यह वीडियो दिल्ली के जहांगीरपुरी का नहीं, बल्की महाराष्ट्र के जलगांव का है। इसमें दिखायी गयी घटना अभी की नहीं बल्की वर्ष 2018 की है।
दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा को जोड़कर एक वीडियो इंटरनेट पर साझा किया जा रहा है। उसमें मुस्लिम समुदाय क लोग एक पुलिसकर्मी के साथ बदतमीज़ी से बात करते हुये नज़र आ रहे है। दावा किया जा रहा है कि यह घटना जहांगीरपुरी की है।
वायरल हो रहे वीडियो को शेयर कर यूज़र ने लिखा है, “यह जहांगीरपुरी दिल्ली।“
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अनुसंधान से पता चलता है कि…
जाँच की शुरुवात हमने इनवीड- वी वैरिफाई टूल के माध्यम से की, परिणाम में इसी घटना का एक वीडियो 18 मई 2021 को सुदर्शन न्यूज़ के ट्वीटर हैंडल पर शेयर किया हुआ मिला। इस वीडियो को देखने पर हमें समझ आया कि इसमें पुलिस को धमका रहा शख्स मराठी भाषा में बात कर रहा है। आप नीचे देख सकते है।
चूंकि यह वीडियो पिछले साल शेयर किया गया था, हमें यह समझ आया कि यह अभी का नहीं है। और इसमें मराठी भाषा में बात की जा रही है तो हमने अनुमान लगाया कि यह महाराष्ट्र का हो सकता है।
फिर हमने इस जानकारी को ध्यान में रखते हुये फेसबुक पर कीवर्ड सर्च किया। तो हमें सोपान जाधव नामक एक यूज़र ने 24 सितंबर 2018 को यह वीडियो शेयर किया था। इसके साथ उसने बताया है कि इसमें दिख रही घटना महाराष्ट्र के जलगांव में स्थित चोपड़ा के बस स्टैंड पर घटी थी। आप नीचे दी गयी तस्वीर में इस पोस्ट को देख सकते है।
पोस्ट में दी हुई इस जानकारी की पुष्टि करने के लिये फैक्ट क्रेसेंडो ने जलगांव के पुलिस अधीक्षक डॉ. प्रवीण मुंडे से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि “इस वीडियो में दिख रहे पुलिसकर्मी जलगांव के चोपड़ा पुलिस के पी.एन श्रीकांत गंगुरडे है। जो व्यक्ति बदतमीज़ी कर रहा है उसका नाम नईम बगवान है। यह घटना सितंबर 2018 में चोपड़ा के बस स्टैंड पर घटी थी। जिसके बाद नईम बगवान और उसके साथियों पर आई.पी.सी की धारा 353 के तहत अपराध दर्ज किया गया था। इसमें नईम बगवान को मिलाकर 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। आपको बता दें कि नईम बगवान अब जीवित नहीं है। 1-2 साल पहले कोविड की वजह से उसकी मौत हो गयी थी।“
इसके बाद फैक्ट क्रेसेंडो ने श्रीकांत गंगुरडे से भी संपर्क किया। यह घटना घटी उस दौरान वे चोपड़ा शहर पुलिस में हवालदार थे और अब वे चोपड़ा में अनुमंडल पुलिस कार्यालय में पुलिस नाइक है। उन्होंने हमें बताया कि “यह घटना चोपड़ा शहर बस स्टैंड की है व सितंबर 2018 में गणपति बैठने के एक दिन पहले की है। जो लोग मुझ से बात कर रहे है वे वहाँ पर सेब बेचने का काम करते थे। बस स्टैंड पर जो बस आने-जाने का रास्ता है, उन्होंने उनकी हाथ-गाड़ी वहाँ खड़ी की थी। मैंने उन्हें उसे वहाँ से हटाने के लिये बोला तो उस पर से विवाद हो गया। उसने अपने परिजनों को बस स्टैंड पर बुला लिया। वहाँ मौजूद कुछ लोगों ने इसका वीडियो बनाया और इंटरनेट पर वायरल कर दिया। इस मामले में उनके उपर मामला दर्ज किया गया था। उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था पर अब वे बेल पर बाहर है। परंतु कोर्ट में अभी भी केस जारी है।“
चोपड़ा शहर पुलिस स्टेशन के पी.आई (प्रभारी) अवतार सिंह चौहान ने कहा कि, “वायरल हो रहा दावा गलत है। यह महाराष्ट्र के चोपड़ा में हुई एक पुरानी घटना का वीडियो है। इसका दिल्ली में अभी हुये दंगों से कोई संबन्ध नहीं है। और इस घटना का सांप्रदायिकता से कोई संबन्ध नहीं है। ये लोग तो फल बेचने वाले लोग थे और उस पर से उनका इस पुलिसकर्मी के साथ विवाद हो गया था।“
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। यह वीडियो दिल्ली के जहांगीरपुरी का नहीं बल्की महाराष्ट्र के जलगांव में स्थित चोपड़ा का है।
Title:महाराष्ट्र का पुराना वीडियो जहांगीरपुरी में मुस्लिम शख्स पुलिस को धमकाने का बोलकर वायरल; जानिये सच
Fact Check By: Rashi JainResult: False
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