हिमाचल में बादल फटने की घटना का वीडियो उत्तरकाशी के धराली के नाम पर वायरल…

False Natural Disaster

फैक्ट क्रेसेंडो को इस घटना पर स्पष्टीकरण मिला है कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है, वीडियो 30 जून को हिमाचल के मंडी में बादल फटने की घटना के बाद का है।

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में 5 अगस्त को बादल फटने के बाद आए सैलाब ने कभी ना भूलने वाला जख्म दिया। इस आपदा में लगभग आधा गांव दफन हो गया। अभी भी लापता लोगों की तलाश जारी है, जिन्हें 50 फीट मलबे के नीचे ढूंढा जा रहा है। इसी से जोड़ते हुए एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें कई क्षतिग्रस्त सड़कें,भवनों, गाड़ियों के साथ कई इमारतों को मलबे में फंसा हुआ दिखाया गया है। वीडियो में कुछ लोग भी दिखाई दे रहे हैं। वहीं वीडियो आपदा के बाद की भयवता को दर्शाया गया है, जिसे शेयर करते हुए यूज़र्स यह दावा कर रहे हैं कि यह उत्तरकाशी के धराली में आई आपदा के बाद का मंज़र का है। पोस्ट इस कैप्शन के साथ है…

Dharali After #uttarakhand #Dharali 

फेसबुक पोस्टआर्काइव पोस्ट 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने जांच की शुरुआत में वीडियो को छोटे छोटे फ्रेम्स में काटा और उसे गूगल लेंस से सर्च किया। परिणाम में हमें यहीं वीडियो कुछ सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया हुआ मिला, जिसके साथ यह जानकारी थी कि वीडियो हिमाचल के मंडी में थुनाग का है, जहां पर बादल फटने के बाद तबाही हुई थी। 

मिली जानकारी की मदद से आगे पड़ताल किये जाने पर हमें अभिनेत्री और मंडी से सांसद कंगना रनौत के इंस्टा अकाउंट पर पोस्ट मिली। जिसमें बताया गया था कि उन्होंने मंडी लोक सभा के सराज विधान सभा में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया था। इसमें थुनाग, लंबाथाछ में प्राकृतिक प्रकोप से नुकसान के बाद उन्होंने त्रासदी में प्रभावित परिजनों से मुलाकात की थी। यह पोस्ट 6 जुलाई के हैं जबकि उत्तरकाशी में आपदा 5 अगस्त को आयी थी। इसलिए यह समझा जा सकता है कि वीडियो उत्तरकाशी का नहीं हो सकता। हम पोस्ट में वायरल वीडियो से मिलती हुई तस्वीर को देख सकते हैं।

हमने देखा कि वायरल वीडियो में एक जगह पर गुलाबी रंग की इमारत है, जिसमें ‘ग्राम पंचायत थुनाग विकास खंड, सराज’ लिखा हुआ है। सराज हिमाचल प्रदेश का एक गांव है। 

यह भवन हमें कई मीडिया रिपोर्ट्स और पोस्ट में शेयर की हुई मिली, जिसके अनुसार हम कह सकते हैं वीडियो हिमाचल का ही है। 4 जुलाई 2025 को छपी ईटीवी भारत की रिपोर्ट में उसी भवन की तस्वीर को शेयर किया गया है। साथ ही बताया गया कि “मंडी के सराज में मानसून ने तबाही मचाई थी। बीती 30 जून की रात को बादल फटने से सभी संपर्क टूट गए थें। जब घटना के दो दिन बाद तस्वीरें सामने आयी तो अंदाजा लगाया गया कि किस कदर तबाही हुई थी। इस त्रासदी से सरण, बगस्याड, थुनाग, लंबाथाच, जरोल, च्यूणी, बाड़ा, परवाड़ा, थाची, कुकलाह और बाखली सहित अन्य क्षेत्रों में तबाह हो गए। इन इलाकों के संपर्क मार्ग भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए। साथ ही कनेक्टिविटी न के बराबर थी। थुनाग बाजार की लगभग सभी दुकानों में मलबा घुसा गया और बड़े-बड़े पेड़ और पत्थर बाढ़ के साथ बहकर बाजार में जा पहुंचे।“

