वायरल वीडियो में महिला द्वारा रेपिस्ट को गोली मारने की घटना वास्तविक नहीं बल्कि बहुत पुरानी फिल्म का दृश्य है…
बेटी के रेपिस्ट को गोली मारने वाली महिला का यह वीडियो एक फिल्मी सीन है असली घटना नहीं है।
कोलकाता रेप केस को लेकर पूरा देश गुस्से की आग में सुलग रहा है। मृतक पीड़िता को न्याय दिलाने की आस में आरोपी संजय को कड़ी से कड़ी सज़ा दिए जाने की मांग रही है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक महिला का किसी कमरे में पिस्तौल से फायरिंग करने का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो को साझा करते हुए यूज़र्स दावा कर रहे हैं, कि मैरीएन बाकमायर नाम की इस जर्मन महिला ने अपनी सात साल की बच्ची का रेप करने वाले शख्स को कोर्ट में गोली मार दी थी। जिसके बाद महिला को छह साल की सजा सुनाई गई थी। वीडियो को इस कैप्शन के साथ देख सकते हैं….
वीडियो में जर्मनी की बहादुर महिला Marianne Bachmeier हैं, जिन्होंने अपनी 7 साल की मासूम बच्ची के बलात्कारी को कोर्ट में गोली मारी थी जिसके बाद इनको 6 साल की सज़ा सुनाई गई थी।*
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में वीडियो को छोटे- छोटे कीफ्रेम्स में तोड़ कर उसे रिवर्स इमेज सर्च किया। हमने देखा कि एक्स हैंडल (आर्काइव) पर इसी वायरल वीडियो को पोस्ट किया गया है। 5 मार्च 2024 में पोस्ट किए गए कैप्शन के अनुसार यह एक फिल्म का सीन है जिसका नाम डेर फॉल बाकमीयर कीन ज़िट फ़र ट्रैनेन है। कैप्शन के अनुसार इसमें मैरिएन बाकमीयर की कहानी दिखाई गई है, जिसने 6 मार्च, 1981 को लुबेक डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के कोर्ट रूम में क्लॉस ग्रेबोव्स्की की हत्या कर दी थी क्यूंकि उसने मैरिएन की 7 वर्षीय बेटी के साथ दुर्व्यवहार कर मार डाला था।
मिली जानकारी की मदद के बाद हमने इस फिल्म के बारे में और खोजना शुरू किया। जहां पर हमें एंटरटेनमेंट वेबसाइट Themoviedb.org (आर्काइव) से पता चला कि यह फिल्म साल 1984 में रिलीज हुई थी, जो मैरिएन बाकमायर नाम की एक महिला की कहानी पर बनी थी।
इसके बाद हमने यूट्यूब पर इस फिल्म को सर्च करना शुरू किया, तो हमें वहां पूरी फिल्म मिली। यहां पर 1 घंटे 19 मिनट पर (आर्काइव) वायरल सीन को देखा जा सकता है।
बाद में यहीं फिल्म अंग्रेजी में No Time for Tears: The Bachmeier Case के नाम से रिलीज हुई थी।
फिल्म की कहानी में दिखाया गया है कि 1981 में मैरिएन बाकमायर ने अपनी बेटी के रेपिस्ट और हत्यारे को कोर्ट में गोली मार दी थी। फिल्म में मैरिएन बाकमायर का किरदार ऑस्ट्रियन एक्ट्रेस मैरी कोलबिन ने निभाया था। जिसके डायरेक्टर हार्क बोम थे।
चूंकि यह मूवी एक सत्य घटना पर आधारित थी इसलिए हमने इससे जुड़ी मीडिया रिपोर्ट्स को चेक किया। इसके बारे में हमें मिली द सन (आर्काइव) की रिपोर्ट यह बताती है कि वेस्ट जर्मनी में मैरीएन बाकमायर नाम की एक महिला ने एक आदमी की कोर्ट में गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसका नाम क्लॉस ग्रैबोस्की था इसने मैरिएन बाकमायर की बेटी एना का रेप कर उसकी हत्या कर दी थी। जिसके बाद 6 मार्च 1981 को बीच अदालत में सुनवाई के दौरान क्लॉस ग्रैबोस्की को मैरीएन बाकमायर ने गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया था। बाद में मैरिएन बाकमायर को हत्या के आरोप में 6 साल की सजा सुनाई गई थी। लेकिन 3 साल बाद वह जमानत पर रिहा हो गई थीं।
इससे हम स्पष्ट होते हैं कि वायरल वीडियो असली घटना नहीं बल्कि फिल्म का एक क्लिप है।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच पश्चात यह पता चलता है कि वायरल वीडियो एक फिल्म से लिया गया सीन है , जो सत्य घटना पर आधारित थी। जबकि कहानी जर्मनी की एक महिला की थी जिसने वाकई में अपनी बेटी का रेप कर और हत्या करने वाले शख्स को कोर्ट में सुनवाई के दौरान गोली मार दी थी। उसी पर बनी फिल्म के एक वीडियो को असली समझ कर शेयर किया जा रहा है।
Title:वायरल वीडियो में महिला द्वारा रेपिस्ट को गोली मारने की घटना वास्तविक नहीं बल्कि बहुत पुरानी फिल्म का दृश्य है…
Written By: Priyanka SinhaResult: False