वाले इस मार्च में अलग अलग देशों के संस्कृती की झलक दिखाई देती है | इस वर्ष यह मार्च ९ जून को निकला था | इस महोत्सव के बारे में विस्तार से जानने के लिए ENJOY BERLIN इस लिंक पर क्लीक करे |
आप नीचे की ट्वीट पर इस महोत्सव की झलकियाँ देख सकते है |
अधिक संशोधन के बाद इस महोत्सव के और भी विडियो हमें मिले | एक युजर द्वारा साझा ट्विट में भोजपुरी गाने के विडियो में दिखाई देने वाला ट्रक भी है | इन-विड टूल के मग्निफायर की मदद से देखने पर ट्रक पर BERLIN INDIAWAALE लिखा हुआ दिखाई देता है | बर्लिन में निवास करने वाले भारतीयों ने २०१५ में बर्लिन इंडियावाले यह ग्रुप शुरू किया था | उनके आधिकारिक फेसबुक अकाउंट पर आप विजिट कर सकते है | बर्लिन इंडियावाले ग्रुप के फेसबुक पेज पर इस महोत्सव तस्वीरें तथा विडियो साझा किये गए है |
‘फैक्ट क्रेसेंडो’ने ‘बर्लिन इंडियावाले’ ग्रुप को एक ईमेल भी किया | इस मेल के जवाब में उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि, यह वायरल विडियो बर्लिन शहर का ही है | उन्होंने यह भी कहा कि, यह मार्च ९ जून २०१९ को निकाला गया था | विडियो में दिखाई देने वाला ट्रक बर्लिन इंडियावाले ग्रुप का है | यह ट्रक Gneisenaustrasse नामक स्थान पर था | उस दिन का मार्च Yorkstrasse/Möckernstrasse से लेकर Herrmannplatz तक निकला था |
उनका जवाब आप नीचे देख सकते है |
इस संशोधन से यह स्पष्ट होता है कि, उपरोक्त पोस्ट में साझा विडियो लंदन का नहीं, बल्कि जर्मनी के बर्लिन शहर का है | मूल विडियो में भोजपुरी गाने पर थिरकने वाले विदेशी अंग्रेज नहीं, बल्कि अलग अलग देशों से आये लोग है | साथ ही मूल विडियो में भोजपुरी गाने के साथ ‘तेरी आँखों का ये काजल’ तथा ‘तुनुक तुनुक तू’ यह गाने भी बजते है |
जांच का परिणाम : इस संशोधन से यह स्पष्ट होता है कि, उपरोक्त पोस्ट में विडियो के साथ किया गया दावा कि, “भोजपुरी गाने पर अंग्रेजों के ठुमके, लंदन में गूंजा- ‘जब लगावेलू लिपिस्टिक’ |” सरासर गलत है | यह विडियो लंदन का नहीं, बल्कि जर्मनी के बर्लिन शहर का है |
Title:क्या लंदन की सड़क पर अंग्रेज क्रिकेट फैन्स ने भोजपुरी गाने पर ठुमके लगाये?
Fact Check By: Rajesh PillewarResult: False
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