Partly False

पीएम मोदी के साथ दूसरे नेताओं के मास्क लगा कर प्रदर्शन का वीडियो गलत व भ्रामक दावे से वायरल…

देश में होने जा रहे चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर पीएम मोदी समेत प्रमुख वैश्विक नेताओं के मास्क को पहन कर प्रदर्शन का वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें प्रदर्शनकारियों को हथकड़ी भी पहने हुए देखा जा सकता है। वीडियो को सोशल मीडिया यूज़र्स इस दावे से साझा कर रहे हैं कि इन तमाम नेताओं को तानाशाह बता कर इनके खिलाफ अमेरिका में हालिया प्रदर्शन किये गए हैं। वीडियो इस कैप्शन के साथ वायरल है…

विदेशों में साहेब का सच में डंका बजता है, ऐसा आज तक भारत के किसी भी प्रधानमंत्री के साथ नहीं हुआ कि अमेरिका की सड़कों पर साहेब और उनकी तानाशाह मित्र मंडली को हथकड़ी लगा कर घुमाया गया हो। 

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने जांच की शुरुआत में वीडियो के कीफ्रेम को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में हमें ब्राजीलिआई न्यूज आउटलेट Folha de S.Paulo पर 5 नवंबर 2021 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। हमें यहां पर वायरल वीडियो वाली एक तस्वीर दिखाई दी। 

हमें अपनी खोज के दौरान ब्राजीलियाई समाचार आउटलेट रेविस्टा सेनेरियम की साईट पर वायरल वीडियो से जुड़ी एक तस्वीर के साथ रिपोर्ट को देखा। इसके शीर्षक में लिखा था कि COP26 के विरोध में बोल्सोनारो और अन्य विश्व नेताओं को ‘जलवायु अपराधी’ कहा गया।  थोड़ा और आगे देखने पर यह समझ पाए कि ग्लासगो में संयुक्त राष्ट्र का 26वां जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP26) आयोजित हुआ था। जहां पर पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रमुख देशों के नेताओं के मास्क लगाकर उन्हें क्लाइमेट क्रिमिनल के रूप में दिखाया। रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक नेताओं के खिलाफ इस विरोध प्रदर्शन में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, ब्राजील के तत्कालीन राष्ट्रपति बोल्सोनारो, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन, रूसी नेता व्लादिमीर पुतिन और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मीडिया उद्योगपति रूपर्ट मर्डोक के मुखौटे को लगाते हुए प्रोटेस्ट किया गया था।

हमने बीबीसी द्वारा प्रकाशित एक और रिपोर्ट को देखा जिसमें बताया गया है कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए स्कॉटलैंड के ग्लासगो में 31 अक्टूबर से 12 नवंबर 2021 तक 26वां संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन आयोजित हुआ। जिसे ग्रेटा थनबर्ग ने एक विफलतापूर्वक बताया।

इससे हम कह सकते हैं कि वायरल वीडियो अमेरिका में हुए हाल के प्रदर्शन का नहीं है।

निष्कर्ष-

तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि स्कॉटलैंड के ग्लासगो में हुए एक विरोध प्रदर्शन के वीडियो को हाल का बता कर फर्जी दावे से फैलाया गया है। 

Title:पीएम मोदी के साथ दूसरे नेताओं के मास्क लगा कर प्रदर्शन का वीडियो गलत व भ्रामक दावे से वायरल…

Fact Check By: Priyanka Sinha

Result: Partly False

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