वायरल तस्वीर में दिख रही युवती का नाम ज्योति ठाकुर है, जो हिमाचल प्रदेश से हैं, और एक वीडियो क्रिएटर हैं। कोटा में कृति नाम की लड़की के सुसाइड के नाम गलत तस्वीर को शेयर किया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर लेदर जैकेट पहने हुए एक लड़की की तस्वीर काफी वायरल हो रही है, जिसको शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि इसका नाम कृति है, जिसने राजस्थान के कोटा में आत्महत्या कर ली। यूज़र्स इस तस्वीर को शेयर करते हुए यह लिख रहे हैं कि कृति नाम की इस छात्रा के सुइसाइड नोट में सरकार से देश में संचालित कोचिंग संस्थानों को बंद करवाने की अपील की गई है। पोस्ट में लिखावट इस प्रकार है…
#कोटा में आत्महत्या करने वाली छात्रा कृति ने अपने सुसाइड नोट में लिखा था कि : -“मैं भारत सरकार और मानव संसाधन मंत्रालय से कहना चाहती हूंँ कि अगर वो चाहते हैं कि कोई बच्चा न मरे तो जितनी जल्दी हो सके इन कोचिंग संस्थानों को बंद करवा दें,ये कोचिंग छात्रों को खोखला कर देते हैं। पढ़ने का इतना दबाव होता है कि बच्चे बोझ तले दब जाते हैं। कृति ने लिखा है कि वो कोटा में कई छात्रों को डिप्रेशन और स्ट्रेस से बाहर निकालकर सुसाईड करने से रोकने में सफल हुई लेकिन खुद को नहीं रोक सकी। बहुत लोगों को विश्वास नहीं होगा कि मेरे जैसी लड़की जिसके 90+ मार्क्स हो वो सुसाइड भी कर सकती है,लेकिन मैं आपलोगों को समझा नहीं सकती कि मेरे दिमाग और दिल में कितनी नफरत भरी है।अपनी माँ के लिए उसने लिखा- “आपने मेरे बचपन और बच्चा होने का फायदा उठाया और मुझे विज्ञान पसंद करने के लिए मजबूर करती रहीं। मैं भी विज्ञान पढ़ती रहीं ताकि आपको खुश रख सकूं। मैं क्वांटम फिजिक्स और एस्ट्रोफिजिक्स जैसे विषयों को पसंद करने लगी और उसमें ही बीएससी करना चाहती थी लेकिन मैं आपको बता दूं कि मुझे आज भी अंग्रेजी साहित्य और इतिहास बहुत अच्छा लगता है क्योंकि ये मुझे मेरे अंधकार के वक्त में मुझे बाहर निकालते हैं।”कृति अपनी मां को चेतावनी देती है कि- ‘इस तरह की चालाकी और मजबूर करनेवाली हरकत 11 वीं क्लास में पढ़नेवाली छोटी बहन से मत करना, वो जो बनना चाहती है और जो पढ़ना चाहती है उसे वो करने देना क्योंकि वो उस काम में सबसे अच्छा कर सकती है जिससे वो प्यार करती है। इसको पढ़कर मन विचलित हो जाता है कि इस होड़ में हम अपने बच्चों के सपनो को छीन रहे है।आज हम लोग अपने परिवारों से प्रतिस्पर्धा करने लगे है कि फलां का बेटा-बेटी डॉक्टर बन गया, हमें भी डॉक्टर बनाना है।फलां की बेटी-बेटा सीकर/कोटा हॉस्टल में है तो हम भी वही पढ़ाएंगे,चाहे उस बच्चे के सपने कुछ भी हो…हम उन्हें अपने सपने थोंप रहे है।आज हमारे स्कूल(कोचिंग संस्थान) बच्चों को परिवारिक रिश्तों का महत्व नही सीखा पा रहे,उन्हें असफलताओं या समस्याओं से लड़ना नही सीखा पा रहे।उनके जहन में सिर्फ एक-दूसरे से प्रतिस्पर्धा के भाव भरे जा रहे है जो जहर बनकर उनकी जिंदगियां लील रहा है।जो कमजोर है वो आत्महत्या कर रहा है व थोड़ा मजबूत है वो नशे की ओर बढ़ रहा है। जब हमारे बच्चे असफलताओ से टूट जाते है तो उन्हें ये पता ही नही है कि इससे कैसे निपटा जाएं। उनका कोमल हदय इस नाकामी से टूट जाता है इसी वजह से आत्महत्या बढ़ रही है। I advise the students not to take such steps in your life…. But contact someone who can guide you properly in such conditions आप अपने विचार जरूर रखे…
