अपने साथ पुलिस की पिटाई की व्यथा सुनाते मौलाना का वीडियो बिहार के मधुबनी में हुई एक घटना से जुड़ा है, इसे यूपी के बरेली में हुई हालिया हिंसा से जोड़ कर भ्रामक दावा किया गया है।

अभी हाल ही बरेली में ‘आई लव मोहम्मद’ विवाद में पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज किया था। जिससे जोड़ते हुए इंटरनेट पर एक वीडियो वायरल किया जा रहा है। इसमें एक शख्स है जो तेजस्वी यादव को अपने साथ पुलिस द्वारा की गई पिटाई के बारे में रोते हुए बताता है। यह वीडियो शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि, यह मौलाना बरेली में हुई हिंसा में शामिल होने के लिए बिहार से बरेली गया था, और यूपी पुलिस ने इसकी पिटाई कर दी। यूज़र ने वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है…
बरेली हिंसा में योगी पुलिस द्वारा दिए गए सेवाकार्यों का तेजस्वी यादव से बखान करता हुआ बिहार का एक मौलाना। बेचारे का कुसूर बस इतना था की हिंसा में शामिल होने के लिए बिहार से बरेली गया था।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में वीडियो से जुड़ी कीवर्ड्स को गूगल पर टाइप किया। परिणाम में हमें RUNCUT नाम के एक यूट्यूब चैनल पर वायरल वीडियो का लंबा वर्जन अपलोड किया हुआ मिला। वीडियो को 4 फरवरी 2025 को अपलोड किया गया था, जिसमें शुरुआत में ही वायरल वीडियो वाले हिस्से को देखा जा सकता है। वहीं वीडियो के साथ लिखे कैप्शन के अनुसार, बिहार में मस्जिद के इमाम को पुलिस ने बेरहमी से पीटा था, जिससे मिलने तेजस्वी यादव पहुंचे थें।
हमें इस बारे में न्यूज़ रिपोर्ट्स प्रकाशित की हुई मिलीं। इस बारे में 4 फरवरी 2025 को प्रकाशित दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, बिहार के मधुबनी ज़िले में मोहम्मद फिरोज नाम के व्यक्ति ने पुलिस पर यातना देने का आरोप लगाया था, जिसके बाद आरजेडी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव 3 फ़रवरी को उनसे मिलने उनके घर पहुंचे थें।
5 फ़रवरी 2025 को एबीपी न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक़, 30 जनवरी को मधुबनी के बेनीपट्टी थाना क्षेत्र के कटैया गांव निवासी मोहम्मद फिरोज ने वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस की तरफ से मारपीट करने का आरोप लगाया गया था। उन्होंने एसपी को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की थी। मामले में पुलिस का कहना था कि वाहन जांच के दौरान मोहम्मद फिरोज भागने लगे थे, इसलिए उन्हें पकड़ा गया। इसके बाद एसपी के निर्देश पर जांच के बाद पांच पुलिसकर्मियों, एएसआई मुकेश कुमार, हवलदार रंजीत, सिपाही विक्रम कुमार, चौकीदार सुरेश पासवान और चौकीदार सुरदीप मंडल को दोषी पाया गया और तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
इस घटना के वीडियो को भारत एक्सप्रेस के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया हुआ मिला।
द हिंदू और ज़ी न्यूज़ की रिपोर्ट्स अनुसार, तेजस्वी यादव द्वारा पीड़ित मोहम्मद फिरोज से मुलाक़ात के दौरान उन्होंने बताया कि पुलिसवालों ने उनके बाल और दाढ़ी खींची, थप्पड़ मारे और लकड़ी के डंडे से पीटा।
बरेली हिंसा
उत्तर प्रदेश के बरेली मंडल में ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर विवाद में पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था। उत्तर प्रदेश के बरेली में जुमे की नमाज़ के बाद ‘आई लव मोहम्मद’ प्रदर्शन हिंसक झड़पों में बदल गया।‘आई लव मोहम्मद’ के प्लेकार्ड लेकर आला हज़रात दरगाह और इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल प्रमुख मौलाना तौक़ीर रज़ा ख़ान की अपील पर बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे। प्रशासन का कहना है कि इसकी अनुमति नहीं दी गई थी। भीड़ शहर के खलील तिराहे से इस्लामिया इंटर कॉलेज मैदान की ओर बढ़ी तो पुलिस ने रोकने की कोशिश की और पथराव, झड़प और लाठीचार्ज की घटनाएं हुईं। पुलिस के मुताबिक़ इस दौरान फायरिंग भी हुई और पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हुए।”
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि, वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। यह वीडियो बिहार के मधुबनी में एक इमाम के साथ हुई एक घटना से संबंधित है, जिसे यूपी के बरेली हिंसा से जोड़ कर गलत रूप में फैलाया जा रहा है।
Title:रो कर तेजस्वी को अपनी आप-बीती बताते मौलाना के वायरल वीडियो का नहीं है संबंध बरेली हिंसा से, पूरी तरह फर्जी है वायरल दावा…
Fact Check By: Priyanka SinhaResult: False


