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पीली साड़ी में जूतों की रखवाली करने वाली इस बुजुर्ग महिला ने राम मंदिर के लिए दिया 51 लाख रुपये का दान?

पीली साड़ी में बैठी एक बुजुर्ज महिला की तस्वीर सोशल मीडिया शेयर कर दावा किया जा रहा हैं कि जसोदा नाम की ये बुजुर्ग महिला ने अयोध्या में राम मंदिर मंदिर निर्माण के लिए 51 लाख,10 हज़ार 25  रूपए का दान किया है। 20 वर्ष की उम्र में पति, उन्हें धराधाम छोड़ गए थे। जसोदा ने ये पैसे वृंदावन में दर्शन को आए लोगों के जूतों की रखवाली करके इकट्ठा किए थे।

वायरल पोस्ट के साथ यूजर ने लिखा है- मात्र 20 वर्ष की ही थी तभी उनके पति धराधाम छोड़ गये… अकेली हो गई लेकिन हिम्मत नहीं टूटी… बाँके बिहारी लाल जी को अपना जीवन समर्पित कर दिया। लगी वृंदावन की गलियों में दर्शन को गये भक्तों के जूतों की सुरक्षा करने बदले में भक्त भी उन्हें कुछ अर्पण कर देते। बीते 30 वर्षों से ऐसे ही थोड़े-थोड़े पैसे इकट्ठा कर के 51 लाख रुपये जमा हो गये,अब श्री राम मंदिर निर्माण की सूचना मिली तो इस सबरी ने अपने राम के मंदिर को 51,10,025/- रुपये समर्पित कर दिए।

फेसबुक 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में वायरल तस्वीर हमें सबसे पहले एक फेसबुक पेज पर मिली। जिसमें तस्वीर को 22 मई 2017 को अपलोड किया गया था। इससे ये साफ हे कि वायरल तस्वीर का हाल से कोई संबंध नहीं है।  जानकारी के मुताबिक इस महिला ने वृन्दावन में गौशाला निर्माण के लिए दान दिया था।

इसके अलवा ये खबर हमें वन इंडिया पेज पर मिली। 27 मई 2017 को प्रकाशित इस खबर के अनुसार कटनी की निवासी फूलमती बरसों से वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर के नजदीक दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के पदवेशों की रखवाली करती हैं।

 अपनी पैतृक संपत्ति और जूते-चप्‍पलों की रखवाली से जोड़े गए धन से उन्‍होंने 50 लाख गौशाला को दान दिया था। 

वहीं इस खबर को अन्य न्यूज मीडिया ने भी प्रकाशित किया है, जिसके अनुसार वायरल तस्वीर में दिख रही महिला का नाम फूलवती है जसोदा नहीं। 

जानकारी के अमुसार 2017 में मध्य प्रदेश के कटनी की रहने वाली 70 वर्षीय विधवा फूलवती ने गौ संरक्षण के लिए अपने जीवन की सारी बचत, 40 लाख रुपये की राशि एक गौशाला के निर्माण और अन्य कार्यों के लिए दान कर दिया था। ये खबर यहां, यहां और यहां पर भी देखें। 

कटनी की 70 वर्ष की विधवा फूलवती मथुरा के बांके बिहारी मंदिर के गेट नंबर 2 पर जूतों की रखवाली करती थी। 

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, वायरल पोस्‍ट फर्जी है। तस्‍वीर में दिख रही महिला ने राम मंदिर के लिए चंदा नहीं दिया है। जिस महिला को जसोदा बताकर राम मंदिर के लिए 51 लाख का दान करने का दावा किया जा रहा है, वह 70 वर्ष की विधवा फूलवती हैं, जो 2017 में वृंदावन में गौशाला के निर्माण के लिए दान दिया था।

Title:पीली साड़ी में जूतों की रखवाली करने वाली इस बुजुर्ग महिला ने राम मंदिर के लिए दिया 51 लाख रुपये का दान?

Written By: Sarita Samal

Result: Misleading

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