False

फिलिस्तीन द्वारा इजरायल के झंडे को जलाने की घटना का वायरल वीडियो हाल का नहीं है।

वीडियो पांच साल पुराना है जब साल 2018 में हमास के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर सीमा विरोध प्रदर्शनों में इजरायली गोलीबारी के दौरान 26 फिलिस्तीनी मारे गए थें और सैकड़ों घायल हुए थें।

इजरायल और फिलिस्तीन के बीच छिड़े युद्ध संघर्ष को जोड़ते हुए सोशल मीडिया पर सात सेकंड का एक वीडियो तेज़ी से वायरल हुआ है। वीडियो में इजरायल के झंडे क्रमबद्ध तरीके से एक किनारे पर लगा देखा जा सकता है। झंडों को टायरों के बीच लगाया गया है। जिसमें एक युवक अपनी हाथ में लिए मशाल से उन झंडों में आग लगाता दिख रहा है। यूज़र द्वारा साझा किए गए इस वीडियो के साथ दावा है कि फ़िलिस्तीनी उस क्षेत्र में इज़रायली झंडे को जला रहे हैं जहां उन्होंने बसने वालों से कब्ज़ा किया है।

वायरल वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है कि “फ़िलिस्तीनी उस क्षेत्र में इज़रायली झंडे जला रहे हैं जिसे उन्होंने बसने वालों से कब्ज़ा किया है।”

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने वायरल की खोज कीवर्ड सर्च के माध्यम से की। जिसके परिणाम में वायरल वीडियो हमें पांच साल पहले यानी कि 15 अप्रैल 2018 में एपी नाम के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया हुआ मिला। इसके नीचे लिखे कैप्शन में यह बताया गया है कि फ़िलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों ने सीमा क्षेत्र में इज़रायली झंडे जलाए। वहीं डिस्क्रिप्शन में ये लिखा है कि फ़िलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को गाजा और इज़राइल के बीच सीमा क्षेत्र पर इज़राइली झंडे जलाए। मार्च के अंत से, हमास के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर सीमा विरोध प्रदर्शनों में इजरायली गोलीबारी में 26 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और सैकड़ों घायल हुए हैं। 

विरोध प्रदर्शनों को आंशिक रूप से नाकाबंदी तोड़ने के हमास के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। इज़राइल ने हमास पर हमलों को अंजाम देने और घुसपैठियों को इज़राइल में लाने के लिए विरोध प्रदर्शनों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। इसमें कहा गया है कि सीमा पर मौजूद लोगों में से कुछ ने बाड़ को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की, विस्फोटक लगाए या फायरबम फेंके। 

इस घटना से सम्बंधित रिपोर्ट हमें टाइम्स ऑफ़ इजरायल में भी प्रकाशित मिली। जिसमें बताया गया है कि हजारों फिलिस्तीनी गाजा सीमा पर एकत्र हुए, टायर जलाए और इजरायली सैनिकों पर बम और पत्थर फेंके, जिन्होंने आंसू गैस और आग से जवाब दिया, क्योंकि फिलिस्तीनियों ने दूसरा “वापसी मार्च” विरोध प्रदर्शन किया था। इस घटना के दौरान आतंकवादियों को इज़राइल में भेजने की कोशिश की गई थी।

वायरल वीडियो से जुड़ी रिपोर्ट को यहां और यहां देख सकते हैं।

वायरल इसी वीडियो को सीएनसी टीवी नाम के न्यूज़ वेबसाइट द्वारा 11 अप्रैल 2018 में फेसबुक पेज पे साझा किया हुआ देखा जा सकता है।

निष्कर्ष-

तथ्यों की जांच से पता चलता है कि वायरल वीडियो में दिख रहे दृश्य हाल की घटना से नहीं जुड़े हैं। वीडियो साल 2018 है जब एक पुराने संघर्ष के दौरान फिलिस्तीनी गाजा सीमा पर इकट्ठा हुए थें और इजरायल का विरोध करते हुए झंडे जलाए गए थें।

Title:फिलिस्तीन द्वारा इजरायल के झंडे को जलाने की घटना का वायरल वीडियो हाल का नहीं है।

Written By: Priyanka Sinha

Result: False

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