सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग एक नारियल पानी की दुकान पर आकर झंडा लगाने की कोशिश करते हैं। इसपर दुकान में मौजूद टोपी पहना शख्स झंडा लगाने से मना कर देता है। इसके बाद दोनों पक्षों में बहसबाजी और तू-तू मैं-मैं होने लगती है। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि वीडियो में दिखाई दे रहा शख्स मुस्लिम है जिसने अपनी दुकान पर तिरंगा लगाने से मना कर दिया। वीडियो को असली समझ कर शेयर किया जा रहा है।
वायरल पोस्ट के साथ यूजर ने लिखा है- इन गद्दारों के साथ क्या किया जाए? गद्दारों को पहले भगवा ध्वज से तकलीफ होता था लेकिन अब तिरंगा झंडा से भी तकलीफ होने लगा है।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के कुछ स्क्रीनशॉट लिए। मिली तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च करने पर वायरल वीडियो हमें मोबाइल एप ‘MOJ’ में मिला। @officialamarkataria नाम की यूजर आईडी पर वायरल वीडियो का हिस्सा अपलोड किया गया था।
अधिक सर्च करने पर हमें वायरल वीडियो का लंबा वर्जन रितिक कटारिया के यूट्यूब चैनल पर मिला। वीडियो को 14 अगस्त 2023 को अपलोड किया गया था।
वीडियो में दी गई जानकारी के अनुसार यह वीडियो स्क्रिप्टेड है, जिसे सामाजिक जागरूकता के उद्देश्य से बनाया गया है।
4 मिनट 13 सेकंड के पूरे वीडियो में नारियल बेचने वाले के पास कुछ लोग तिरंगा लगाने आते हैं। वे उन्हें ऐसा करने से मना कर देता है। दुकानदार और वहां आए लोगों के बीच बहस होती है।
इसके बाद वीडियो में पुलिस की वर्दी पहने एक व्यक्ति की एंट्री होती है। वो दुकानदार से तिरंगा अंदर नहीं लगाने की वजह पूछता है।
जिसपर वो कहता है कि इससे तिरंगे का अपमान होगा। और फिर वो दिखाता है कि उसने तिरंगे को अपने दुकान के ऊपर लगाया हुआ है। जिसके बाद मामला शांत हो जाता है। लोग दुकानदार से गले लगते हैं।
वीडियो देखने के बाद मामला साफ हो जाता है कि ये एक स्क्रिप्टेड वीडियो है। और वीडियो को जागरूकता के उद्देश्य से बनाया गया था।
वीडियो में नज़र आ रहे लोगों को चैनल पर अपलोड किए गए कई अन्य वीडियो में भी देखा जा सकता है।
इस चैनल के अबाउट सेक्शन में बताया गया है कि यह चैनल आपको मोटिवेट करने के लिए हैं। इस चैनल के लिए रितिक कटारिया और उनके पिता अमर कटारिया कंटेंट बनाते हैं। वीडियो में मुस्लिम बने दिख रहा शख्स रितिक कटारिया है। इससे साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को रितिक कटारिया ने मुस्लिम बनकर शूट किया है।
अधिक जानकारी के लिए हमने चैनल के एडमिन रितिक कटारिया को संपर्क किया। उन्होंने बताया कि यह एक स्क्रिप्टेड वीडियो है। ये वीडियो हमने एक साल पहले अपलोड किया था। अधूरे वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। वीडियो जागरूकता के उद्देश्य से बनाया गया था।
निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, मुस्लिम दुकानदार का अपनी दुकान पर तिरंगा नहीं लगाने का वीडियो असल में एक स्क्रिप्टेड वीडियो है जिसे जागरूकता के उद्देश्य से बनाया गया था। अधूरे वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
Title:मुस्लिम दुकानदार का तिरंगा लगाने से मना करने का ये वायरल वीडियो असल में स्क्रिप्टेड है…..
Fact Check By: Sarita SamalResult: False
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