आगामी गणेश उत्सव के चलते सोशल मंचों पर मुंबई के लालबाग के राजा गणपति का एक वीडियो इंटरनेट पर साझा किया जा रहा है। उस वीडियो में आप एक बड़ी संख्या में लोगों का जमघट देख सकते है व लालबाग के गणपति की मूर्ति का अनावरण किया जा रहा है। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि वीडियो इस वर्ष के लालबाग के राजा की मूर्ति के पहले दर्शन को दर्शा रहा है, इस वीडियो को कई महँ हस्तियों द्वारा भी इसी सन्दर्भ में साझा किया जा रहा है।
वायरल हो रहे पोस्ट के शीर्षक में लिखा है, “मुंबई लालबाग के राजा के प्रथम दर्शन।“
अनुसंधान से पता चलता है कि…
फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान पाया कि वायरल हो रहा वीडियो वर्ष 2016 का है।
जाँच की शुरुवात हमने वायरल हो रहे दावे को ध्यान में रखकर यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च किया, परिणाम में हमें यही वीडियो सिद्धेश बापटे नामक एक चैनल पर 1 सितंबर 2016 को प्रसारित किया हुआ मिला। इस वीडियो के शीर्षक में लिखा है, “लालबाग का राजा फर्स्ट लुक 2016।”
इसके बाद हमने यूट्यूब पर इस सम्बन्ध में जाँच की तो हमें वायरल हो रहा वीडियो राजश्री मराठी नामक एक वैरिफाइड चैनल पर 3 सितंबर 2016 को प्रसारित किया हुआ मिला। इस वीडियो के शीर्षक में लिखा है, “(वीडियो) लालबाग का राजा फर्स्ट लुक | मुख दर्शन | अभी देखें | गणेश चतुर्थी 2016”
आप लोकसत्ता लाइव के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 1 सितंबर 2016 को प्रसारित किये हुये लालबाग के गणपती के पहले दर्शन का लाइव वीडियो देख सकते है। वह वीडियो और वायरल हो रहा वीडियो आपको सदृश्य दिखेगा ।
इसके बाद हमने ये जानने की कोशिश की कि कोरोना महामारी के चलते महाराष्ट्र सरकार ने गणेश उत्सव से सम्बंधित कोई गाईडलाईन्स जारी की है कि नहीं, इस सम्बन्ध में हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च किया व हमें टाइम्स ऑफ इंडिया द्वारा इस वर्ष 29 जून को प्रकाशित किया गया एक समाचार लेख मिला। लेख के मुताबिक इस वर्ष गणेश उत्सव में गणपति की मूर्ति दो से चार फीट लंबी ही होनी चाहिये।
आर्काइव लिंक
फैक्ट क्रेसेंडो ने उपरोक्त वीडियो के साथ वायरल हो रहे दावे की सच्चाई व इस वीडियो के बारे में अधिक जानकारी हासिल करने के लिये मुंबई के लालबाग के राजा गणपति की टीम के सदस्य मंगेश आंबरे से संपर्क किया व उन्होंने हमें बताया कि, “वायरल हो रहा वीडियो वर्ष 2016 से है। इस साल लालबाग के राजा गणपति की मूर्ति महाराष्ट्र सरकार के दिशानिर्देश को ध्यान में रखते हुये चार फीट लंबी ही है। इस वर्ष लालबाग के गणपति के दर्शन इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन होने वाले है। इस वर्ष की गणपति की मूर्ति बनके तैयार है परंतु अभी तक उनके पहले दर्शन नहीं हुये है।“
इसके बाद फैक्ट क्रेसेंडो ने बी.एम.सी के डेप्यूटी पी.आर.ओ तानाजी कामले से संपर्क किया व उन्होंने भी इस बारे में पुष्टि की कि, “वायरल हो रहा वीडियो पुराना है। इस वर्ष सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार चार फीट से ज्यादा लंबी गणपति की मूर्ति स्थापित करने की अनुमति नहीं है। लालबाग के राजा गणपति की मूर्ति भी इन्हीं दिशानिर्देशों के अनुसार होगी ।“
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। यह वीडियो वर्ष 2016 का है। इस वीडियो का वर्तमान से कोई सम्बंध नहीं है।
तालिबान के अफ़ग़ानिस्तान पर कब्ज़े से संबंधित अन्य फैक्ट चेक को आप नीचे पढ़ सकते है|
फैक्ट क्रेसेंडो द्वारा किये गये अन्य फैक्ट चेक पढ़ने के लिए क्लिक करें :
१. समाजवादी पार्टी के नेता आज़म खान के नाम से वायरल हो रहा विवादित फेसबुक पोस्ट फर्ज़ी है।
२. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के नाम से फर्जी विवादित ट्वीट हुआ वायरल।
Title:वर्ष 2016 के लालबाग के राजा “गणपति” आगमन के वीडियो को इस वर्ष का बता वायरल किया जा रहा है।
Fact Check By: Rashi JainResult: Missing Context
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