६ सितंबर २०१९ को “Faruk Y Chhipa” नामक एक फेसबुक पेज ने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “देश की जनता प्रधानमंत्री आवास की तरफ निकल चुकी है.. देश की गिरती हुई अर्थव्यवस्था, महंगाई, ट्रेफिक जैसे कड़क नियम पेट्रोल डीजल और गेस के बढ़ते दाम को लेकर देश की जनता अब मोदीजी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए निकल चुकी है.. मीडिया वाले ये ख़बर नहीं दिखाएँगे” |
सोशल मीडिया पर वायरल किये गये इस वीडियो के माध्यम से दावा किया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास की ओर मार्च करती हुई जनता सड़कों पर है | इस दावे में आगे कहा गया है कि जनता मोदी के खिलाफ “देश की आर्थिक मंदी, कीमतों में वृद्धि, सख्त यातायात नियमों, पेट्रोल, डीजल और गैस की बढ़ी हुई कीमतों के लिए विरोध कर रही है |” फैक्ट चेक किये जाने तक यह वीडियो १६००० प्रतिक्रियाएं प्राप्त कर चुकी थी |
अनुसंधान से पता चलता है कि…
जाँच की शुरुआत में इस वीडियो को ध्यान से देखने पर हमने पाया कि प्रदर्शनकारियों के हाथ में “LG साहब IAS की स्ट्राइक ख़तम कराओ”
हमने “IAS स्ट्राइक दिल्ली प्रोटेस्ट पीएमओ LG साहेब” कीवर्ड का उपयोग करके यूट्यूब सर्च किया और परिणाम से हमें १७ जून २०१८ को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला | वीडियो का शीर्षक “बड़े पैमाने पर विरोध मार्च में AAP और दिल्ली के निवासियों PMO के तरफ चले” | इस वीडियो के विवरण में लिखा गया है कि “AAP के सदस्य पिछले छह दिनों से लेफ्टिनेंट गवर्नर के कार्यालय में सीएम अरविंद केजरीवाल और उनके कैबिनेट सहयोगियों के सिट-इन का समर्थन करने के लिए मार्च कर रही है, जिससे वह IAS अधिकारियों को अपनी “हड़ताल” समाप्त करने का निर्देश देने की मांग कर रही है |” ३ मिनट ४५ मिनट से हम फेसबुक पर वायरल वीडियो में दिखाए गए अंश को देख सकते है |
कई मीडिया संगठनों ने इस विरोध प्रदर्शन को कवर किया था, एक बैनर जो वायरल वीडियो में देखा जा सकता है, उसपर लिखा हुआ है कि “Go Ahead Kejriwal, You will always find us standing behind you” | एबीपी न्यूज़ द्वारा प्रकाशित वीडियो में इसी बैनर को देखा जा सकता है | इस वीडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि “AAP के सदस्यों ने केजरीवाल के समर्थन में प्रधानमंत्री आवास पर धरना दिया” |
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | वीडियो को वायरल करते हुए गलत दावा किया जा रहा है | यह वीडियो २०१८ का है, हालांकि यह सच है कि लोग प्रधानमंत्री के घर की ओर मार्च कर रहे थे, परंतु वे आर्थिक मंदी और कीमतों में वृद्धि का विरोध नहीं कर रहे थे | वीडियो में आम आदमी पार्टी (आप) के सदस्यों को दिल्ली में आईएएस अधिकारियों की “आंशिक हड़ताल” को समाप्त करने के लिए उनका हस्तक्षेप करने के लिए पीएम आवास की ओर मार्च करते हुए दिखाया गया है |
Title:पुराने वीडियो को आर्थिक मंदी के खिलाफ लोगों के विरोध के रूप में साझा किया गया है |
Fact Check By: Aavya RayResult: False
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