इसी तरह से हमें इंडिया टुडे की रिपोर्ट मिली,इसमें तस्वीरों को साझा किया गया था जो वायरल वीडियो से मिलते जुलते हैं। इसमें बताया गया है कि “हिमाचल के थुनाग में बादल फटने से हुई तबाही ने निशान छोड़े। 1 जुलाई को मंडी ज़िले के थुनाग उपखंड में एक शक्तिशाली बादल फटने से भयंकर तबाही मची। यह आपदा, क्षेत्र में दस बादल फटने और तीन बार अचानक आई बाढ़ की श्रृंखला का हिस्सा थी, जिसने थुनाग में कम से कम पाँच लोगों की जान ले ली। प्रकृति के प्रकोप से क्षेत्र में घरों, सड़कों और मवेशियों को भारी नुकसान हुआ।“

6 जुलाई 205 को न्यूज़ 18 पंजाब के यूट्यूब चैनल पर वीडियो रिपोर्ट देखे जा सकते हैं। इसमें भी वायरल वीडियो से मिलते हुए दृश्य काफी हद तक दिखाई देते हैं। जबकि विवरण में हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में बादल फटने की घटना बताई गई है।

इसी जानकारी के साथ प्रकाशित अन्य रिपोर्टों में भी वायरल वीडियो से मिलती हुई तस्वीर को देखा जा सकता है, जिनसे पता चलता है कि वीडियो हिमाचल का ही है।

थोड़ा और सर्च करने पर हमें वायरल वीडियो से मिलता हुआ एक वीडियो मंडी में कार्यरत टीवी पत्रकार कोमल भरद्वाज के फेसबुक पेज पर भी शेयर किया हुआ मिला। इसमें हम थुनाग स्थित उसी ग्राम पंचायत विकास खंड के भवन दिखाई देते हैं।

https://www.facebook.com/share/r/1FzaGxXDZM

पड़ताल के दौरान हमने पाया कि उत्तरकाशी पुलिस ने अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट कर वायरल वीडियो का खंडन किया था। इसमें लिखा गया था कि, “कुछ लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर हर्षिल-धराली आपदा से जोड़ा जा रहा है, जो कि भ्रामक व असत्य है।” वहीं इस पोस्ट में वायरल वीडियो के साथ एक तरफ दूसरा एक्स पोस्ट है, जिसमें स्पष्ट किया गया है कि वीडियो धराली का नहीं हिमाचल के मंडी के थुनाग का है।

अंत में हमने वीडियो पर स्पष्टीकरण के लिए वहां के लोकल मीडिया हाउस से भी संपर्क किया। “हिमाचल आस पास न्यूज़ ने स्पष्ट किया वायरल वीडियो मंडी उत्तराखण्ड का नहीं बल्कि मंडी थुनाग का ही है, और वीडियो भी जुलाई का है।“

साथ ही हमने इसी वायरल वीडियो को शेयर करने वाले एक इंस्टा यूज़र से भी संपर्क किया। जिनके माध्यम से यह अवगत कराया गया कि वीडियो उत्तरकाशी के धराली से नहीं बल्कि हिमाचल के थुनाग का ही है। 

हिमाचल में बाढ़ से तबाही-

30 जून को हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले की सराज घाटी में बादल फटने और अचानक आई बाढ़ के कारण भारी तबाही मच गई थी, जिसमें बड़ा नुकसान हुआ था। इस घटना ने क्षेत्र में भारी नुकसान पहुँचाया, जिससे लोगों के घर और अन्य संपत्तियों को भी क्षति पहुँची। सड़कें, पुल और खेत-खलिहान मलबे में तब्दील हो गए। यह घटना हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में आई विनाशकारी बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में से एक थी। 

निष्कर्ष 

इस प्रकार से हमारी पड़ताल ने यह स्पष्ट किया कि, वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा पूरी तरह गलत है। वीडियो हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के सराज विधानसभा क्षेत्र का है जहां 30 जून को बादल फटने की घटना हुई थी। वायरल वीडियो उसी घटना से सम्बंधित है जो उत्तरकाशी के धराली का नहीं है।

Avatar

Title:हिमाचल में बादल फटने की घटना का वीडियो उत्तरकाशी के धराली के नाम पर वायरल…

Fact Check By: Sarita Samal  

Result: False