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वीडियो में दिख रहे शख्स सीएम योगी आदित्यनाथ नहीं हैं और ना ही ये घटना बागेश्वर धाम की है.…

वायरल वीडियो नितिन गडकरी की एक सभा का है, बागेश्वर धाम का नहीं। वीडियो में दिख रहा शख्स सीएम योगी आदित्यनाथ बल्कि उनका डुप्लीकेट है। 

सभा में कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा एक बाबा को बाहर निकालने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि मामला बागेश्वर धाम का है, जहां एक बाबा के साथ इस तरह का व्यवहार किया जा रहा है। वहीं कुछ सोशल मीडिया यूजर यह भी दावा कर रहे हैं कि वीडियो में सभा से बाहर निकाले जाने वाला शख्स और कोई नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं, उन्हें बागेश्वर धाम से बाहर निकाल दिया गया है।

वायरल वीडियो के साथ यूजर्स ने लिखा है- बागेश्वरधाम सरकार ,योगी बाबा को भगाया। 

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

जांच की शुरुआत हमने वायरल वीडियो के तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च करने से की, परिणाम में हमें tv9hindi की एक खबर मिली। 24 जनवरी, 2023 को प्रकाशित इस खबर में वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट का इस्तमाल किया गया है। 

इस खबर के मुताबिक केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निवाड़ी जिले पहुंचे थे। तभी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरह दिखने वाला एक शख्स कार्यक्रम में आगे की सीट पर आकर बैठ गया। पुलिस ने उस व्यक्ति को वहां से उठकर पीछे बैठने को कहा लेकिन बाद में व्यक्ति की पुलिस से कहासुनी हो गई। 

पड़ताल में आगे हमें हिन्दुस्तान की एक खबर मिली। जिसके मुताबिक योगी आदित्यनाथ की तरह दिखने वाला यह शख्स निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर का रहने वाला दिलीप कुमार जैन है। कार्यक्रम में दिलीप आगे की सीट पर बैठा हुआ था। तभी पुलिस ने उसे उठकर पीछे की सीट पर जाने को कहा। इस बात पर डुप्लीकेट योगी को गुस्सा आ गया और वो पुलिस पर भड़क उठा।

दरअसल पुलिस ने दिलीप से कहा, आप योगी जैसे दिख रहे हो इसलिए पीछे की सीट पर जाकर बैठ जाएं, इस बात पर दिलीप को गु्स्सा आ गया और उसने कहा अगर वो सीएम योगी का चेहरा उससे मिलता है तो इसमें उसका क्या कसूर है, लेकिन पुलिसवाले नहीं माने और जबरन उसे पीछे बैठाने लगे।  इस पर शख्स काफी भड़क गया और हल्ला करने लगा, इस पर वहां मौजूद कई लोगों ने उसका समर्थन किया।  जिसके बाद पुलिस ने वापस उसे उसी सीट पर बैठा दिया।

इस खबर को कई अन्य मीडिया संस्थानों ने भी प्रकाशित किया है। इन खबरों में भी वीडियो को नीतिन गडकरी की सभा का बताया गया है। 

मिली जानकारियों से यह तो साफ होता है कि वीडियो बागेश्वर धाम का नहीं है। स्पष्टीकरण के लिए हमने बागेश्वर धाम के पीआरओ कमल अवस्थी से संपर्क किया। उन्होंने बागेश्वर धाम में इस तरह की कोई घटना होने से साफ इंकार किया। उन्होंने कहा-यह वीडियो बागेश्वर धाम का नहीं है। बागेश्वर धाम में सभी का सम्मान होता है। साथ ही बागेश्वर धाम को लेकर झूठी अफवाह न फैलाने का अनुरोध किया।

निष्कर्ष-

तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि बागेश्वर धाम से यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को बाहर निकाले जाने का दावा भ्रामक है। वायरल वीडियो नितिन गडकरी की एक सभा का है।

Title:वीडियो में दिख रहे शख्स सीएम योगी आदित्यनाथ नहीं हैं और ना ही ये घटना बागेश्वर धाम की है.…

Fact Check By: Saritadevi Samal

Result: False

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