यह वीडियो केरल पुलिस के धार्मिक नारे लगाने का नहीं है, दावा फर्जी है।

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक यूनिफॉर्म में कुछ लोगों को धार्मिक नारों के साथ रैली निकालते हुए दिखाया गया है। यह वीडियो शेयर करते हुए यूजर दावा कर रहे हैं कि ये लोग केरल पुलिस के कैडेट्स है जो धार्मिक नारे लगाते हुए जय हिंद की जगह जय हदीसम बोल रहे हैं। इस वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा गया है…
केरल के हालात बेहद चिंताजनक केरल पुलिस कैडेट.. ‘जय हिंद` की जगह *जय हदीसम* बोल रहे है पुलिस धार्मिक नारे लगा रही है
Archive link
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने वायरल वीडियो की जांच के लिए उसमें से कीफ्रेम को गूगल लेंस से सर्च किया। परिणाम में हमें ARANGADI नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट पर 6 सितंबर 2025 को शेयर किया गया यहीं वीडियो मिला।
पेज में लिखे बायो से पता चलता है कि, यह इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) का केरल के कासरगोड जिले के अरंगडी गांव का स्थानीय यूनिट का पेज है।
हमें इसी इंस्टाग्राम पेज पर एक पोस्टर भी दिखाई दिया, जिसमें अलग-अलग एज ग्रुप के बच्चे और युव अलग-अलग ड्रेस कोड में दिखाई दे रहे हैं। यहां हमने नोटिस किया कि वायरल वीडियो में दिख रहे युवाओं वाली ड्रेस इस पोस्टर में दिखाई देती है। इसमें स्कॉउट टीम अरंगडी 2025-2026 लिखा हुआ है।
ग्रीन स्टार अरंगडी में IUML पार्टी से संबंधित एक यूथ क्लब है। जिसमें हमें ग्रीन आर्मी अरंगडी के फेसबुक पेज पर भी इसी तरह की परेड कर रहे इन युवाओं के वीडियो यहां और यहां पर भी मिले। पड़ताल किए जाने पर पेज पर शेयर किए गए एक परेड वीडियो के कैप्शन में Milad Day 2025 लिखा हुआ था। उसी 5 सितंबर 2025 को मिलाद उन नबी मनाया गया था।
इस वीडियो की खोज के दौरान हमें केरल पुलिस के आधिकारिक फेसबुक पेज पर एक पोस्ट किया हुआ मिला। इसमें पुलिस द्वारा धार्मिक नारे लगाने के वायरल दावे को फेक न्यूज बताया गया है।

इसलिए हम कह सकते हैं कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि, वीडियो के साथ केरल पुलिस के धार्मिक लगाने का भ्रामक दावा किया गया है। असल में वायरल वीडियो 5 सितंबर 2025 को ईद-मिलाद-उन-नबी के मौके का है जब धार्मिक यात्रा निकाली गई थी, उसी समय के वीडियो को केरल पुलिस के धार्मिक लगाने के असंबंधित दावे से साझा किया जा रहा है।
Title:ईद के जश्न के एक वीडियो को केरल पुलिस के धार्मिक नारे लगाने के झूठे दावे से साझा किया जा रहा है।
Fact Check By: Priyanka SinhaResult: Misleading


