लोकसभा चुनाव नजदीक आ चुके हैं। चुनाव आयोग किसी भी वक्त चुनावी कार्यक्रमों का ऐलान कर सकता है। इसी बीच वोटींग को लेकर हेरा फेरी को रोकने के लिए ईवीएम को हटाने की मांग की जा रही है। वहीं सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें एक कार में ईवीएम मशीन के बक्से रखे नजर आ रहे हैं। आसपास भीड़ इकट्ठा है और एक व्यक्ति कह रहा है कि यह लोकतंत्र की हत्या है।
वायरल वीडियो के साथ यूजर दावा कर रहे हैं कि हाल ही में हरियाणा के पानीपत में नकली ईवीएम मशीन पकड़ी गई।
वाय़रल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- हरियाणा के पानीपत में नकली ईवीएम मशीनों की धरपकड़। EVM हटाओ देश बचाओ।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के कुछ की-फ्रेम लिए। मिली तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च करने पर वायरल वीडियो हमें एक ट्विटर अकाउंट में मिला। वीडियो को 20 मई 2019 को अपलोड किया गया है। जिससे ये स्पष्ट है कि वायरल वीडियो का हाल की घटना से कोई संबंध नहीं है।
पोस्ट में दी गई जानकारी के अनुसार पानीपत के एसडीवीएम स्कूल के बाहर नकली ईवीएम मशीनें पकड़ी गईं। तब देश में लोकसभा चुनाव चल रहे थे।
मिली जानकारी की मदद लेते हुए हमने आगे की जांच की। हमें दैनिक ट्रिब्यून में इससे संबंधित खबर मिली।
खबर के मुताबिक ईवीएम को लेकर पानीपत में हंगामा हुआ था। पानीपत स्थित जीटी रोड एस डी स्कूल में मशीन रखने के दौरान एक गाड़ी में खाली मशीन देखकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। कांग्रेस प्रत्याशी कुलदीप शर्मा और जजपा-आप के प्रत्याशी कृष्ण अग्रवाल समर्थकों सहित मौके पर पहुंच गए।
उन्होंने आरोप लगाया कि गाड़ी के अंदर रखी मशीन के द्वारा गड़बड़ की जा सकती है, लेकिन मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने कहा कि यह रिजर्व मशीन है। पानीपत में 19 सेक्टर थे हर एक सेक्टर में एक मशीन दी गई थी कुछ जगह पर मशीन में खराबी आने पर प्रयोग में लाई गई तथा जहां पर मशीन प्रयोग में नहीं लाई गई वही बची हुई मशीनें यहां वापस जमा करवाई जा रही थी।
जिसको लेकर किसी ने गलत शिकायत कर दी मौके पर पहुंची एसडीएम वीणा हुड्डा, तहसीलदार डॉ कुलदीप व अन्य अधिकारियों ने कांग्रेस प्रत्याशी कुलदीप शर्मा व अन्य के सामने गाड़ी में रखी मशीन को खोल कर चेक करवाया। जांच में पता चला कि इन ईवीएम का इस्तेमाल नहीं किया गया था। ये खाली थी।
वहीं हाल ही में हो रहे वीडियो वायरल के बाद 21 फरवरी को हरियाणा के सूचना विभाग ने भी सोशल मीडिया पर इसका खंडन किया है। और कहा है कि ये वीडियो फेक है और वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव के समय भी यह वीडियो शरारती तत्वों द्वारा वायरल किया गया था। उन्होंने बताया कि जिला पानीपत में उपलब्ध सभी ईवीएम सुरक्षित है। इस संबंध में जिला निर्वाचन अधिकारी ने पुलिस अधीक्षक, पानीपत को पत्र लिखा है और यूट्यूब पर वीडियो अपलोड करने वाले व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
निष्कर्ष-
तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, वायरल वीडियो मई 2019 का है। उस समय पानीपत के चुनाव अधिकारियों का कहना था कि यह नियमों के अनुसार रिजर्व में रखी गई ईवीएम थीं। वायरल वीडियो का आगामी चुनाव से कोई संबंध नहीं है।
Title:हरियाणा के पानीपत में EVM की हेरा फेरी का दावा फर्जी, वीडियो 2019 का है…
Written By: Saritadevi SamalResult: False
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