अंबेडकर विवाद में अमित शाह के खिलाफ रैली का दावा गलत, वीडियो पुराना है …

False Social

संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान अंबेडकर विवाद के संदर्भ में सोशल मीडिया पर एक रैली का वीडियो वायरल शेयर किया जा रहा है। वीडियो के साथा दावा किया जा रहा है कि अमित शाह के बयान के विरोध में देशव्यापी प्रदर्शन हो रहा है और यह वीडियो उसी रैली का है। 

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- अमित शाह माफी मांगे, जो_आग_देश_में_लगी है, वह_अब #ज्वालामुखी_बन_गया है और यह #विश्व_भर में #ज्वालामुखी फैलता जा रहा है, पूरे_विश्व_भर में #बाबा_साहेब_अंबेडकर_जी को #चाहने_वाले लोग है

फेसबुकआर्काइव 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत मेंहमने वायरल वीडियो की तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में वायरल वीडियो एक्स यूजर की प्रोफाइल पर मिला। यहां पर वीडियो 20 फरवरी 2022 को शेयर किया गया है। इससे ये साफ है कि वायरल वीडियो हाल का नहीं है। 

इसके अलावा वायरल वीडियो को दलित संरक्षण समिति द्वारा फेसबुक पर 24 फरवरी, 2022 को पोस्ट किया गया है । वायरल क्लिप सहित कई वीडियो के साथ कहा गया कि “19 फरवरी को बेंगलुरु में अंबेडकरवादियों द्वारा रैली।”

https://www.facebook.com/permalink.php?story_fbid=pfbid02HuRnafN2up7YnUz5Ynubbrm1YG68TJuUBcfqxAViD6pUyRQbQeJHcmGUt4p5YyQFl&id=632098657434132

मिली जानकारी की मदद लेते हुए हमने आगे की जांच की। जिसमें हमें वायरल वीडियो से संबंधित खबरें मिली। जिन्हें यहां, यहां और यहां पर देखा जा सकता है। 

28 जनवरी 2022 को प्रकाशित इन रिपोर्टस के मुताबिक, “कर्नाटक के रायचूर में सैकड़ों लोगों ने जिला जज के खिलाफ सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि रायचूर के जिला न्यायालय परिसर में गणतंत्र दिवस के दौरान राष्ट्रीय ध्वज फहराने से लेकर डिस्ट्रिक्ट और सेशन जज ने यहां रखी अंबेडकर की फोटो हटवा दी, जिसे लेकर विवाद हो गया।

हमें 20 फरवरी, 2022 में छपी  द न्यूज मिनट की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल क्लिप में दिख रही रैली जैसी ही एक विरोध रैली की तस्वीर थी। प्रकाशित खबर के अनुसार, 19 फरवरी को बेंगलुरु में एक विशाल विरोध मार्च निकाला गया, जिसमें मांग की गई कि कर्नाटक के जिला न्यायाधीश को निलंबित किया जाए, जिन्होंने रायचूर में गणतंत्र दिवस पर महात्मा गांधी की तस्वीर के बगल में बीआर अंबेडकर की तस्वीर लगाने पर आपत्ति जताई थी।

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, वीडियो 2022 का है। यह  अमित शाह द्वारा बीआर अंबेडकर पर हालिया टिप्पणियों के खिलाफ प्रदर्शन का वीडियो नहीं है।

Avatar

Title:अंबेडकर विवाद में अमित शाह के खिलाफ रैली का दावा गलत, वीडियो पुराना है …

Fact Check By: Sarita Samal 

Result: False