अमित शाह असल में धर्म के आधार पर नहीं बल्कि जीतने की संभावना के आधार पर टिकट देने की बात कर रहे थे। उनके इस वीडियो को धर्म से जोड़ कर फर्जी दावे के साथ फैलाया जा रहा है।

बिहार के विधानसभा चुनाव में मतदान की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब इंतजार 14 नवंबर का है जिस दिन प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होगा। वहीं इस बार के चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर काफी शोर व बवाल भी दिखाई दिया। इसी से जोड़ते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और आजतक की पत्रकार अंजना ओम कश्यप के इंटरव्यू का वीडियो वायरल हो रहा है। अमित शाह कहते हैं कि,” “मुसलमान भाजपा को वोट नहीं देते हैं, इसलिए पार्टी उन्हें चुनाव में टिकट नहीं दी ।”यूज़र यह वीडियो साझा करते हुए दावा कर रहे हैं कि अमित शाह के अनुसार, मुसलमान चुनाव में बीजेपी को वोट नहीं देते हैं जिस कारण चुनाव में उनको टिकट नहीं दिया गया। वहीं यूज़र ने वीडियो के साथ कैप्शन लिखा है…
अंजना ओम कश्यप: “आपने बिहार चुनाव में किसी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट क्यों नहीं दिया?”अमित शाह: “यह पहली बार नहीं है जब हमने ऐसा नहीं किया… जब वे हमें वोट नहीं देते, तो हम टिकट क्यों दें
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में देखा कि वायरल वीडियो में अमित शाह और अंजना ओम कश्यप के बीच बात हो रही है। इसलिए इसको ध्यान में रखते हुए हमने आजतक पर मूल वीडियो को ढूंढा। परिणाम में हमें आजतक के आधिकारिक चैनल पर अंजना ओम कश्यप और अमित शाह के साक्षात्कार का पूरा वीडियो मिला। इस वीडियो में दोनों के बीच बिहार चुनाव के संदर्भ में बात होती है। इसमें 14 मिनट के बाद वायरल वीडियो वाला हिस्सा आता है, जिसमें अंजना के मुसलमानों को टिकट ना देने के सवाल पर अमित शाह कहते हैं- “एनडीए से चार मुसलमान लड़ रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी ने मुस्लिम को टिकट नहीं दिया ये पहली बार नहीं हुआ है।” इसके पीछे की वजह पूछने पर वह कहते हैं- “कोई वजह नहीं है।जो जीतता है उसको हम देते हैं। इसके बाद वे आगे और स्पष्ट करते हैं कि जिसके जीतने की संभावना ज्यादा होती है उसको देते हैं।
हमें आजतक की वेबसाइट पर भी अमित शाह के इस इंटरव्यू से जुड़ी खबर मिली। अमित शाह ने यह बयान बिहार में पहले फेज की वोटिंग से पहले दिया था। बिहार चुनाव में मुस्लिम उम्मीदवार न उतारने के सवाल पर अमित शाह ने कहा इसमें लिखा गया है कि, एनडीए से 4 मुस्लिम उम्मीदवार मैदान में हैं। हम सिर्फ जिताऊ कैंडिडेट को ही टिकट देते हैं।
इसलिए हम कह सकते हैं कि अमित के शाह के वीडियो को फर्जी रूप से प्रचारित किया जा रहा है।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि, अमित शाह के इस वायरल वीडियो को फर्जी दावे के साथ फैलाया जा रहा है। मूल वीडियो को देखने के बाद यह स्पष्ट होता है कि, अमित शाह ने यह नहीं कहा था कि मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट इसलिए नहीं दिया जाता क्योंकि वे बीजेपी को वोट नहीं देते। असल में उन्होंने यह कहा था कि धर्म के आधार पर नहीं बल्कि जीतने की संभावना के आधार पर टिकट दिया जाता है।
Title:धर्म के आधार पर अमित शाह ने नहीं की टिकट बंटवारे वाली बात, भ्रामक है अमित शाह का वायरल वीडियो…
Fact Check By: Priyanka SinhaResult: Misleading


