False

रामल्ला में छापेमारी में जब्त हथियारों के पुराने वीडियो को हमास- इजराइल की लड़ाई जे जोड़कर वायरल किया जा रहा है।

यह वीडियो फिलिस्तीन में स्थित रामल्ला के बेतुनिया का है। वहाँ इस साल अगस्त में पुलिस ने छापेमारी कर हथियारों को जब्त किया था।

हमास और इज़राइल के बीच चल रही लड़ाई के संबन्ध में एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। आप उसमें अलमारियों में रखे बहुत सारे अलग- अलग तरह के हथियार रखे हुये देख सकते है। इसके साथ दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो गाज़ा के अल शिफा अस्पताल का है। हमास के आतंकियो ने उसमें टनल बनाकर हथियारों को जमा कर रखा है। 

वायरल हो रहे पोस्ट के साथ यूज़र ने लिखा है, “गाज़ा के अल शिफ़ा हॉस्पिटल में हमास के आतंकियों ने टनल बनाकर हथियारों का ज़ख़ीरा जमा कर रखा था। अस्पताल जैसी जगह का आतंक के लिए उपयोग पर, शान्ति कि बात और मानवता की दुहाई देने वाले अब कुछ बोलेंगे।”

फेसबुक

अनुसंधान से पता चलता है कि…

इस वीडियो की जाँच हमने इनवीड- वी वैरिफाइ टूल के माध्यम से कीफ्रेम्स को काटकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च कर की। परिणाम में हमें यह वीडियो स्टैंड विथ अस नामक एक एन.जी.ओ की सी.ई.ओ Roz Rothstein द्वारा शेयर किया हुआ मिला। उस पोस्ट पर कमेंट करते हुये Kaptan Justice नामक एक वैज्ञानिक ने लिखा है कि यह वीडियो इस साल अगस्त का है और रामल्ला शहर का है।

इसी पोस्ट के हमने और भी कमेंट्स देखे। वहाँ Censored Men नामक एक वैरिफाइड हैंडल द्वारा किये गये कमेंट में बताया गया है कि यह वीडियो Hanan Amiur नाम के एक पत्रकार ने इस साल 31 अगस्त को पोस्ट किया था। आप नीचे देख सकते है।

Hanan Amiur के 31 अगस्त को किये गये ट्वीट को आप नीचे देख सकते है।

इसमें दी गयी जानाकरी में बताया गया है कि यह वीडियो फिलिस्तीन के रामल्ला का है।

इसको ध्यान में रखते हुये हमने यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च किया। वहाँ हमें इज़राइली पुलिस के आधिकारिक चैनल पर 1 सितंबर को एक वीडियो प्रसारित किया हुआ मिला। उसमें आप वायरल वीडियो से मिलती- जुलती तस्वीरें देख सकते है।

आगे की जाँच करने पर हमें इसी वीडियो के साथ इज़राइली पुलिस का एक ट्वीट मिला था। वह भी उन्होंने 1 सितंबर को ही किया था। उसमें दी गयी जानकारी में बताया गया है कि रामल्लाह क्षेत्र के बेतुनिया में कई स्थानों पर छापेमारी के बाद 7 हथियार लेथ, 6 पिस्तौल, 3 एम16 राइफल और हथियार के हिस्से जब्त किये गये। और पुलिस ने संदिग्धों को गिरफ्तार किया।

चूंकि यह वीडियो 31 अगस्त से इंटरनेट पर मौजूद है और हाल ही में हमास और इज़राइल की लड़ाई 7 अक्टूबर को शुरू हुई है तो हम कह सकते है कि इस वीडियो हमास- इजराइल की लड़ाई से कोई संबन्ध नहीं है।

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। यह वीडियो गाज़ा के अस्पताल का नहीं है। यह फिलिस्तीन के रामल्ला के बेतुनिया में हुई रेड का है। वहाँ कई जगहों पर पुलिस ने हथियार जब्त किये थे। यह वीडियो पुराना है और हाल ही में चल रहे हमास और इजराइल के लड़ाई से संबन्धित नहीं है।

Title:रामल्ला में छापेमारी में जब्त हथियारों के पुराने वीडियो को हमास- इजराइल की लड़ाई जे जोड़कर वायरल किया जा रहा है।

Written By: Samiksha Khandelwal

Result: False

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