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क्या पाकिस्तान के लिये जासूसी कर रहे लोगों को अजमेर में सेना ने पीटा? पढ़िए सच

यह वीडियो मध्य प्रदेश के रतलाम का है। लॉकडाउन के दौरान सामुहिक नमाज़ पढ़ रहे लोगों को गिरफ्तार किया था।

एक वीडियो इंटरनेट पर काफी तेज़ी से वायरल हो रहा है। उसमें आप सेना की वर्दीवाले जवानों को कुछ लोगों को डंड़े से पीटते हुये देख सकते है। इसके साथ कहा जा रहा है कि राजस्थान के अजमेर में कुछ मुस्लिम लोग पाकिस्तान के लिये जासूसी करते हुये पकड़े गये और सेना ने उन्हें डंड़ें से पीटा। 

वायरल हो रहे पोस्ट में यूज़र ने लिखा है, “अजमेर से पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले मोहम्मद यूनुस, अहमद मौलाना, और सद्दाम को सेना ने ढङे मारे।”

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

जाँच की शुरुआत हमने यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च कर की। हमें यही वीडियो वन इंडिया हिंदी के यूट्यूब चैनल पर दो साल पहले प्रसारित मिला। इसके साथ दी गयी जानकारी में बताया गया है कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर के चलते देश में लॉकडाउन चल रहा था। उसी बीच सभी धर्मस्थलों को बंद किया गया था। 

17 अप्रैल 2020 को कुछ लोग मध्य प्रदेश के रतलाम शहर में उंकाला रोड पर स्थित एक मस्जिद में सामूहिक नमाज पढ़ रहे थे। तभी पुलिस को इस बात की भनक लगी और उन्होंने कुछ लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

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इस वीडियो में दिखायी गयी रिपोर्ट में बताया गया है कि जैसे ही पुलिस मौके पर पहुंची नमाज़ पढ़ रहे कुछ लोग वहाँ से भाग निकले और बचे हुये लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आप वीडियो में देख सकते है कि पुलिस लोगों को डंड़े से पीट कर उनकी गाड़ी में बैठा रही है। इसमें यह भी बताया गया है कि पुलिस ने इनके खिलाफ मामली दर्ज किया था और छह लोगों को जेल में डाल दिया गया था।


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एन.डी.टी.वी इंडिया के मुताबिक रतलाम के सुदामा परिसर के मस्जिद में नमाज़ पढ़ी जा रही थी। जो लोग गिरफ्तार हुये उनके खिलाफ आई.पी.सी की धारा 188, 269, 270 के तहत मामला दर्ज किया गया था।

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निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। यह वीडियो वर्ष 2020 में लगे लॉकडाउन के समय का है। यह घटना मध्य प्रदेश के रतलाम की है, ना कि राजस्थान की।

Title:क्या पाकिस्तान के लिये जासूसी कर रहे लोगों को अजमेर में सेना ने पीटा? पढ़िए सच

Fact Check By: Rashi Jain

Result: False

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