False

मध्य प्रदेश के खरगोन में नग्न नहा रहे युवकों की पिटाई का वीडियो जातीय द्वेष से जोड़ कर वायरल….

फैक्ट क्रेसेंडो को महेश्वर थाने के प्रभारी ने यह स्पष्ट किया है कि मामले में कोई भी जातीय एंगल नहीं है दावा फर्जी है।

सोशल मीडिया पर काफी हैरान कर देने वाला एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें नदी की घाट पर भीड़ द्वारा कुछ युवको को नग्न अवस्था में पीटा जा रहा है। यूजर्स इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि यह उत्तर प्रदेश के वाराणसी का वीडियो है, जहां पर ऊंची जाति के लोगों ने महादेव मंदिर के दर्शन करने गए निचली जाति के लोगों की इस तरह पिटाई कर दी। पोस्ट शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा गया है कि…

#उत्तरप्रदेश काशी के महादेव मंदिर के दर्शन करने गए चमार समाज के लोगों को ऊंची जाति के लोगों ने नंगे कर पीटा। बंटोगे तो कटोगे की असलियत ये है कि हिंदू बनोगे तो नंगे कर के पीटे जाओगे? निंदनीय और शर्मनाक 😡😡अरे भाई मुझको यह नहीं समझ में आता की क्यों जा रहे हैं यह लोग जब इनको जाति देखकर मंदिर में एंट्री करनी है तो समझदारी से कम लेना चाहिए

फेसबुक पोस्टआर्काइव पोस्ट 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने वायरल वीडियो की जांच में गूगल पर सम्बंधित कीवर्ड्स का इस्तेमाल किया। परिणाम में हमें इससे जुड़ी रिपोर्ट दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर भी मिली। इसमें बताया गया है कि अहिल्या घाट पर 10 सितंबर की शाम को कुछ युवक नग्न अवस्था में नर्मदा नदी में नहा रहे थे। जब इस बात की जानकारी स्थानीय युवकों को मिली तो उन लोगों ने नदी में नहा रहे युवकों को बाहर निकाला और उनकी पिटाई कर दी। इस घटना की सूचना पुलिस को दी गई थी लेकिन पुलिस के आने से पहले ही नहा रहे युवक माफ़ी मांगते हुए वहां से भाग गए।

हमें सितंबर 2024 की और भी मीडिया रिपोर्ट मिलीं, जिसमें यह वीडियो शेयर किया गया था। इनमें आजाद हिन्दुस्तान लाइव नाम के यूट्यूब चैनल पर 12 सितंबर 2024 की प्रसारित वीडियो के अनुसार यह घटना 10 सितंबर 2024 की रात 8 बजे मध्य प्रदेश के खरगोन जिले की है। जब जिले के महेश्वर में नर्मदा नदी के तट पर निर्वस्त्र होकर नहा रहे कुछ लोगों की स्थानीय लोगों ने पिटाई कर दी थी। 

इसके अलावा हमने लोकल मीडिया आउटलेट धामनोद समाचार और एमपी तेज़ खबर के हवाले से भी घटना की वीडियो रिपोर्ट्स को प्रसारित देखा। जिनके अनुसार मामला वाराणसी का नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के खरगोन का है जहां पर नग्न नहा रहे युवकों की वहीं के लोगों ने पिटाई की थी।

थोड़ा और खोज करने से हमें इसी वायरल वीडियो से जुड़ी वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के एक्स हैंडल पर एक पोस्ट मिला। इसमें उसी वायरल वीडियो का खंडन किया गया था। जिसके साथ कैप्शन में लिखा था कि “#UPPFactCheck- यह वीडियो काशी, उत्तर प्रदेश का न होकर मध्य प्रदेश के खरगौन जिले के महेश्वर मे स्थित नर्मदा नदी के तट का है। उक्त वीडियो को बिना सत्यापन के काशी #UPPolice का बताकर भ्रामक पोस्ट करने के कारण आपके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जा रही है”।

हमने अधिक स्पष्टिकरण के लिए महेश्वर थाने से भी संपर्क किया। जहां पर थाने के प्रभारी जगदीश गोयल ने हमें ये स्पष्ट किया ये मामला अभी का नहीं बल्कि पुराना है। तथा इस वीडियो का ऊंची जाति द्वारा दलितों की पिटाई या फिर किसी भी धर्म विशेष से कोई मतलब नहीं है। वीडियो को गलत धरना से फैलाया गया है।

निष्कर्ष 

तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश के काशी का नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश के खरगोन का है। जब नर्मदा नदी के तट पर निर्वस्त्र नहाने की वजह से कुछ स्थानीय लोगों ने युवकों को पीटा था। वायरल वीडियो का कोई भी जातीय एंगल नहीं है।

Title:मध्य प्रदेश के खरगोन में नग्न नहा रहे युवकों की पिटाई का वीडियो जातीय द्वेष से जोड़ कर वायरल….

Fact Check By: Priyanka Sinha

Result: False

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