यह वीडियो 2016 का है। नवाज़िश शाहिद के स्वागत में लोगों ने हवा में गोलियाँ चलाई थी। इसका वर्तमान से कोई संबन्ध नहीं है।
उत्तर प्रदेश में हुये विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आये। इस बार सपा ने 111 सीटें जीती है। जिसमें से एक सीट सपा नेता शाहिद मंजूर ने मेरठ की किठौर विधानसभा से जीती है।
इस संदर्भ में एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। उसमें आप कुछ लोगों को हाथों में बंदुक लिये खुलेआम गोलियाँ चलाकर नारे लगाते हुये देख सकते है। इसके साथ दावा किया जा रहा है कि हाल ही में शाहिद मंजूर की जीत के बाद विजय रैली में उनके समर्थकों ने खुलेआम गोलियाँ चलाई।
वायरल हो रहे पोस्ट में लिखा है, यह विडियो, शाहिद मंजूर के विजय जुलूस का है, जिसमें समाजवादी पार्टी के गुंडे खुलेआम हथियार लहरा रहे हैं और फायरिंग कर रहे हैं! सोचिये अगर अखिलेश यादव की सरकार बनती तो यह कया करते? मेरठ परशासन खामोश देखता रहा, आखिर क्यों?
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अनुसंधान से पता चलता है कि…
सबसे पहले हमने कीवर्ड सर्च कर व इनवीड-वी वैरिफाई टूल की मदद से इस वीडियो को खोजने की कोशिश की तो हमें यह वीडियो कही नहीं मिला। फिर, चूंकि दावे में बताया गया है कि शाहिद मंजूर से संबन्धित वीडियो है तो हमने उनसे संपर्क किया।
उन्होंने हमें बताया कि “यह वीडियो मेरे रैली का नहीं है। 10 मार्च को जब वोटों की गिनती खत्म हुई तब तक रात हो चुकी थी और मैं करीब 10.30 बजे घर पहुंचा। ये वीडियो दिन के समय का है। आपको बता दें कि हमारा यहाँ एक नियम है, जितने भी प्रत्याशी चुनाव में जीतकर घर लौटते है उस दिन उन्हें पुलिस की सुरक्षा में घर पहुंचाया जाता है। यह मेरे साथ भी हुआ, तो वीडियो में दिख रही घटना मुझसे संबन्धित नहीं है।“
फिर हमने मेरठ में स्थित पत्रकारों से संपर्क किया। “सादिक भराला” नामक एक पत्रकार ने हमें यह बताया कि यह वीडियो अभी का नहीं, बल्की पुराना है। दूसरे पत्रकार पीयूष राय को भी हमने यह वीडियो बताया तो उन्होंने भी इसे पुराना करार किया और कहा कि, “यह वीडियो 2016 का है जब शाहिद मंजूर के बेटे नवाज़िश शाहिद ने ज़िला पंचायत के चुनाव जीते थे। यह वीडियो अभी का नहीं है।“
इस जानकारी को ध्यान में रखकर हमने मेरठ देहात के पुलिस अधीक्षक केशव कुमार से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि “यह वीडियो अभी का नहीं बल्की छह साल पुराना है। वर्ष 2016 में मेरठ के कठौर में स्थनीय चुनाव हुये थे व तब जिस प्रत्याशी की जीत हुई थी उसका जश्न मनाया जा रहा था। इस दौरान उनके समर्थकों ने खुलेआम आसमान में गोलियाँ चलाई थी। बाद इस मामले में पुलिस ने एफ.आई.आर दर्ज की थी व कार्रवाई भी की थी। और अब जब यहाँ दोबारा चुनाव हुये है तो लोग इसे वर्तमान का बताकर वायरल कर रहे है।“
आगे बढ़ते हुये हमने और कीवर्ड सर्च किया तो हमें उत्तर प्रदेश पुलिस फैक्ट चेक का एक ट्वीट मिला। यह ट्वीट उन्होंने 11 फरवरी को किया था। उसमें उन्होंने स्पष्ट तौर पर बताया है कि यह वीडियो वर्तमान का नहीं बल्की वर्ष 2016 का है।
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। यह वीडियो सपा नेता शाहिद मंजूर की विजय रैली का नहीं है। यह वर्ष 2016 का वीडियो है, जब नवाज़िश शाहिद ने ज़िला पंचायत का चुनाव जीता था।
Title:सपा नेता शाहिद मंजूर के बेटे की रैली के पुराने वीडियो को वर्तमान का बताया जा रहा है
Fact Check By: Rashi JainResult: False
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