धराली में राहत बचाव -कार्य के लिए चिनूक हेलिकॉप्टर से जेसीबी पहुंचाने वाली एडिटेड तस्वीर फर्जी दावे से वायरल…

Altered Natural Disaster

चिनूक हेलिकॉप्टर से जेसीबी ले जाती वायरल यह तस्वीर असली नहीं एडिटेड है। 

उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले में बादल फटने से हुई तबाही के बाद राहत और बचाव कार्य अभी जारी है। मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए सरकारी मशीनरी की पूरी ताकत झोंकी जा रही है। इस से जोड़ते हुए सोशल मीडिया पर एक तस्वीर तेजी से शेयर की जा रही है, जिसमें इंडियन एयरफोर्स का चिनूक हेलिकॉप्टर एक JCB एक्स्कावेटर मशीन को उठाए दिख रहा है। यह तस्वीर शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि उत्तरकाशी में अभी हुई त्रासदी के चलते रास्ते बंद होने से धराली में इस प्रकार से चिनूक हेलिकॉप्टर से JCB पहुंचाई गई। तस्वीर इस कैप्शन के शेयर किया जा रहा है…

नए भारत की एक नई तस्वीरये है Narendra Modi युग का भारत आपदा के कारण रास्ते बंद होने के चलते उत्तराखंड के धराली में चिनूक हेलीकॉप्टर से JCB मशीन पहुँचाई गई।

फेसबुक पोस्टआर्काइव पोस्ट 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने जांच की शुरुआत में वायरल तस्वीर को गूगल लेंस से सर्च किया। परिणाम में हमें इमेज स्टॉक वेबसाइट गेट्टी इमेजेज पर चिनूक हेलीकॉप्टर वाली यहीं तस्वीर साझा की हुई मिली। इसके साथ लिखे विवरण के अनुसार, 8 अक्टूबर 2020 को गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस में आयोजित हुए 88वें भारतीय वायु सेना दिवस समारोह के दौरान की यह तस्वीर है, जिसके साथ कैप्शन में लिखा था, ‘भारतीय वायु सेना का CH-47 चिनूक हेलीकॉप्टर भार वहन करने की क्षमता का प्रदर्शन करता हुआ।’ यहां पर हमने देखा कि इसमें जेसीबी मशीन नहीं थी। इस तस्वीर का क्रेडिट हिंदुस्तान टाइम्स के संजीव वर्मा को दिया गया था। यहां पर हमें 88वें भारतीय वायु सेना दिवस समारोह की और भी कई अन्य तस्वीरें मिली।

यह तस्वीर हमें Rediff.com पर 8 अक्टूबर 2020 को शेयर की हुई मिली जो चिनूक हेलिकॉप्टर थी।

इतना तो साफ़ हो गया था कि वायरल इमेज में हेलीकाप्टर के साथ आपदा वाली नीचे की तस्वीर अलग से जोड़ी गई है। इसलिए हमने वायरल तस्वीर में नीचे वाली तस्वीर की भी खोज की। परिणाम में हमें हिंदुस्तान टाइम्स की 6 अगस्त 2025 को छपी रिपोर्ट में यह तस्वीर मिली, इसके साथ कैप्शन में लिखा था कि,उत्तराखंड के ऊपरी क्षेत्रों में स्थित एक लोकप्रिय पर्यटक गांव धराली में आई अचानक बाढ़ से चट्टानों, मलबे और कीचड़ का सैलाब से आ गया, जिससे वहां के घर, दुकानें और होटल ध्वस्त हो गए। 

यह तस्वीर इंडिया टीवी, सीएनबीसी की रिपोर्ट में भी है और सभी में इस तस्वीर के लिए पीटीआई को क्रेडिट दिया गया है।

हमारे द्वारा वायरल तस्वीर और हमें मिली मूल तस्वीर के बीच की तुलना की गई है। दिखाई दे रहा है कि वायरल तस्वीर में दिख रही इमेज अलग-अलग है जिनको एडिट किया गया है।

साथ ही जांच के दौरान हमें उत्तराखंड पुलिस की तरफ से उनके फ़ेसबुक पर एक पोस्ट मिला, जिसमें यह स्पष्ट किया गया था कि वायरल हो रही यह तस्वीर धराली आपदा रेस्क्यू से संबंधित नहीं है। उत्तराखंड पुलिस ने पोस्ट में लिखा था, “कुछ लोगों द्वारा चिनूक द्वारा उठाई गई JCB की उक्त तस्वीर को उत्तरकाशी के हर्षिल, धराली आपदा रेस्क्यू से जोड़ा जा रहा है, जो पूर्णतः असत्य एवं भ्रामक है। यह तस्वीर धराली आपदा रेस्क्यू से संबंधित नहीं है।“

निष्कर्ष 

तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि धराली में चिनूक हेलिकॉप्टर से JCB पहुंचाने वाली वायरल हो रही तस्वीर एडिटेड हैजोकि भ्रामक दावे से वायरल है।

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Title:धराली में राहत बचाव -कार्य के लिए चिनूक हेलिकॉप्टर से जेसीबी पहुंचाने वाली एडिटेड तस्वीर फर्जी दावे से वायरल…

Fact Check By: Priyanka Sinha 

Result: Altered

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