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने पोस्ट की पड़ताल के लिए वायरल तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च किया। जांच के दौरान हमें वायरल तस्वीर में दिख रही युवती का एक इंस्टाग्राम अकाउंट मिला। इसकी जांच करने पर पता चला कि वायरल तस्वीर में दिख रही युवती का नाम ज्योति ठाकुर है, जो हिमाचल प्रदेश की रहने वाली हैं और एक वीडियो क्रिएटर हैं।
हमें ज्योति के इंस्टा अकाउंट पर वहीं तस्वीर मिली, जिसे 14 दिसंबर 2024 को पोस्ट किया गया था।
थोड़ा और खोज करने पर हमने यह पाया कि ज्योति ठाकुर ने अपने एक्स अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है। इसमें वो बता रही हैं कि उनका “नाम ज्योति ठाकुर है, जो पढ़ाई करने कभी कोटा नहीं गई, और वो सही सलामत हैं।” वायरल पोस्ट का खंडन करते हुए वो न्यूज चैनल और सोशल मीडिया पेज से किसी भी खबर को शेयर करने से पहले उसके तथ्यों की जांच और सच्चाई को परखने की नसीहत दी है।
हमने ज्योति के इस एक्स अकाउंट को सर्च करने पर यह देखा कि ज्योति ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वो वायरल तस्वीर वाले कपड़ो में दिखाई दे रही हैं।
यहां तक तो यह स्पष्ट हो गया कि वायरल हो रही तस्वीर ज्योति ठाकुर की है, जिनका कोटा छात्रा के आत्महत्या मामले से कोई संबंध नहीं है।
फिर हमने कोटा में कृति नाम की छात्रा द्वारा आत्महत्या के दावे की जांच के लिए रिपोर्ट्स को ढूंढना शुरू किया। परिणाम में हमें कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिली, जिनमें हमें इस घटना से सम्बंधित खबरें मिलीं। 20 मई 2016 में प्रकाशित बीबीसी की रिपोर्ट में यह बताया गया है कि एक 17 साल की लड़की ने अपने सुसाइड नोट में कोटा के कोचिंग संस्थानों केंद्र सरकार से जल्दी हो बंद करने की गुहार लगाई थी। बीते 28 अप्रैल को कृति ने अपनी रिहाइशी इमारत की पांचवीं मंजिल से कूदकर जान दे दी थी।
इसी समान जानकारी के साथ हमें अमर उजाला कि रिपोर्ट मिली, जिसे 11 मई 2016 को प्रकाशित किया गया था। इसके अनुसार 28 अप्रैल 2016 को गाजियाबाद निवासी 17 वर्षीय छात्रा कृति त्रिपाठी ने कोटा में पांचवी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। कृति ने पांच पेज का सुइसाइड नोट भी छोड़ा था।
हिंदुस्तान टाइम्स द्वारा 10 मई 2016 को इस बारे में रिपोर्ट छापी गई है साथ ही रिपोर्ट में सुइसाइड नोट की एक प्रति को भी शेयर किया गया है। लेटर में कृति ने छात्रों के ऊपर पड़ने वाले मानसिक दवाब और रुचि के विपरीत विषयों को थोपे जाने का जिक्र किया था।
साथ ही रिपोर्ट में कृति की एक तस्वीर को भी छापा गया है, जो वायरल तस्वीर वाली लड़की से एकदम अलग दिखाई दे रही है।
इसलिए हम कह सकते हैं कि वायरल तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है। वायरल तस्वीर दिख रही लड़की का नाम ज्योति ठाकुर है, जिसका कोटा में छात्रा के आत्महत्या मामले से भी कोई सरोकार नहीं है।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि कोटा में छात्रा के आत्महत्या के दावे से एक वीडियो क्रिएटर की तस्वीर को भ्रामक दावे से फैलाया जा रहा है। वायरल तस्वीर में दिख रही लड़की का नाम कृति नहीं बल्कि ज्योति ठाकुर है जो एक वीडियो क्रिएटर है।
Title:कोटा में कृति नाम की लड़की के सुसाइड की घटना के नाम पर सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ज्योति ठाकुर वायरल…
Written By: Priyanka SinhaResult: False
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