Missing Context

डी.के शिवकुमार द्वारा फाड़ी गयी किताब के पुराने वीडियो को अभी का बताकर वायरल किया जा रहा है।

यह वीडियो अभी का नहीं पुराना है। पिछले साल कर्नाटक में डी.के शिवकुमार ने विरोध के तौर पर संशोधित पाठ्यपुस्तक फाड़ दी थी। यह तब का वीडियो है।

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के शिवकुमार का एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। जिसमें वो एक पुस्तक फाड़ते हुये नज़र आ रहे है। दावा किया जा रहा है कि कर्नाटक में पिछली भाजपा सरकार द्वारा स्कूल पाठ्यक्रम में वीर सावरकर के बारे में छपवाई किताब को डी.के शिवकुमार ने फाड़ दिया। इंटरनेट पर यूज़र्स दावा कर रहे है कि वीडियो में दिख रही घटना कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के बाद की है।

वायरल हो रहे वीडियो के साथ यूज़र ने लिखा है,“बीजेपी सरकार ने कर्नाटक स्कूल पाठ्यक्रम में सावरकर के बारे में एक किताब छपवाई थी, और हमारे कांग्रेसी शेर डी. के. शिवकुमार जी ने उस पाठ को खत्म कर दिया। अभी तो शपथग्रहण भी नहीं हुआ है! भजपैय्यों!”

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

इस वीडियो की जाँच हमने यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च कर की। हमें यही वीडियो 18 जून 2022 को टी.वी9 कन्नडा के चैनल पर प्रसारित किया हुआ मिला। इसमें दी गयी जानकारी में बताया गया है कि के.पी.सी.सी प्रमुख डी.के शिवकुमार ने कर्नाटक में स्कूल की पाठ्यपुस्तकों में सामग्री को जोड़ने और हटाने के विरोध में एक संशोधित पाठ्यपुस्तक की प्रति को फाड़ दिया। 

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इससे हमें यह समझ आया कि यह वीडियो पुराना है, अभी का नहीं। 

इस बारे में और जानकारी पाने के लिये हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च किया। हमें 7 जून 2022 को प्रकाशित इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट मिली। उसमें बताया गया है कि कर्नाटक में स्कूली पाठ्यपुस्तकों में कथित तौर पर कुछ अध्याय ब्राह्मण समुदाय के खिलाफ थे। इस वजह से कर्नाटक सरकार से शिकायत की गयी। वर्ष 2020 में सरकार ने पाठ्यपुस्तक संशोधन समिति का गठन किया था। उस समिति ने कक्षा 6 से 10 तक की सामाजिक विज्ञान की पाठ्यपुस्तकों और कक्षा 1 से 10 तक की कन्नड़ भाषा की पाठ्यपुस्तकों को संशोधित किया। कर्नाटक सरकार ने तब शैक्षणिक वर्ष से पहले स्कूली पाठ्यपुस्तकों की छपाई का आदेश दिया। परंतु संशोधन के बाद रिपोर्ट सामने आयी कि स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह, मैसूर के शासक टीपू सुल्तान, लिंगायत समाज सुधारक बासवन्ना, द्रविड़ आंदोलन के अग्रणी पेरियार, सुधारक नारायण गुरु और स्वामी विवेकानंद पर अध्याय कथित तौर पर पाठ्यक्रम से हटा दिये गये। हालाँकि, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार के एक भाषण को कक्षा 10 पाठ्यपुस्तकों में रखा गया। 

इस पर कर्नाटक कांग्रेस के डी.के शिवकुमार ने आवाज़ उठायी और इसके खिलाफ आंदोलन किया। 

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। यह वीडियो पुराना है। इसका हाल ही में हुई कांग्रेस की जीत से कोई संबन्ध नहीं है।

Title:डी.के शिवकुमार द्वारा फाड़ी गयी किताब के पुराने वीडियो को अभी का बताकर वायरल किया जा रहा है।

Written By: Samiksha Khandelwal

Result: MISSING CONTEXT

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