False

चार साल पहले झारखंड में महिला पर लाठी बरसा रहे पुलिस के वीडियो को छत्तीसगढ़ का बता वायरल किया जा रहा है।

यह वीडियो छत्तीसगढ़ का नहीं, झारखंड के रांची का है। वर्ष 2019 में प्रदर्शन कर रही आगंनवाड़ी सेविकाओं पर पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया था।

महिलाओं पर जमकर लाठीचार्ज कर रही पुलिस का एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि यह छत्तीगढ़ का है। इसको शेयर कर सोशल मीडिया पर लोग पुलिस पर इतने कठोर होने पर आक्रोश जता रहे है। 

वायरल हो रहे पोस्ट के साथ यूज़र ने लिखा है,“छत्तीसगढ़ की महिलाओं के साथ शर्मसार करने वाली घटना। इस तरह के दृश्य अंतरात्मा को झकझोरते है कोई इतना बेरहम कैसे हो सकता है प्रदर्शनकारी महिलाओ पर जल्लाद बनकर ऐसा प्रहार को क्या कहेंगे?”

फेसबुक

अनुसंधान से पता चलता है कि…

इस वीडियो की जाँच हमने यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च कर की। हमें यही वीडियो 25 सितंबर 2019 को न्यूज़ 18 वाइरल्स पर प्रसारित किया हुआ मिला। उसके साथ दी गयी जानकारी में बताया गया है कि यह वीडियो झारखंड के रांची का है। वहाँ आंगनवाड़ी सेविका सहायिका संघ की महिलाओं ने उनकी 9 सूत्री मांगों को लेकर धरना किया था। 24 सितंबर 2019 को देर शाम को ये महिलाओं मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने जा रही थी, तभी रांची पुलिस ने उनको रोका व उनपर भारी लाठीचार्ज किया। रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि उस दौरान वहाँ कोई महिला पुलिसकर्मी मौजूद नहीं थी। 

आर्काइव लिंक

25 सितंबर को प्रकाशित क्वींट हिंदी की रिपोर्ट में बताया गया है कि रांची में आंगनवाड़ी की इन महिलाओं के विरोध प्रदर्शन का वह 40वां दिन था। वे महिलाएं 13 दिन से भूख हड़ताल पर थीं। इस रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की क्या मांगे थी।

  1. आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाना चाहिये। तब तक सेविकाओं को 18,000 रुपये और सहायकों को 9,000 रुपये का भुगतान दिया जाना चाहिये।
  2. मिनी आंगनवाड़ी सेविकाओं के साथ उसी तरह व्यवहार किया जाना चाहिये जैसे आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ किया जाता है।
  3. कार्यकर्ताओं को प्रमोशन देते समय उम्र सीमा की बाध्यता को खत्म करना।
  4. उन्हें सोशल सिक्योरिटी बेनिफिट मिलना चाहिये।
  5. रिटायरमेंट की उम्र 60 से बढ़ाकर 65 साल कर देनी चाहिये। रिटायरमेंट के वक्त सेविकाओं को 5 लाख रुपये और सहायकों को 3 लाख रुपये मिलने चाहिये।

आपको बता दें कि हाल ही में दो महिने पहले छत्तीसगढ़ में भाजपा महिला मोर्चा ने रायपुर में नाबालिग लड़की के यौन शोषण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। ये वीडियो उस मोर्चे के संबन्ध में वायरल किया जा रहा है।

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। यह वीडियो छत्तीसगढ़ का नहीं, झारखंड के रांची का है। यह वीडियो वर्ष 2019 का है।

Title:चार साल पहले झारखंड में महिला पर लाठी बरसा रहे पुलिस के वीडियो को छत्तीसगढ़ का बता वायरल किया जा रहा है।

Written By: Samiksha Khandelwal

Result: False

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