नेपाल में एक प्रदर्शन के दौरान बौद्ध भिक्षु पर बल प्रयोग का पुराना वीडियो बिहार के बोधगया की घटना के रूप में वायरल…

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बौद्ध भिक्षु पर बल प्रयोग का वायरल हो रहा वीडियो नेपाल में हुए एक प्रदर्शन के दौरान का है, बिहार के बोधगया का नहीं।

बिहार में स्थित विश्व प्रसिद्ध बौद्ध तीर्थस्थल बोध गया में पिछले 12 फरवरी से बौद्ध भिक्षुओं द्वारा लगातार धरना प्रदर्शन जारी है, जो बोधगया टेंपल एक्ट (BT एक्ट), 1949 को समाप्त किये जाने की मांग पर अडिग हैं। दरअसल इस एक्ट के तहत बोधगया टेंपल मैनेजमेंट कमिटी में बौद्धों के साथ-साथ हिंदू धर्मावलंबियों को सदस्य बनाए जाने का एक प्रावधान है, जिसका बौद्ध भिक्षु द्वारा लंबे समय से विरोध किया जा रहा है। इसी संदर्भ से जोड़ते हुए तमाम सोशल मंचों पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी एक बौद्ध भिक्षु पर बल प्रयोग करते नज़र आ रहे हैं। यह भी दिखाई दे रहा है कि डंडे और रायट शील्ड  पकड़े पुलिसकर्मी एक बौद्ध भिक्षु को लात मारते हुए जगह से भगा रहे हैं। यूज़र्स द्वारा वीडियो शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि बिहार के बोधगया में महाबोधि मंदिर के मैनजमेंट को लेकर भिक्षुओं के आंदोलन के दौरान एक बौद्ध भिक्षु को बिहार पुलिस द्वारा पीटा गया। वहीं वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा गया है…

बौद्ध गया स्थित महा बोधि बुद्द विहार मुक्ति आंदोलन मे शांति पूर्वक आंदोलन कर रहे बौद्ध भिक्षुओं को Nitish Kumar और तानाशाही Narendra Modi सरकार ने बर्बरतापूर्ण व्यवहार कर भगाया बौद्ध भिक्षुओं को लात मारी गई बहुत ही शर्मनाक पूरे विश्व के बुद्द समाज एवं अम्बेडकर अनुयायियों को इस आंदोलन मे कूदना चाहिए इस तरह धम्म गुरुओ का अपमान बर्दास्त नहीं किया जाएगा Bihar Police महा बोधि बुद्द विहार को मुक्त करो

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने जांच की शुरुआत में वीडियो को ध्यान से देखा, इस दौरान हमने नोटिस किया कि वीडियो में एक जगह पर ‘nepalkhabar’ लिखा हुआ है।

इसके बारे में सर्च करने पर हमने पाया कि ‘Nepal Khabar’ एक नेपाली अखबार है। हमें अंदेशा हुआ कि हो न हो वीडियो नेपाल का है। इसलिए हमारी तरफ से वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च किया गया। परिणाम में हमें 7 अप्रैल, 2024 को यूट्यूब पर एक वीडियो मिला, जिसमें हमने वायरल क्लिप से मिलते हुए दृश्य देखें। कैप्शन में “शनिवार को भद्रकाली में पुलिस ने बौद्ध भिक्षु के साथ दुर्व्यवहार किया” लिखा हुआ था। जबकि वीडियो के साथ डिसक्रिप्शन में ‘नेपाल पुलिस’ का हैशटैग लगा हुआ था।  

फिर हमें वायरल वीडियो से मिलता हुआ एक और वीडियो इंस्टाग्राम पर एक यूज़र की तरफ से पोस्ट किया हुआ मिला। यहां पर भी वीडियो को 7 अप्रैल 2024 को ही शेयर किया गया है। krishna poudel नाम के एक यूज़र द्वारा यूट्यूब पर इसी वीडियो को अपलोड किया गया है। कैप्शन के अनुसार वीडियो में नेपाल पुलिस और थाईलैंड पुलिस के बीच के अंतर को दिखाया गया है। इससे इतनी बात यहीं स्पष्ट हो जाती है कि वीडियो बिहार का नहीं नेपाल का है।

मिली जानकारी से मदद लेकर हमने और खोज की, तो हमें मामले से जुड़ी कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिली। इनमें नेपाल के स्थानीय मीडिया चैनल सगरमाथा के यूट्यूब चैनल पर 7 अप्रैल 2024 को अपलोड किए गए वीडियो में वायरल वीडियो के दृश्य दिखाई देते हैं।

एक नेपाली न्यूज पोर्टल खबर दाबली के हवाले से पता चलता है कि, नेपाल की राजधानी काठमांडू के भद्रकाली में राष्ट्रीय क्रांति दल द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने एक बौद्ध भिक्षु पर बल प्रयोग कर दिया था। यह खबर 9 अप्रैल 2024 को प्रकाशित की गई थी। साथ ही इसमें वायरल वीडियो की एक तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है।

साथ ही न्यूज पोर्टल My Republica की 8 अप्रैल 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, इस घटना के बाद नेपाल के तत्कालीन गृहमंत्री रबी लाछिमाने एवं पुलिस विभाग की व्यापक आलोचना हुई थी। जबकि रिपोर्ट में पुलिसकर्मी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जानकारी दी गई है।

इससे हम कह सकते हैं कि वायरल वीडियो बिहार के बोधगया का नहीं है बल्कि नेपाल में हुए एक प्रदर्शन के दौरान का पुराना वीडियो है।

निष्कर्ष 

तथ्यों के जांच से पता चलता है कि नेपाल के भद्रकाली में हुई एक पुरानी घटना के वीडियो को बिहार के बोधगया में चल रहे प्रदर्शन से जोड़ कर भ्रामक दावा किया जा रहा है।

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Title:नेपाल में एक प्रदर्शन के दौरान बौद्ध भिक्षु पर बल प्रयोग का पुराना वीडियो बिहार के बोधगया की घटना के रूप में वायरल…

Written By: Priyanka Sinha 

Result: False