सोशल मीडिया पर तेज़ी से साझा हो रहे इस विडियो में दर्शाया गया है कि एक आदमी को पिस्तौल के साथ पकड़ा गया है | साथ मे यह दावा किया जा रहा है कि,
आइये देखते हैं सच क्या है |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
साझा हो रहे विडियो में तरह तरह के दावे किये जा रहे हैं, कोई कह रहा है कि यह व्यक्ति जेहादी मुस्लिम आतंकवादी है और कोई कह रहा है कि यह व्यक्ति कश्मीरी व्यापार के नाम पर उग्रवाद मचा रहा है |
तथ्यों की जांच:
विडीओ की जांच करने पर हमें पता चला की यूट्यूब चैनेल पर भी यह विडियो काफ़ी चर्चित है, व काफ़ी साझा किया जा रहा है सभी विडीओं में इस व्यक्ति को जेहादी मुस्लिम कहा जा रहा है |
YoutubeLink 1 | YoutubeLink 2 | YoutubeLink 3 |
इस विडियो से हमने एक स्क्रीनशॉट लेकर जब yandex रिवर्स इमेज मे सर्च किया तो हमें 3 तरह के लिंक मिले|
पहला लिंक : NavbharatTimesPost | ArchivedPost
दूसरा लिंक : YoutubePost
तीसरा लिंक : LehrenPost | ArchivedPost
फिर हमने दुसरे लिंक के विडियो को youtube Data Viewer मे जाकर अपलोड का दिन और समय देखा |
इस सर्च से यह पुष्टि होती है कि यह २०१७ मे घटी हुई एक वारदात थी | इसके बाद हम उस वक़्त के अखबारों की छानबीन करने लगे | विडियो ३० तारीख को अपलोड होने के कारण हमने उस हफ्ते के हर दिन के अखबार को छानने पर हमें अमृतसर केसरी का २९ नवंबर २०१७ का यह प्रकाशन मिला | इस प्रकाशन मे घटी वारदात का पूरा वर्णन दिया गया है |
AmritsarKesariPost | ArchivedLink
इस प्रकाशन में लिखी ख़बर उक्त विडीओ प्रकरण से थोड़ा बहुत मेल खाती है जिसमें साफ़ लिखा है कि बंदूक के साथ पकड़ा जाने वाला व्यक्ति कोई आतंकवादी नहीं बल्कि बिहार का रहने वाला सुवेश श्रीवास्तव है जो मुंबई में नौकरी करता है | अपनी प्रेमिका की शादी होने के पश्चात सुवेश उसके पति को मारने के लिए तरनतारन आया था | पकड़े जाने पर उसके पास से 1 बंदूक, 2 मैगज़ीन और 1 दूरबीन बरामद हुई थी | गाँववालों के पकड़ने व पूछताछ पर भी जब सुवेश कुछ नहीं बोला तब लोगों ने यह सोचकर कि वह एक मुस्लिम आतंकवादी है, उसे पुलिस के हवाले कर दिया | हवालात मे पुलिस द्वारा पूछताछ पर इन सब बातों का पता चला |
इस प्रकाशन से मिली जानकारी-(जैसे की आरोपी का नाम, घटना का दिन व जगह)- को लेकर गूगल में फिर से ढूँढने पर हमें ‘पंजाब केसरी’ में ३० नवम्बर २०१७ को प्रकाशित यह खबर मिली |
PunjabkesariPost | ArchivedLink
इस खबर में घटी वारदात के वर्णन के साथ उपरोक्त व्यक्ति का चित्र भी है | इससे यह बात की पुष्टि होती है कि उपरोक्त व्यक्ति कोई आतंकवादी नहीं है और न ही कोई कश्मीरी या मुसलमानी जेहादी है |
२०१७ में हुई ये वारदात, २०१८ में एक बार फिर कई सोशल मंचों पर आतंकवादी को पकड़ने के नाम से साझा हुई , तब नवभारत टाइम्स एवं बूमलाईव ने भी इस बात की पुष्टि की थी की यह ख़बर गलत है |
२०१७ में घटित ये वारदात अब फिर से २०१९ में साझा की जा रही है |
निष्कर्ष : उपरोक्त तथ्यों से इस बात की पूर्ण पुष्टि होती हैं कि विडियो में किये गए दावे “यह व्यक्ति जेहादी मुस्लिम आतंकवादी है/यह व्यक्ति कश्मीरी व्यापार के नाम पर उग्रवाद मचा रहा है” बिलकुल गलत है | विडियो मे दिखने वाला व्यक्ति अपनी प्रेमिका के पति को मारने के लिए तरनतारन आया था, न की रेलवे ब्रिज उड़ाने।
Title:क्या पंजाब मे कम्बल बेचने के आड़ में पकड़ा गया एक आतंकी ? जानिये सच |
Fact Check By: Nita RaoResult: False
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