लड़के को प्रताड़ित करती यूपी पुलिस का पुराना वीडियो हाल का बता कर भ्रामक दावे से वायरल…

Missing Context Political

पुलिसकर्मियों द्वारा एक लड़के के साथ बुरी तरह मारपीट का यह वीडियो हाल का नहीं, साल 2017 का है।  

सोशल मीडिया पर एक लड़के को बुरी तरह से प्रताड़ित करती पुलिस का वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें दो पुलिसकर्मी एक लड़के को लाठी-डंडे से यातना देते हैं और लड़का दर्द से चिल्लाता हुआ दिखाई देता है। इस वीडियो को उत्तर प्रदेश की हाल की घटना बताया जा रहा है। साथ ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और यूपी पुलिस पर तंज कसा जा रहा है…

Jai bheem ये योगी जी का उत्तर प्रदेश है। और योगी जी की पुलिस है ..जो जनता पर कर रही है अत्याचार

फेसबुक पोस्टआर्काइव पोस्ट 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने जांच की शुरुआत में वीडियो से कीफ्रेम निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद से ढूंढना शुरू किया। परिणाम में हमें एनडीटीवी की वेबसाइट पर एक रिपोर्ट छपी हुई मिली। यह रिपोर्ट नवंबर 2017 की है, जिसमें वायरल वीडियो के दृश्य को देखा जा सकता है। जबकि रिपोर्ट के अनुसार यह घटना सितंबर 2017 में उत्तर प्रदेश के महाराजगंज स्थित पनियरा थाने में हुई थी। रिपोर्ट में महाराजगंज के तत्कालीन एएसपी के हवाले से बताया गया कि पुलिसकर्मी किशोर के पास से चोरी का सामान बरामद करने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन उसके पास कुछ नहीं मिलने पर नाबालिग को छोड़ दिया गया था। इसके अलावा संबंधित पुलिसकर्मी, सब-इंस्पेक्टर को भी निलंबित कर दिया गया था। 

हमें इस घटना के विषय में एनडीटीवी के यूट्यूब चैनल पर वीडियो रिपोर्ट भी मिले, जिसे 19 नवंबर 2017 में अपलोड किया गया था।

हमें वायरल वीडियो से सम्बंधित महाराजगंज पुलिस के आधिकारिक एक्स पर वायरल वीडियो का खंडन वाला पोस्ट मिला। इसमें बताया गया था कि यह वीडियो साल 2017 की घटना है जिसे वर्तमान में साझा करते हुए अफवाह फैलाने की कोशिश की जा रही है। तब एक महिला की तरफ से उस शख्स पर चोरी का आरोप लगाया गया था। उसे पूछताछ के लिए पनियरा थाना बुलाया गया था। इस क्लिप के सामने आने के बाद वीडियो मे दिख रहे उपनिरीक्षक व आरक्षी के विरूद्ध अभियोग पंजीकृत कर निलंबित कर दिया गया था व विभागीय विधिक कार्यवाही की गई थी। 

इसलिए साफ़ हो जाता है कि लड़के को बेरहमी से पीटते पुलिसकर्मियों का वीडियो पुराना है। यह हाल की घटना नहीं है। 

निष्कर्ष 

तथ्यों के जांच से पता चलता है कि वायरल वीडियो हाल का नहीं, बल्कि साल 2017 में हुई एक घटना का है। इसमें मामला सामने आने के बाद दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था। इसलिए दावा भ्रामक साबित होता है। 

Avatar

Title:लड़के को प्रताड़ित करती यूपी पुलिस का पुराना वीडियो हाल का बता कर भ्रामक दावे से वायरल…

Fact Check By: Priyanka Sinha  

Result: Missing Context

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *