इस वीडियो में राहुल गांधी एस.एफ.आई के युवकों के बारे में बात कर रहे है, जिन्होंने वायनाड में स्थित उनके दफ्तर की तोड़फोड़ की थी।

हाल ही में राहुल गांधी ने उनके निर्वाचन क्षेत्र वायनाड का दौरा किया था। उसी बीच उनका एक वीडियो इंटरनेट पर काफी तेज़ी से साझा किया जा रहा है। दावा किया जा रहा है उन्होंने उदयपुर के टेलर कन्हैयालाल के हत्यरों को बच्चा कहते हुए माफ करने की बात की।

वायरल हो रहे वीडियो को साझा कर यूज़र ने लिखा है,“कन्हिया लाल के हत्यारे मासूम बच्चे हैं। मैं उनपर बिल्कुल गुस्सा नहीं हूँ, उन्हें माफ कर दो: राहुल गांधी जी।“(शब्दश:)

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आपको बता दें कि सबसे पहले झी न्यूज़ ने इस वीडियो को साथ यह दावा किया था कि राहुल गांधी इसमें कन्हैयालाल के हत्यारों के बारे में बात कर रहे है।


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अनुसंधान से पता चलता है कि...

इस दावे की सच्चाई जानने के लिये हमने यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च किया। हमें यही वीडियो एशियानेट न्यूज के चैनल पर 1 जुलाई को प्रसारित किया हुआ मिला। इसमें आप देख सकते है कि राहुल गांधी को पहले एक रिपोर्टर सवाल कर रहा है। और फिर उस सवाल का उन्होंने जवाब दिया।

वह पूछ रहा है कि राहुल गांधी ने वायनाड में स्थित उनके कार्यालय का दौरा किया व देखा कि युवकों ने काफी हंगामा किया, कार्यालय में तोड़फोड़ की, पत्थर फेंके, कागज़ों को उथल पुथल किया। इसपर राहुला गांधी ने जवाब दिया कि ये दफ्तर उनके साथ-साथ वायनाड की जनता का भी है तो जो भी हुआ है वह काफी दुर्भाग्यपूर्ण बात है। देश में लोगों को लगता है कि हिंसा का विचार समस्याओं का समाधान करेगा परंतु हिंसा कभी भी समस्याओं का समाधान नहीं करती है। जिन कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ की है, वे भी बच्चे हैं इसलिये ऐसा करना अच्छी बात नहीं है। उन्होंने गैर जिम्मेदार होकर ऐसा काम किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें उन बच्चों से कोई गुस्सा या दुश्मनी नहीं है। उन्होंने मूर्खतापूर्ण काम किया है। वे बच्चे हैं और वे इसके परिणामों को समझते हैं इसलिये उन्हें हमें क्षमा कर देना चाहिये।

आप ये सब नीचे दिये गये वीडियो में देख सकते है।

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इस वीडियो में वे कही भी कन्हैयालाल के बारे में बात नहीं कर रहे है।

जाँच में आगे बढ़ते हुये हमने 1 जुलाई को प्रकाशित टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर में पाया कि केरल के वायनाड में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एस.एफ.आई) के कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। उन्होंने उनके दफ्तर की तोड़फोड़ की। वनों के आसपास बफर जोन के मुद्दे में निष्क्रियता के चलते वे लोग राहुल गांधी के खिलाफ आंदोलन कर रहे थे।

3 जुलाई को प्रकाशित ए.एन.आई की खबर में बताया गया है कि इस मामले में एसएफआई ने वायनाड की जिला समिति को भंग करने का फैसला किया है। और इस उन्होंने इस बात को स्पष्ट किया है कि राहुल गांधी के दफ्तर की तोड़फोड़ की गयी ये वायनाड में एसएफआई के जिला समिति ने किया है और इसकी जानकारी एसएफआई की राज्य समिति को नहीं था। उन्होंने यह भी बताया कि 25 जून को राहुल गांधी के खिलाफ निकाली गयी मार्च की भी उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। और वे एसएफआई के कार्यकर्ता द्वारा की तोड़फोड़ से शर्मिंदा है। केरल पुलिस ने आठ लोगों को हिरासत में लिया है।


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निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। इस वीडियो में राहुल गांधी एस.एफ.आई के युवकों के बारे में बात कर रहे थे, कन्हैया लाल के हत्यारों के बारे में नहीं।

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Title:राहुल गांधी ने कन्हैयालाल के हत्यारों को बच्चा कह कर माफ करने को नहीं कहा; झूठी खबर वायरल

Fact Check By: Samiksha Khandelwal

Result: False