यह घटना कुछ साल पहले पंजाब के फगवाड़ा शहर में हुई थी। इसका राजस्थान या फिर हिंदु नववर्ष से कोई संबंध नहीं।
दो समुदाय के गुटों के बीच हो रहीं झड़प के वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि हिंदु नववर्ष के दिन हिंदुओं द्वारा निकाली गयी रैली पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हमला किया की।
वायरल हो रहे वीडियो के साथ यूज़र ने लिखा है, “हिंदू नव वर्ष की रैली में मुस्लिम समुदाय की भीड़ ने शांतिपूर्ण तरीके से किया हमला रैली को आगे नहीं जाने दिया।”
अनुसंधान से पता चलता है कि…
इस वीडियो को देखने पर हमें इसमें निखिल कलेक्शन नामक एक दुकान का बोर्ड दिखा। आप नीचे उसकी तस्वीर देख सकते है।
हमें पता चला कि यह दुकान पंजाब के फगवाड़ा में स्थित है। इसके बाद हमने इस दुकान के मालिक मदन मोहन खट्टर से संपर्क किया। उन्होंने वायरल वीडियो देखकर बताया कि, “यह घटना वर्ष 2015-16 में हुई थी। शुक्रवार का दिन था और शिवसेना के लोग प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने मेरे दुकान के सामने ही पाकिस्तान का झंड़ा जलाया और पत्थरबाजी की। इस दौरान मेरे दुकान को भी नुकसान हुआ। यह सब मस्जिद के पास चल रहा था। जैसे ही मुस्लिम लोगों की दोपहर की नमाज़ हुई और वे बाहर आये दोनों गुटों के बीच झड़प हो गयी। इस घटना का हिंदु नववर्ष से कोई संबन्ध नहीं है।“
फगवाड़ा के पुलिस अधीक्षक हरिंदर पाल सिंह ने हमें बताया कि “यह वीडियो अभी का नहीं है। यह वीडियो 6-7 साल पुराना है। इसका राजस्थान या किसी अन्य जगहों से संबन्ध नहीं है। यह घटना पंजाब के फगवाड़ा में हुई थी।“
जाँच के दौरान हमें यही वीडियो कुछ यूज़र द्वारा वर्ष 2017 में यूट्यूब पर शेयर किया हुआ मिला। हमें टी.वी. 84 के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर इस घटना की रिपोर्ट मिली। यह वीडियो उन्होंने 26 जुलाई 2016 को प्रसारित किया था। उसके साथ दी गयी जानकारी में बताया गया है कि 22 जुलाई 2016 को शिवसेना के लोगों ने फगवाड़ा में मस्जिद पर हमला किया व मुस्लिम उनके खिलाफ एकजुट हुये। आप नीचे दिये गये वीडियो में इस रिपोर्ट को देख सकते है।
Read Also: क्या भाजपा नेता श्रीकांत शर्मा को उत्तर प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है?
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ गलत दावा किया गया है। यह वीडियो पंजाब के फगवाड़ा में शिवसेना कार्यकर्ताओं और मुस्लिमों के बीच हुई झड़प का है। यह वीडियो राजस्थान का नहीं। इसका हिंदु नववर्ष से भी इसका कोई संबन्ध नहीं है।
Title:पंजाब में हुई हिंसा के पुराने वीडियो को हाल ही का बता राजस्थान के नाम से वायरल किया जा रहा है
Fact Check By: Rashi JainResult: Missing Context
भारतीय सेना की तरफ से पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई के दावे से वायरल वीडियो अप्रैल…
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने भारत में…
यह वीडियो पहलगाम आतंकी हमले से सम्बंधित नहीं है, यह वैष्णो देवी रोपवे के विरोध…
पहलगाम हमले के बाद सोशल मीडिया पर एबीपी न्यूज की एक वीडियो रिपोर्ट के जरिए…
CAA प्रदर्शन के दौरान की पुरानी तस्वीरों को फर्जी कम्युनल एंगल से शेयर किया जा…
बीआर आंबेडकर की यह प्रतिमा चीन की नहीं बल्कि आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा की है,…