Political

ट्रैक्टर पर बंधे पीएम मोदी के पुतले का ये वीडियो भारत का नहीं, अमेरिका का है….

किसान आंदोलन को लेकर सोशल मीडिया पर कई पोस्ट वायरल हो रहे हैं। साथ ही यूजर्स मोदी सरकार पर भी निशाना साध रहे हैं।  वहीं सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें एक ट्रैक्टर के आगे प्रधानमंत्री मोदी के पुतले को बांधा गया है और उस चप्पल की माला चढ़ी हुई है साथ ही ‘एजेंट ऑफ आरएसएस’ लिखा हुआ है। इस वीडियो को मौजूदा किसान आंदोलन से जोड़कर शेयर किया जा रहा है।  

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- क्या ये आंदोलन है? या खालिस्तानी आतकवादियो का जमावड़ा है। ऐसे लोगो पर क्या कहना चाहते हैं।

ट्विटरआर्काइव 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के बारे में जानने के लिए वीडियो के कुछ स्क्रीनशॉट लिए। मिली तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च करने पर वायरल वीडियो से मिलता जुलता एक वीडियो हमें फेसबुक पर मिला। वीडियो को 26 मार्च 2020 को अपलोड किया गया था। इस वीडियो में दिख रहा फूड ट्रैक्टर वायरल वीडियो में दिख रहे फूड ट्रैक्टर से मेल खाता  है। पोस्ट के कैप्शन में लिखा है- पंजाबी ढाबा i5 एग्जिट 278 द्वारा ट्रक चालकों के लिए मुफ्त भोजन।

फेसबुक

इसके अलावा हमें ‘यूनाइटेड ट्रकर्स’ फेसबुक पेज पर भी ये वीडियो मिला।  पोस्ट के साथ जानकारी दी गई है कि कोविड काल में ट्रक ड्राइवरों के लिए मुफ्त भारतीय भोजन।” ये लोग एग्जिट 278, आई5, ओरेगॉन पर 4 दिनों के लिए मुफ्त भोजन परोस रहे हैं। 

मिली जानकारी की मदद लेते हुए हमने आगे की जांच की। परिणाम में हमें Trip Advisor की वेबसाइट में वायरल वीडियो में दिख रही रेस्टोरेंट के बारे में जानकारी मिली। दरअसल वीडियो में नजर आ रही जगह अमेरिका के ओरेगॉन शहर का एक रेस्तरां है। इस रेस्तरां का नाम ‘सिजलिंग तंदूरी हट’ है। 

जांच में आगे कीवर्ड सर्च से हमें इंस्टाग्राम पर इसी रेस्तरां की एक तस्वीर मिली जिसमें वायरल वीडियो वाला ट्रैक्टर भी दिखता है। पोस्ट के कैप्शन में लिखा है- ओरेगॉन में रोड साइड पंजाबी ढाबा। इससे ये साफ होता है ये जगह भारत का नहीं है। 

स्पष्टीकरण के लिए हमने इस जगह को गूगल मैप में ढूंढने की कोशिश की । इस ढाबे का लोकेशन गूगल पर सर्च करने पर हमें अमेरीका को ओरेगन में मिला। इससे साफ होता है कि वायरल वीडियो का भारत से या किसान आंदोलन से कोई लेना देना नहीं है। 

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, वायरल वीडियो अमेरिका के ऑरेगोन शहर के एक रेस्तरां का है, भारत का नहीं।  वीडियो का चल रहे किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है। 

Title:ट्रैक्टर पर बंधे पीएम मोदी के पुतले का ये वीडियो भारत का नहीं, अमेरिका का है….

Fact Check By: Sarita Samal

Result: False

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