हालिया किसान आंदोलन में राहुल गांधी इस तरह नहीं पहुंचे , वायरल तस्वीर 2021 की है जिसे भ्रामक दावे से फैलाया जा रहा है।
एमएसपी के लिए कानून बनाने के साथ ही स्वामीनाथन आयोग की सभी सिफारिशें लागू किए जाने की मांग को लेकर किसानों का आंदोलन फिर से चल रहा है। इसी में सोशल मीडिया पर राहुल गांधी की एक तस्वीर वायरल हुई है,जिसमें उनको ट्रैक्टर पर अन्य कांग्रेसी नेताओं के साथ बैठे हुए देखा जा सकता है। इस तस्वीर को यूज़र ने इस दावे के साथ साझा किया है कि राहुल गांधी झारखंड में भारत जोड़ो न्याय यात्रा को स्थगित करते हुए किसानों को समर्थन देने के लिए इस तरह दिल्ली पहुंचे।
तस्वीर को ट्विटर पर इस कैप्शन के साथ देख सकते हैं…
दिल्ली में किसानों के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए राहुल गांधी, झारखंड में भारत जोड़ो न्याय यात्रा रद्द। वह जयपुर से दिल्ली के लिए उड़ान भर रहे हैं, दिल्ली चलो प्रोटेस्ट में शामिल हों। राहुल गांधी ने प्रदर्शनकारियों के प्रति एकजुटता व्यक्त करते हुए उन्हें आश्वासन दिया, हम आपके साथ हैं। मोदी सरकार लोकतंत्र को शर्मसार कर रही है।
हमने फेसबुक पर भी इस तस्वीर को इसी टाइटल के साथ वायरल देखा।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने पोस्ट की पड़ताल के लिए इस खबर को ढूंढना शुरू किया कि क्या वाकई में राहुल गांधी इस तरह किसान आंदोलन में किसानों को समर्थन देने के लिए पहुंचे थें। परन्तु हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली। फिर हमने तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज माध्यम से खोजना शुरू किया। जिसके परिणाम में हमने कुछ मीडिया रिपोर्टों में वायरल तस्वीर को साझा किया हुआ देखा। हमें एबीपी की तरफ से एक न्यूज़ वीडियो मिला जो 26 जुलाई 2021 का है। इसके अनुसार राहुल गांधी उस समय मानसून सत्र में किसानों के समर्थन के लिए संसद में ट्रैक्टर से पहुंचे थें। वीडियो में कुछ सेकंड के बाद वायरल तस्वीर वाले वीडियो दिखाई देते हैं।
इसी जानकरी के साथ हमने द इकोनॉमिक्स टाइम्स में भी एक रिपोर्ट देखा , जिसके साथ वायरल तस्वीर साझा की हुई थी। कृषि कानूनों का विरोध करते हुए राहुल गांधी उस दौरान ट्रैक्टर पर सवार होकर संसद पहुंचे थें। उनके साथ पार्टी सांसद प्रताप सिंह बाजवा, रवनीत सिंह बिट्टू और दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी बैनर लिए हुए थे और नारे लगा रहे थे।
एनडीटीवी, डीएनए और नवभारत टाइम्स की वेबसाइट पर हम इसी समान जानकारी के साथ वायरल तस्वीर देख सकते हैं।
इसके बाद इसी तस्वीर को हमने राहुल गांधी के आधिकारिक फेसबुक प्रोफाइल पर 26 जुलाई 2021 में शेयर किया हुआ देखा।
हमने राहुल गांधी के दिल्ली में किसानों के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए झारखंड में भारत जोड़ो न्याय यात्रा रद्द करने संबंधी खोज शुरू की। नतीजों के अनुसार हमें कांग्रेस के यूट्यूब चैनल पर कुछ वीडियो मिले जिनसे यह पुष्टि हुई कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा झारखंड के कई जगहों पर पहुंची। इस बारे में मीडिया हाउसेस द्वारा वेबसाइट पर रिपोर्ट देखें जा सकते हैं।
फिर हमने इस विषय में झारखंड प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर से संपर्क कर यह जाना कि झारखंड में भारत जोड़ो न्याय यात्रा की क्या स्थिति थी। उनके द्वारा यह स्पष्ट किया गया कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा झारखंड पहुंची थी। जिसके पहले चरण की एंट्री पाकुड़ से शुरू होकर दुमका से हुई जो गोड्डा, देओगढ , जामतारा धनबाद, गिरिडीह,बोकारो, रामगढ़,रांची ,कोटि,सिमडेगा, गुमला तक पहुंची। हालांकि यात्रा का दूसरा चरण छत्तीसगढ़ से आगे बढ़ना था। जिसे फिर से छत्तीसगढ़ से गढ़वा जिले से झारखंड में प्रवेश करना था। यहां से यात्रा राज्य के कुछ जिलों से होकर गुजरनी थी। और राहुल गांधी को गढ़वा के रंका में मनरेगा मजदूरों से भी मुलाकात करनी थी। लेकिन निजी कारणों की वजह से उनको बीच में दिल्ली जाना पड़ा। जिसकी जगह पर यात्रा के दूसरे फेज में मजदूरों से जयराम रमेश और कन्हैया कुमार ने मुलाकात की। इस आधार पर यह दावा करना कि यात्रा स्थगित की गई थी पूर्णतः सत्य नहीं है।
फिर हमने कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा से संपर्क कर इस बात कि भी पुष्टि कि, क्या वाकई में राहुल गांधी इस प्रकार से किसानों को समर्थन देने के लिए आंदोलन वाली जगह पहुंचे थें। जिस पर उनके द्वारा यह स्पष्ट किया गया कि राहुल गांधी ने किसानों के आंदोलन को समर्थन दिया है मगर वो अभी तक इस आंदोलन में शामिल नहीं हुए हैं। और न ही उनकी वायरल तस्वीर हालिया है।
इस तरह हमारी पड़ताल में यह साफ़ हुआ कि वायरल हो रही तस्वीर हालिया किसान आंदोलन की नहीं, बल्कि पुरानी तस्वीर है।
निष्कर्ष-
तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि ट्रैक्टर पर बैठे राहुल गांधी कि तस्वीर को हालिया किसान आंदोलन से जोड़ने का दावा असंबंधित है। वो ट्रैक्टर पर सवार हो कर संसद पहुंचे थें जिसे अभी का बताया जा रहा है।
Title:ट्रैक्टर पर सवार हो कर क्या वाकई में राहुल गांधी अभी चल रहे किसानों के आंदोलन को समर्थन देने के लिए पहुंचे?
Fact Check By: Priyanka SinhaResult: False
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की बदले की शुरुआत…
इस वीडियो का ऑपरेशन सिंदूर से नहीं है कोई संबंध, जार्जिया की घटना का वीडियो…
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की बदले की शुरुआत…
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की बदले की शुरुआत…
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की बदले की शुरुआत…
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की बदले की शुरुआत…