
एक महिला पर पुलिस द्वारा लाठी चार्च करने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो पश्चिम बंगाल के संदेशखाली की हालिया घटना बताते हुए शेयर किया जा रहा है। जिसमें टीशर्ट पहने एक शख्स और एक पुलिसकर्मी को एक महिला पर लाठी-डंडों से वार करते देखा जा सकता है।
वायरल वीडिय़ो के साथ यूजर दावा कर रहे हैं कि पूर्व टीएमसी नेता शाहजहां शेख के लोग और पुलिसवाले मिलकर संदेशखाली में महिला से मारपीट कर रहे हैं।
वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- देखो पश्चिम बंगाल के “हैवानों” को। बहन बेटियों को पुलिस और शेख के गुंडे कैसे पीट रहे हैं, ताकि वह डरकर आवाज ना उठायें। शाहजहां जैसा रेपिस्ट पुलिस सुरक्षा में सीना तानकर चलता है, और पीड़ित महिलाओं पर लाठियां बरस रही हैं।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के बारे में अलग अलग की-वर्ड के साथ सर्च किया। परिणाम में वायरल वीडियो हमें 22 अप्रैल 2020 को ANI द्वारा शेयर किए गए पोस्ट में मिला। ANI द्वारा शेयर किए गए वीडियो के 1 मिनट 2 सेकेंड में वायरल वीडियो का हिस्सा देखा जा सकता है।
खबर के मुताबिक यह घटना पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना के बदुरिया की है, जहाँ कोरोनोवायरस लॉकडाउन के बीच राशन सामग्री के अनुचित वितरण का आरोप लगाते हुए स्थानीय लोगों ने चक्का जाम किया था, जिसके बाद पुलिसकर्मियों के साथ झड़प हुई।
जांच में आगे हमें ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ के यूट्यूब चैनल पर 22 अप्रैल 2020 को अपलोड हुआ एक वीडियो मिला। इसमें वायरल वीडियो समेत पुलिस और लोगों के बीच हुई झड़प के और भी कई वीडियो भी मौजूद हैं।
खबर के अनुसार 22 अप्रैल, 2020 को बदुरिया नगर पालिका के वार्ड नंबर 9 के तारागुनिया इलाके में स्थानीय निवासियों के एक समूह ने कोविड लॉकडाउन के दौरान राशन के अनुचित वितरण का आरोप लगाते हुए खोलापोटा-बदुरिया सड़क को अवरुद्ध कर दिया था।
लोगों के अनुसार, जब बदुरिया थाने की पुलिस सड़क की नाकाबंदी हटाने के लिए पहुंची, तो उन्होंने कथित तौर पर प्रदर्शनकारियों पर हमला किया और उन्हें अंधाधुंध पीटना शुरू कर दिया। यह वीडियो उसी समय का है, जब पुलिस वहां की नाकाबंदी हटाने के लिए पहुंची थी।
अन्य मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राहत सामग्री और खाने-पीने के सामान की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बदुरिया इलाके की सड़क जाम कर दी थी। जब कुछ पुलिसकर्मी इन प्रदर्शनकारियों को हटाने गए, तो उनकी झड़प हो गई। पुलिस लाठीचार्ज करने पर जवाब में स्थानीय लोगों ने पुलिस पर पथराव किया। इस घटना में चार पुलिसकर्मी घायल हुए थे और करीब 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
संदेशखाली का मामला-
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली मामले में सीबाआई और ईडी फिर आमने-सामने आ गई है। दरअसल इसके पीछे कलकत्ता हाई कोर्ट का एक निर्देश है। हाई कोर्ट ने कहा है कि संदेशखाली में ईडी अधिकारियों पर हुए हमले का मामला और निलंबित टीएमसी नेता शाहजहां शेख की हिरासत की जिम्मेदारी सीबीआई को सौंपी जाए। यह निर्देश देते हुए अदालत ने पश्चिम बंगाल पुलिस की आलोचना की,कहा कि इस पूरे घटना में पुलिस ने पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया है। आरोपियों को बचाने के लिए जांच में देरी करने का हर प्रयास किया जा रहा है। मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवगणनम और न्यायमूर्ति हिरण्मय भट्टाचार्य की खंडपीठ ने फैसला सुनाया है।
निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, महिला के साथ पुलिस द्वारा की गई अभद्रता का यह वीडियो करीब 4 साल पुराना है। वीडियो का संदेशखाली की हालिया घटना से कोई संबंध नहीं है ।

Title:पुलिस द्वारा महिला के साथ बदसलूकी का ये वीडियो हालिया संदेशखाली घटना से संबंधित नहीं हैं।
Fact Check By: Sarita SamalResult: False
