प्रदर्शनकारियों पर पुलिस द्वारा लाठी बरसाने का वीडियो हाल की घटना नहीं है। यह पटना में मदरसा शिक्षकों की तरफ से किए गए प्रदर्शन का पुराना वीडियो है।
इन दिनों वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर काफी चर्चा हो रही है। जिसको लेकर इंटरनेट पर कई पोस्ट वायरल किए जा रहे हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ प्रदर्शनकारियों पर पुलिस को लाठी भांजते हुए देखा जा सकता है। यूज़र्स द्वारा वीडियो शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि बिहार की राजधानी पटना में वक्फ बोर्ड के समर्थन में जूलूस निकाल रहे लोगों पर पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। वहीं पोस्ट शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा गया है कि…
बिहार– पटना में वक्फ बोर्ड के समर्थन में जूलूस निकाल कर उपद्रव कर रहे समुदाय विशेष के लोग भूल गए की यह लालू और तेजस्वी की सरकार नहीं हैं! नीतीश कुमार और बीजेपी गठबंधन की सरकार है, पुलिस ने पहले तो इन्हें प्यार से समझाया, और ये मानने को तैयार न थे तब मजबूरन पुलिस को इनकी जमकर खातिरदारी करनी पड़ी।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच कि शुरुआत में वायरल वीडियो को ध्यान से देखा। यहां पर हमने कुल 2 मिनट 51 सेकेंड के वीडियो में से एक मिनट 06 सेकेंड वाले फ्रेम को देखने पर यह पाया कि पुलिस की मार से घायल प्रदर्शनकारी यह कहते हैं कि वो ‘मदरसा वेतन’ की मांग कर रहे थे और पुलिस ने उनकी पिटाई कर दी।
इसको ध्यान में रखते हुए हमने की-वर्ड सर्च किया। परिणाम में हमें टाइम्स ऑफ़ इंडिया की (आर्काइव) वेबसाइट पर 28 अगस्त 2015 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में हमने वायरल वीडियो को शेयर किया हुआ देखा। जबकि खबर के अनुसार, “उस वक़्त बिहार की राजधानी पटना में प्रदर्शन कर रहे मदरसा शिक्षकों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज में कई लोग घायल हो गए थें। ये लोग पिछले दो वर्षों से बकाया वेतन का भुगतान नहीं होने पर नाराज़ हो कर बिहार राज्य मदरसा शिक्षक संघ के नेतृत्व में शिक्षक सरकार के खिलाफ पिछले चार दिनों से धरना दे रहे थें”।
आगे जा कर हमें इसी जानकारी के साथ यह वीडियो न्यूज़ एजेंसी एएनआई न्यूज के (आर्काइव) आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर भी अपलोड किया हुआ मिला। जिसके अनुसार यह वीडियो 2015 का है जब पटना में बिहार राज्य मदरसा शिक्षक संगठन की तरफ से आयोजित शिक्षकों के प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने लाठियां भांजी थीं।
साथ ही हमने इस खबर को न्यूज़ 18 बिहार और इंडिया डॉट कॉम पर भी प्रकाशित देखा जो 2015 की ही हैं। जिससे यह पता चलता है कि वायरल वीडियो का वक्फ संशोधन विधेयक से कोई संबंध नहीं है और न ही यह हाल की घटना है।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि, वायरल वीडियो हाल का नहीं है बल्कि 2015 का वीडियो है, जब पटना में मदरसा शिक्षकों ने बकाया वेतन की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था जिस पर पुलिस ने लाठियां चलाई थीं। इसका वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ पटना में मुस्लिमों के विरोध प्रदर्शन से कोई मतलब नहीं है।
Title:मदरसा शिक्षकों द्वारा प्रदर्शन का पुराना वीडियो वक्फ बोर्ड के समर्थन में हुई रैली के भ्रामक दावे से वायरल…
Fact Check By: Priyanka SinhaResult: False
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