मणिपुर में सेना का रास्ता रोकती महिलाओं का पुराना वीडियो हाल की स्थिति से जोड़ कर वायरल…

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मणिपुर के बिष्णुपुर में सेना के काफिले का रास्ता रोकती महिलाओं का पुराना वीडियो, अभी की घटना बताया जा रहा है।

मणिपुर में इस वक़्त राष्ट्रपति शासन लागू है, पर अभी भी वहां से हिंसा की खबर सामने आ रही हैं। दरअसल मणिपुर के मुख्यमंत्री रहे बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद से वहां पर 13 फरवरी 2025 से राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया। इसी क्रम से जोड़कर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया जा रहा है, जिसमें कुछ महिलाएं बीच सड़क पर लेटकर सेना के काफिले को रोकने का प्रयास करती है। महिलाएं सेना की गाड़ियों को रोकने के लिए आगे सड़क पर लेटती नजर आ रही हैं, तभी सेना का काफिला उन्हें खदेड़ता हुआ आगे बढ़ता है। इस वीडियो को अभी का बता कर शेयर किया जा रहा है, जिसके साथ कैप्शन में लिखा है…

राष्ट्रपति शासन के बाद बदलाबदला सा मणिपुर! वे दिन चले गए जबऐसी रणनीतियां काम की होती थीं, अब भारतीय सेना को पता है कि ऐसे दुष्ट तत्वों से कैसे निपटना है।

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने जांच की शुरुआत गूगल पर सम्बंधित कीवर्ड्स टाइप करने से की। परिणाम में हमें नागालैंड पोस्ट की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल वीडियो के विजुअल मौजूद थे। ये रिपोर्ट 1 मई 2024 की है, जिसके अनुसार 30 अप्रैल 2024 को बिष्णुपुर जिले में महिलाओं ने इंडियन आर्मी का रास्ता रोक दिया था। इससे पहले 29 अप्रैल की रात में 2 (महार रेजिमेंट की एक यूनिट) के जवानों ने बिष्णुपुर जिले के कुम्बी थाने के अंतर्गत आने वाले थंगालवाई क्षेत्र में दो एसयूवी गाड़ियों को रोका था, जिनमें 11 हथियारबंद मौजूद थे। इस दौरान सेना ने उनके हथियार जब्त कर लिए। अगले ही दिन जब्त हथियारों को वापस करने की मांग को लेकर महिलाओं ने पुलिस स्टेशन की ओर जाने वाली सड़क को अवरुद्ध कर दिया था।

फिर हमें मातृभूमि की वेबसाइट पर 30 अप्रैल 2024 की एक रिपोर्ट मिली जिसके मुताबिक, सेना के जवानों को देखकर दोनों रोके गए वाहनों में सवार लोग अपने हथियार छोड़कर भाग खड़े हुए थें। इसके बाद मीरा पैबिस समूह की महिलाओं ने सेना से जब्त किए गए उन हथियारों को वापस करने की मांग की। अपनी मांग को लेकर सैकड़ों महिलाओं ने सड़क जाम करते हुए सेना के काफिले को क्षेत्र से बाहर जाने से रोक दिया था। इस माहौल में जवानों ने भीड़ को हटाने के  लिए हवाई फायरिंग का सहारा लिया था। 

चूंकि हमें वीडियो में ISTV NEWS नाम का एक वॉटरमार्क नज़र आया। इसको ध्यान में रखते हुए खोज करने पर हमें वायरल वीडियो का मूल वीडियो भी मिला। ISTV LIVE के यूट्यूब चैनल पर यह वीडियो 30 अप्रैल 2024 को अपलोड किया गया था। इसमें 6 मिनट 30 सेकंड से लेकर 8 मिनट के बीच वायरल वीडियो वाला हिस्सा दिखाई देता है। 

उस समय इस घटना को मीडिया हाउसेस की तरफ से कवर किया गया था, जिनमें बताया गया है कि मणिपुर के बिष्णुपुर जिले में मंगलवार (30 अप्रैल) को महिलाओं के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन हुआ। इस दौरान एक बड़े ग्रुप ने भारतीय सेना के काफिले को रोक लिया और हथियारों और गोला बारूद के साथ हिरासत में लिए 11 उपद्रवियों को जबरदस्ती रिहा करा लिया। मणिपुर पुलिस के हवाले से यह बताया गया कि गश्त के दौरान, भारतीय सेना की महार रेजिमेंट की एक टुकड़ी ने पुलिस की वर्दी पहने सशस्त्र बदमाशों को रोका और हिरासत में लिया। रिपोर्ट्स को यहां,यहां और यहां पर देखें।

निष्कर्ष 

तथ्यों के जांच से पता चलता है कि मणिपुर में महिलाओं द्वारा सेना की काफिलों को रोकने का वीडियो अभी का नहीं बल्कि पुराना है, जब बिष्णुपुर जिले के कुम्बी इलाके में मीरा पैबिस समूह की महिलाओं ने सेना द्वारा जब्त किए गए हथियारों को वापस लेने के लिए उनका रास्ता रोक दिया था। उसी वीडियो को हाल के दावे से शेयर किया जा रहा है। 

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Title:मणिपुर में सेना का रास्ता रोकती महिलाओं का पुराना वीडियो हाल की स्थिति से जोड़ कर वायरल…

Fact Check By: Priyanka Sinha 

Result: Missing Context