Misleading

वायरल तस्वीर में दिख रहा होर्डिंग पुराना है, G20 से इसका कोई संबंध नहीं है।

जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए देश की राजधानी दिल्ली पूरी तरह तैयार है।  धीरे धीरे इस सम्मलेन में अलग अलग देशों के राष्ट्राध्यक्ष और राजनयिकों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर तेजी से शेयर की जा रही है। जिसमें एक होर्डिंग में विभिन्न देशों के विश्व नेताओं के बीच पीएम मोदी को सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में दिखाया गया है। तस्वीर को साझा करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर दिल्ली में चल रहे G20 समिट की  है।  जिसमें प्रधानमंत्री अपनी बड़ी छवि दिखा रहे हैं और G-20 मेहमानों का अनादर कर रहे हैं।

वायरल तस्वीर के साथ यूजर ने लिखा है- जी-20 शिखर सम्मेलन में मेहमानों के स्वागत का क्या अनोखा तरीका है। #G20दिल्ली

ट्विटर

अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में हमें वायरल तस्वीर सीएसमॉनीटर की पेज पर मिली। तस्वीर को 6 अप्रैल 2023 को अपलोड किया गया था। 

प्रकाशित खबर के अनुसार यह तस्वीर अप्रैल 2023 की है जब अमेरिका स्थित एक परामर्श फर्म ‘मॉर्निंग कंसल्ट’ ने हाल ही में इस वर्ष 26 जनवरी से 31 जनवरी तक एकत्र किए गए आंकड़ों के आधार पर “ग्लोबल लीडर अप्रूवल” सर्वेक्षण आयोजित किया था।

78 प्रतिशत की अप्रूवल रेटिंग के साथ, भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता बन गए। 

वायरल तस्वीर इसी खबर को दर्शाता है। 

मॉर्निंग कंसल्टेंट द्वारा 3 अप्रैल 2023 को प्रकाशित ट्वीट के अनुसार 78 प्रतिशत की अप्रूवल रेटिंग के साथ, भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता बन गए। 

जबकि जो  बाइडेन, जस्टिन ट्रूडो और ऋषि सुनक जैसे अन्य नेता सूची में मोदी से काफी पीछे रहे। ये अनुमोदन रेटिंग प्रत्येक देश में वयस्क निवासियों के सात-दिवसीय चलती औसत पर आधारित हैं, जिसमें देश के अनुसार परिवर्तनीय नमूना आकार हैं।

इसके अलवा प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (पीआईबी) ने यह भी वायरल तस्वीर को फेक  बताया  है। पीआईबी ने ये स्पष्ट किया है कि यह एक पुराना होर्डिंग है और G20 से इसका कोई संबंध नहीं है। 

जी-20 समिट के लिए मेहमानों के आने का सिलसिला शुरू-

दिल्ली के प्रगति मैदान में 9 से 10 सितंबर तक जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन शुरू हो चूका है। इस समिट में आने वाले मेहमानों को रिसीव करने की जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्रियों को दी गई है।

निष्कर्ष- 

तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि वायरल तस्वीर में दिख रहा होर्डिंग पुराना है और G20 से इसका कोई संबंध नहीं है।

Title:वायरल तस्वीर में दिख रहा होर्डिंग पुराना है, G20 से इसका कोई संबंध नहीं है।

Written By: Saritadevi Samal

Result: Misleading

Recent Posts

सच नहीं है, ऑपरेशन सिंदूर में सात विमानों के नुकसान कबूलते CDS अनिल चौहान का वायरल वीडियो…

CDS अनिल चौहान का ऑपरेशन सिंदूर से जोड़ कर डीप फेक वीडियो किया जा रहा…

11 hours ago

बिहार के सुपौल में निर्माणाधीन पुल गिरने का पुराना वीडियो हालिया बताकर वायरल…

सोशल मीडिया पर एक पुल गिरने का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो…

1 day ago

पाकिस्तान के मुज़फ़्फ़रगढ़ में हुई सामूहिक हत्याकांड का पुराना वीडियो उत्तर प्रदेश के अमरोहा के दावे से वायरल…

खून से लथपथ शवों दर्शाता वायरल वीडियो पाकिस्तान का है, उत्तर प्रदेश का नहीं। पूरी…

1 day ago

महाराष्ट्र में नाबालिग पर हुआ चाकू हमला ‘लव जिहाद’ का प्रकरण नहीं; जानिए सच

दिन दहाड़े नाबालिग स्कूली छात्रा पर चाकू से हमला करने वाले एक सिरफिरे आशिक का…

2 days ago

वायरल वीडियो धनखड़ के इस्तीफे से सम्बंधित नहीं, फर्जी है दावा….

धनखड़ के पुराने बयान को उनके इस्तीफे से जोड़ा जा रहा है, उनका यह वीडियो…

3 days ago

यूपी के उन्नाव में छेड़खानी के आरोपी की पिटाई मामले में नहीं है कोई सांप्रदायिक एंगल, दावा फर्जी…

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें स्कूल की छात्रा को एक…

3 days ago