False

2017 में उत्तर प्रदेश में हुए छेड़छाड़ के मामले को पश्चिम बंगाल का बताकर शेयर किया गया।

वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश के रामपुर में 2017 में हुई घटना का है। इसका पश्चिम बंगाल से कोई संबंध नहीं है।

लड़कों के एक समूह द्वारा दो लड़कियों के साथ छेड़छाड़ का एक भयावह वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित हो रहा है। इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि ये घटना पश्चिम बंगाल से है जहाँ आदिवासी इलाके में कुछ रोहिंग्या मुसलमान ने हिन्दू महिलाओं का धर्मांतरण कर उनके साथ बलात्कार किया। 

फैक्ट क्रेसेंडो ने पाया की वायरल वीडियो पश्चिम बंगाल से नहीं है और ये मामला काफी पुराना है।

वायरल वीडियो के साथ लिखे गये कैप्शन के अनुसार “ये मामला पश्चिम बंगाल के राज्य का है जहाँ ममता बनर्जी ने केरला स्टोरी के फिल्म पर बैन लगाया है। आदिवासी इलाकों में रोहिंग्याओं ने हिंदू महिलाओं का धर्मांतरण कर उनके साथ बलात्कार किया।”

ट्विटर लिंकआर्काइव लिंक 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

जाँच की शुरुवात हमने वायरल वीडियो को यूट्यूब पर कीवर्ड से ढूँढने से शुरू की, जिसके परिणाम से हमें इस वीडियो से संबंधित न्यूज़ रिपोर्ट इंडिया टीवी द्वारा 28 मई 2017 को प्रकाशित मिली। इस रिपोर्ट के अनुसार ये मामला उत्तर प्रदेश के रामपुर का है। 

टाइम्स ऑफ़ इंडिया के द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार वीडियो में रामपुर के टांडा थाना क्षेत्र के एक गांव में 14 युवक दो युवतियों से दिनदहाड़े छेड़छाड़ करते नजर आ रहे हैं। पुलिस द्वारा पहचान किए गए 14 युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कर मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। आईपीसी की धारा 354A (यौन उत्पीड़न), 354B (महिला को निर्वस्त्र करने के इरादे से हमला या बल प्रयोग) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की प्रासंगिक धाराओं के तहत 14 पुरुषों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। ये घटना 22 मई 2017 को हुई थी।

आगे हमें रामपुर पुलिस द्वारा 2017 में अपलोड किया गया ट्वीट मिला जिसमे पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ़्तारी की जानकारी दी गयी है।

पुलिस अधिकारियों ने यह भी कहा कि पीड़ितों द्वारा कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है, पुलिस ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया है और रामपुर के कुवा खेड़ा गांव के फरमान, जहान-ए-आलम, सद्दाम और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। इस मामले से संबंधित न्यूज़ रिपोर्ट को आप यहाँ, यहाँ और यहाँ पढ़ सकते है।

निष्कर्ष- 

तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने वायरल वीडियो के साथ किये गये दावे को गलत पाया है। वायरल वीडियो पश्चिम बंगाल से नहीं है बल्कि ये मामला 2017 को उत्तर प्रदेश के रामपुर का है। वीडियो में दिख रहे औरतों को छेड़छाड़ करने के लिए रामपुर पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार किया था।

Title:2017 में उत्तर प्रदेश में हुए छेड़छाड़ के मामले को पश्चिम बंगाल का बताकर शेयर किया गया।

Fact Check By: Drabanti Ghosh

Result: False

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