बांग्लादेश में विरोध-प्रदर्शन के दौरान सड़क पर नमाज अदा करते छात्रों के वीडियो को सांप्रदायिक दावे से शेयर किया जा रहा है।
बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच सांप्रदायिक दावे से एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें कुछ युवकों को सड़क पर बैठे हुए देखा जा सकता है, हालंकि उनके आसपास कुछ लोगों को डंडे लेकर खड़े देखा जा सकता है। यूज़र्स वीडियो को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि वीडियो में घुटनों पर बैठे दिखाई दे रहे तमाम लोग हिंदू हैं जिनको बंधक बना कर जबरन इस्लाम कबूल करवाया जा रहा है। वीडियो को इस कैप्शन के साथ फैलाया जा रहा है …
बांग्लादेश में हिंदुओं को बंधक बनाकर इस्लाम कबूल करवाते इस्लामी दानव
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में वीडियो का कीफ्रेम ले कर उसे गूगल लेंस से खोजना शुरू किया। हमें यहीं वीडियो एक फेसबुक यूजर Mahadi ALP की तरफ से रील के तौर पर शेयर किया हुआ मिला। इसके साथ कैप्शन में जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे छात्र सड़क पर कर रहे हैं प्रार्थना, बांग्लादेश की सड़कों पर आम छात्रों का ये नजारा पहली बार है लिखा था।
खोज के दौरान हमने यह पाया कि अनामुल हक़ फैजल नाम के एक यूट्यूब यूज़र (आर्काइव) द्वारा वायरल वीडियो को अपलोड किया गया है। जिसे 25 जुलाई की तारीख़ में देखा जा सकता है। साथ दिए गए कैप्शन के अनुसार वीडियो को विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्रों द्वारा सड़क पर नमाज अदा करने का बताया गया है।
यूट्यूब पर ही एक और यूज़र द्वारा इस वीडियो को पोस्ट किया गया है। कैप्शन के अनुसार विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्रों द्वारा सड़क पर नमाज अदा की गई थी यह पता चलता है।
हमने अपनी खोज को और आगे बढ़ाते हुए बांग्लादेशी भाषा में प्रकाशित कुछ मीडिया रिपोर्टों को प्राप्त किया। इनमें बांग्लादेश मूमेंट्स नाम (आर्काइव) की वेबसाइट पर इससे संबंधित खबर छापी गई है। साथ ही वायरल वीडियो से मिलती हुई एक तस्वीर को भी पोस्ट किया गया है। खबर के अनुसार कोटा में सुधार की मांग को लेकर छात्रों ने 16 जुलाई को ढाका के बसुंधरा गेट पर सड़क जाम करते हुए प्रदर्शन किया था। तभी वहां पर नमाज भी अदा की थी। इस दौरान मौजूद छात्रों ने नारेबाजी की थी और प्रदर्शन को जारी रखा था।
इसके अलावा हमने बांग्लादेशी न्यूज वेबसाइट ढ़ाका प्रेस (आर्काइव) , Probashirdiganta.com (आर्काइव)और सोमोय टीवी पर भी इससे जुड़ी रिपोर्ट को प्रकाशित देखा। जिससे हमें पता चला कि वायरल वीडियो विरोध प्रदर्शन के दौरान नमाज अदा करने की ही है। इनमें कहीं भी हिन्दुओं को जबरन बंधक बना कर नमाज़ पढ़ाने या फिर इस्लाम कबूल करवाने की पुष्टि नहीं हुई।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच पश्चात हमने वायरल वीडियो के साथ किए गए दावे को गलत पाया है। असल में वायरल वीडियो विरोध प्रदर्शन के दौरान नमाज अदा करने का है। हमें जो साक्ष्य मिले उनमें कहीं भी हिन्दुओं को जबरन बंधक बना कर नमाज़ पढ़ाने या फिर इस्लाम कबूल करवाने की पुष्टि नहीं हुई। इसलिए वीडियो के साथ किया गया दावा गलत साबित होता है।
Title:वायरल वीडियो के साथ बांग्लादेश में हिंदुओं को बंधक बनाकर इस्लाम कबूल करवाने का फर्जी दावा वायरल…
Fact Check By: Priyanka SinhaResult: Missing Context
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