
अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन के समापन के तुरंत बाद, एक तस्वीर को सोशल मीडिया पर फैलाते हुए यह दावा किया जा रहा है कि सुन्नी वक्फ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा उन्हें अयोध्या में आवंटित ५ एकड़ भूमि पर एम्स जैसा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनाने का फैसला किया है | इस हॉस्पिटल का नाम बाबरी मस्जिद के नाम पर रखा जाएगा- बाबरी हॉस्पिटल | वायरल पोस्ट में यह भी दावा किया गया है कि डॉ कफील खान उस अस्पताल के निदेशक होंगे |
पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि “सुप्रीम कोर्ट ने जो पांच एकड़ जमीन दी थी, सुन्नी वक्फ़ बोर्ड ने लिया फैसला उस पर बनेगा #बाबरी_हास्पिटल जो #AIIMS के बराबर #मुफ्त सुविधा देगा|”
अनुसंधान से पता चलता है कि…
जाँच की शुरुवात हमने इस तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने से की, जिसके परिणाम से हमें यह तस्वीर यूनिवर्सिटी ऑफ़ वर्जिनिया के आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध मिली, तस्वीर के अनुसार यह यूनिवर्सिटी की हेल्थ फैसिलिटी बिल्डिंग है | यह तस्वीर यूनिवर्सिटी ऑफ़ वर्जिनिया के आधिकारिक लिंक्डइन अकाउंट पर भी उपलब्ध है, जिसके अनुसार यह उनके हॉस्पिटल और हेल्थ केयर सेंटर है जिसका नाम यू.वी.ए हेल्थ सिस्टम है जो अमेरिका में वर्जिनिया के शर्लोट्सविल में स्थित है |
तद्पश्चात हमने गूगल मैप्स पर कीवर्ड सर्च करते हुए इस हॉस्पिटल को ढूँढा जिसके परिणाम से हमें इस अस्पताल की दूसरे एंगल से ली गई तस्वीर प्राप्त हुई, जो सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर से काफी मेल खाती है | यू.वी.ए हेल्थ सिस्टम ’के फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट पर कई समान तस्वीरें उपलब्ध है | नीचे आप वर्जिनिया में स्थित यू.वी.ए हेल्थ सिस्टम की तस्वीर के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे तस्वीर का तुलनात्मक विश्लेषण देख सकते है |
इससे यह स्पष्ट हो गया कि यह अमेरिका के वर्जीनिया में यूवीए हेल्थ सिस्टम अस्पताल की तस्वीर है जिसको एडिट कर उस पर बाबरी हॉस्पिटल का नाम लिखा गया है |
क्या है बाबरी हॉस्पिटल की सच्चाई?
गूगल पर कीवर्ड सर्च करने पर हमें कई समाचार रिपोर्ट मिले जो दावा करते हैं कि मस्जिद के निर्माण की देखरेख के लिए वक्फ बोर्ड द्वारा बनाया गया ट्रस्ट ५ एकड़ भूमि पर एक अस्पताल, पुस्तकालय और एक इस्लामिक रिसर्च केंद्र का निर्माण करेगा |
फैक्ट क्रेस्केंडो ने यूपी सुन्नी सेंट्रल बोर्ड ऑफ वक्फ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सी.ई.ओ) सैयद मोहम्मद शोएब से संपर्क किया जिन्होंने हमें बताया कि
“सोशल मीडिया पर बाबरी हॉस्पिटल से संबंधित पोस्ट सरासर फर्जी है | डॉक्टर कफील खान को इस हॉस्पिटल के निदेशक बनाने वाली खबर भी फर्जी है | इस पोस्ट के वायरल होते ही हमने एक प्रेस रिलीज़ जारी किया था जिसमे यह स्पष्ट किया गया है कि यह पोस्ट फर्जी है | साथ ही हमने लखनऊ के कमिश्नर के पास इस घटना के बारें में शिकायत दर्ज की है | जिस अस्पताल, पुस्तकालय, अनुसंधान केंद्र जिन प्रस्तावों के बारे में सभी लोग बात कर रहे हैं उसपर हम अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं ले पाए हैं | इसीलिए यह कहना गलत होगा की हमने हॉस्पिटल बनाने का फैसला ले लिया है |”
नीचे आप उनके द्वारा हमें दिए गये प्रेस रिलीज़ को देख सकते है |
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | उत्तर प्रदेश सुन्नी वक्फ बोर्ड ने इस वायरल दावे को निराधार और असत्य बताया है | बोर्ड के अनुसार, अभी तक ५ एकड़ भूमि पर निर्माण के बारे में कुछ भी तय नहीं किया गया है | उपरोक्त पोस्ट को फर्जी कहते हुए उन्होंने प्रेस रिलीज़ भी जारी किया है |

Title:क्या सुन्नी वक्फ बोर्ड ने अयोध्या में आवंटित ५ एकड़ भूमि पर बाबरी अस्पताल बनाने का फैसला किया है?
Fact Check By: Aavya RayResult: False
