बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की जीत के बात इस पार्टी को निशाना बनाते हुए सोशल मीडिया कई अलग-अलग भ्रामक व असत्य तस्वीरें व वीडियो फैलाये जा रहें है जिनकी प्रमाणिता फैक्ट क्रेसेंडो अपने पाठकों तक पहुँचाता आ रहा है |
वर्तमान में सोशल मंचों पर एक वीडियो वायरल होता दिख रहा है जहाँ भारत और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारे लगाते हुए पुरुषों को हवा में फायरिंग करते हुए देखा जा सकता है, यह वीडियो सोशल मंचों पर इस दावे के साथ फैलाया जा रहा है कि ये लोग पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से हैं जो पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की जीत का जश्न मना रहे हैं |
पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि
“*पश्चिम बंगाल मे ममता की जीत पर जैश ए मोहम्मद के हौसले हुए बुलंद. निकाला जुलुस.*जेश ए मोहम्मद का आतंकी ठिकाना और उनके नारे सुनो इंडिया तेरी मौत आई। मोदी तेरी मौत आई। । हिंदुओं की मौत आई जैश आईं जैश आईं……ध्यान से देखो आतंकवाद का मजहब क्या है*”
यह वीडियो फेसबुक पर काफी तेजी से फैलाया जा रहा है |
अनुसंधान से पता चलता है कि..
जाँच की शुरुवात हमने इस वीडियो को इन्विड वी-वेरीफाई टूल की मदद से छोटे कीफ्रेम्स में तोड़कर व यांडेक्स पर रिवर्स इमेज सर्च करने से की, जिसके परिणाम से हमें १२ दिसंबर २०२० को ज़ी न्यूज़ द्वारा प्रकाशित एक खबर मिली | इस खबर में हम वायरल हो रहे वीडियो को देख सकते है | रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियो पाकिस्तान के बालाकोट में एक आतंकी कैंप का है जहां भारत, हिंदू धर्म और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारे लगाए गए थे। प्रशिक्षण उसी स्थान पर किया जा रहा है जहां भारतीय वायु सेना (IAF) ने २०१९ में आतंकी लॉन्चपैड्स के खिलाफ हवाई हमला किया था |
नीचे आप ज़ी न्यूज़ द्वारा प्रकाशित वीडियो और वायरल हो रहे वीडियो के बीच की समानतायें देख सकते है जिससे हम ये अंदाजा लगा सकतें हैं कि दोनों वीडियो एक ही है और पाकिस्तान स्थित बालाकोट से है |
इसके पश्चात हमने यूट्यूब पर सम्बंधित किवर्ड सर्च किया जहाँ हमें यह वीडियो १२ दिसंबर २०२० को विओन न्यूज़ के आधिकारिक यूट्यूब अकाउंट पर उपलब्ध मिला | इस वीडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि “पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी शिविर फिर से सक्रिय | भारत विरोधी गतिविधियों पर फोकस करेगा यह कैंप |”
वीडियो के विवरण से अनुसार भारत में भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए आतंकियों को बालाकोट के कैंपों में ट्रेनिंग दी जा रही है | मसूद अजहर के दो भाई कैंप दोबारा खोलते नजर आ रहे है |
निष्कर्ष : जाँच की शुरुवात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो बंगाल से कोई संबंध नहीं रखता है बल्कि यह वीडियो २०२० को पाकिस्तान स्थित बालाकोट में आतंकी कैंप वापस से शुरू करने का है |
Title:पाकिस्तान स्थित बालाकोट से आतंकी कैंप के एक पुराने वीडियो को पश्चिम बंगाल से जोड़ फैलाया गया है|
Fact Check By: Aavya RayResult: False
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