
हालही में बिहार में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों के चलते सोशल मंचो पर कई वीडियो व तस्वीरें गलत व भ्रामक दावों के साथ वायरल होती चली आ रही है। फैक्ट क्रेसेंडो उन सभी वायरल फेक खबरों की सच्चाई आप तक पहुँचाई है और आपको उन भ्रामक खबरों पर भरोसा करने से रोका है। वर्तमान में हमने ऐसी ही एक और खबर का सामना किया है जो सोशल मंचो पर काफी चर्चा में है। उस वायरल खबर के साथ दो तस्वीरें वायरल हो रही है जिनमें आपको एक शख्स हाथ में दो सूटकेस ले जाते हुए देख सकते है। तस्वीरों के साथ जो खबर वायरल हो रही है उसके मुताबिक ये तस्वीरें वर्तमान में हुए बिहार चुनाव के वक्त की है औऱ दावा किया जा रहा है कि यह शख्स एनडीए के लिए ई.वी.एम मशीन चोरी कर ले जा रहा है।
वायरल हो रहे पोस्ट के साथ जो दावा है उसमें लिखा है,
“EVM की होगी जांच, नितीश जाएंगे जेल? पूछता है युवा, पूछता है बिहार, EVM चोरी करके कहां ले जा रहा है। मोदी आयोग चोर है।“
इन तस्वीरों को सोशल मंचो पर काफी साझा किया गया है।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान पाया कि वायरल हो रही तस्वीरें महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले से 2019 में हुए विधानसभा के वक्त की है। इन तस्वीरों का ई.वी.एम मशीन की चोरी या वर्तमान में हुए बिहार चुनाव से कोई संबन्ध नहीं है।
जाँच की शुरूवात हमने तस्वीरों को रीवर्स इमेज सर्च के ज़रिये की तो हमें एक ट्वीट मिला। उस ट्वीट में भी वायरल हो रही दोनों तस्वीरें गलत दावे के साथ प्रकाशित की गयी है।
परंतु जब हमने उपरोक्त ट्वीट के कमेंट अनुभाग को खंगाला तो वहाँ कई ट्वीटर उपभोक्ता के कंमेंट मिले जो तस्वीरों के साथ लिखे गये दावें को गलत बता रहे थे। कमेंट अनुभाग में बातचीत के दौरान एक ट्वीटर उपभोक्ता ने सबूत के तौर पर जिला सूचना कार्यालय, रायगढ़ के एक ट्वीट को रीट्वीट किया। उस ट्वीट में भी ये दो तस्वीरें प्रकाशित की गयी थी और उसके शीर्षक के मुताबिक ये तस्वीरें महाराष्ट्र के रायगढ़ में 2019 में हुए विधानसभा चुनाव के वक्त की है। आपको बता दें कि यह ट्वीट 20 अक्टूबर 2019 को प्रकाशित किया हुआ है।
नीचे दिया गया ट्वीट जिला सूचना कार्यालय, रायगढ़ ने 2019 में किया है। यह ट्वीट मराठी भाषा में है और इसमें लिखा है कि “दूरदराज के इलाकों में मतदान केंद्रों पर पहुंचने वाले कर्मचारी। हमें आप पर बहुत ज्यादा गर्व है।”
इसके पश्चात उपरोक्त सबूतों की पुष्टि करने के लिए रायगढ़ के जिला सूचना अधिकारी (डिस्ट्रिक्ट इनफोर्मेशन ऑफिसर) मनोज सानप से संपर्क किया तो उन्होंने हमें बताया कि,
“वायरल हो रही तस्वीरें रायगढ़ के जिला सूचना कार्यालय के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से 2019 में प्रकाशित की गयी है। ट्वीट में यह भी लिखा है कि ये तस्वीरें 2019 के विधानसभा चुनाव के वक्त की है। इसका मतलब यह है कि ये तस्वीरें रायगढ़ की है और चूंकि ये 2019 में प्रकाशित की गयी है तो इसका वर्तमान से व बिहार चुनाव से कोई संबन्ध नहीं है। ये ट्वीट सकारात्मक ढंग से लिखा हुआ है और इसमें बताया गया है कि कड़ी मेहनत करके चुनाव कर्मचारी मतदान केंद्र पर पहुँच रहे है।“
इसके बाद कीवर्ड सर्च कर हमने 2019 में रायगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव की जानकारी हासिल की।
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त दावा गलत पाया है। वायरल हो रही तस्वीरें महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले से 2019 में हुए विधानसभा के वक्त की है। इन तस्वीरों का ई.वी.एम मशीन की चोरी या वर्तमान में हुए बिहार चुनाव से कोई संबन्ध नहीं है।

Title:महाराष्ट्र के 2019 विधानसभा चुनाव की तस्वीर को बिहार चुनावों से जोड़ गलत दावों के साथ वायरल किया जा रहा है।
Fact Check By: Rashi JainResult: False
