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भीड़ द्वारा पिटाई का शिकार हुई महिला हिन्दू नहीं मुस्लिम है, बच्चा चोरी के संदेह में भीड़ ने उसकी पिटाई की थी…

कोलकाता में डॉक्टर रेप और मर्डर केस सोशल मीडिया पर चर्च का विषय बना हुआ है। इस घटना के बाद महिला सुरक्षा और महिला सम्मान को लेकर बहस छिड़ी हुई है। वही एक वीडियो को सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किया जा रहा है। जिसमें एक महिला को भीड़ द्वारा पीटा जा रहा है। वायरल वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में पुलिस की मौजूदगी में मुसलमानों ने एक हिन्दू महिला को बेरहमी से पीटा। 

वायरल वीडियो के साथ सूजर ने लिखा है- पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पुलिस के सामने ही शरिया कानून के तहत एक हिंदू महिला को मुल्ले सजा दे रहे है पुलिस केसे तमाशबीन बनी हुई है कहा गया सविधान , मानवाधिकार की दुहाई देने वाले । कांगेस ,सपा, ऐसी स्थिति पूरे देश में लागू कर्णचाहते है।बड़े शर्म की बात है  कुछ हिंदू इसके समर्थन में है। 

ट्विटर । आर्काइव 

अनुसंधान से पता चलता है कि… 

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के बारे में जानने के लिए अलग अलग की-वर्डस का इस्तेमाल किया। परिणाम में वायरल वीडियो की खबर हमें कोलकाता टीवी ऑनलाइन नाम के खबर पेज पर मिली। 19 जून 2024 को प्रकाशित इस खबर में वायरल वीडियो की स्क्रीनशॉट मौजूद है। 

प्रकाशित खबर के अनुसार 19 जून को बारासात में भीड़ ने कामाख्या मंदिर के पास एक औरत और एक आदमी को भीड़ ने बच्चा चोरी के शक में पीटा था। हमें समझ में आया कि वायरल वीडियो इसी जगह का है। 

मिली जानकारी की मदद लेते हुए आगे की जांच करने पर खबर हमें यहां, यहां और यहां पर मिली। खबरों के अनुसार सोशल मीडिया पर अफवाह फैली थी कि बारासात में बच्चे चुराने वाला एक गिरोह एक्टिव है।  उसी के शक में वायरल वीडियो वाली महिला की पिटाई की गई थी। 

सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। उस समय स्थानीय निवासियों का गुस्सा पुलिस पर भी उतर आया। जिसके चलते कथित तौर पर पुलिस की गाड़ी में तोड़फोड़ की गई। 

 हमें कोलकाता टीवी’ की रिपोर्ट मिली, जिसमें बारासात एसपी प्रतीक्षा झरखारिया ने इन घटनाओं के बारे में जानकारी दी है। 

उन्होंने कहा कि जिन तीन लोगों को पीटा गया था वो बच्चा चोर नहीं थे। उन पर ये हमला सोशल मीडिया पर फैलाई गई बच्चा चोरी  अफवाह की वजह से हुआ था। 

जांच में आगे हमें बारासात जिला पुलिस (आर्काइव) की एक ट्विट मिली, जिसमें वायरल वीडियो को लेकर जानकारी दी गई है। 22 जुलाई 2024 को की गई इस ट्वीट में पुलिस ने जानकारी दी है कि ,भीड़ द्वारा एक महिला की पिटाई का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। अफवाह फैलाने वाली यह घटना एक महीने पहले बारासात पीएस क्षेत्र में हुई थी जिसमें 3 विशिष्ट मामले दर्ज किए गए थे और 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

इसके अलावा हमें बरासात पुलिस की वेबसाइट पर इस मामले में दर्ज हुई एफआईआर की कॉपी मिली। इस एफआईआर के अनुसार, पुलिस ने महिला और पुरुष को पीटने वाले दस से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया था।  

वहीं एफआईआर के अनुसार वीडियो भीड़ द्वारा पीड़ित महिला का नाम महरबानो बीबी(32) और पुरुष का नाम खलिद (36) था। 

इससे ये स्पष्ट है कि भीड़ द्वारा पीड़ित महिला हिन्दू नहीं बल्कि मुस्लिम थी। और उनपर ये हमला बच्चा चोरी अफवाह की वजह से हुआ था।

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, वायरल वीडियो में भीड़ द्वारा पिटाई का शिकार हुई महिला हिन्दू नहीं बल्कि मुस्लिम है। बच्चा चोरी के संदेह में भीड़ ने महिला की पिटाई कर दी थी ।

Title:भीड़ द्वारा पिटाई का शिकार हुई महिला हिन्दू नहीं मुस्लिम है, बच्चा चोरी के संदेह में भीड़ ने उसकी पिटाई की थी…

Fact Check By: Sarita Samal

Result: False

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