३ मई २०१९ को भालोभाशार बंधन नामक एक फेसबुक पेज पर एक विडियो पोस्ट किया | विडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि “उड़ीसा में चक्रवात फेनी का आक्रमण |” यह विडियो लगभग ७ मिनट का है | इस विडियो में हम एक चक्रवात से हुई तबाही को देख सकते है | यह विडियो चक्रवात फेनी के संदर्भ में साझा किया जा रहा है | यह चक्रवात हाल ही में ओडिशा में आया, जिसकी वजह से तटीय क्षेत्रों में बड़ा विनाश हुआ है | विडियो के माध्यम से यह दावा किया जा रहा है कि यह विडियो उस विनाश का उल्लेख करता है जो चक्रवात फेनी के कारण हुआ है | यह विडियो सोशल मीडिया पर काफ़ी चर्चा में है | फैक्ट चेक किये जाने तक यह विडियो ४३०० से ज्यादा प्रतिक्रियाएं प्राप्त कर चुकी थी | इस विडियो को २ लाख ८३ हज़ार व्यूज मिल चुकी है |
चक्रवात फेनी द्वारा हुए विनाश के विडियो आजकल सोशल मीडिया पर काफ़ी वायरल है | इन विडियो को मीडिया संगठन द्वारा भी प्रसारित किया जा रहा है | परंतु इस विडियो को कोई भी मीडिया संगठन ने प्रसारित नहीं किया | इसीलिए हमने इस विडियो की सच्चाई जानने की कोशिश की |
संशोधन के पता चलता है कि..
जांच की शुरुआत हमने इस विडियो को इनविड टूल का इस्तेमाल करके छोटे कीफ्रेम्स में तोडा | इन कीफ्रेम्स को हमने गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया | सर्च से हमें वीकली टाइम्स नाउ का लिंक मिला जिसमे इस विडियो का उल्लेख करते हुए लिखा गया है कि यह चेन्नई में आये हुए चक्रवात वरदा का विडियो है |
इसके बाद हमें यू-ट्यूब का लिंक मिला जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि भारत के आंध्र प्रदेश में चक्रवात वरदा (१२ दिसंबर २०१६) | फेसबुक पर साझा विडियो में पहले १७ सेकंड के दृश्य हमें इस विडियो में दिखे |
हमें यू-ट्यूब पर १२ दिसंबर२०१६ को प्रकाशित एक और विडियो मिला | विडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि भारी बारिश और तेज हवा के साथ वरदा चक्रवात तमिलनाडु में जनजीवन को अस्त-व्यस्त करते हुए कुछ दृश्य | कार के उड़ने का लाइव वीडियो | विवरण में लिखा गया है कि यह चक्रवात वरदा चेन्नई में आई थी |
हमने मूल विडियो और वायरल विडियो के तस्वीर का स्क्रीनशॉट लेकर दोनों तस्वीरों की तुलना की | दाएं तरफ आप मूल विडियो का स्क्रीनशॉट देख सकते है और बाएँ तरफ आप वायरल विडियो का स्क्रीनशॉट देख सकते है |
इस विडियो के शीर्षक को गूगल पर सर्च करने से हमें १३ दिसंबर २०१६ को टाइम्स ऑफ़ इंडिया द्वारा प्रकाशित खबर मिली | इस खबर के शीर्षक में लिखा गया है कि चेन्नई में चक्रवात वरदा ने बस और गाड़िया पलट दी | इस खबर में हम वायरल विडियो के पहले के कुछ सेकंड के दृश्य देख सकते है | इससे हमें यह पता चलता है कि वायरल विडियो चक्रवात फेनी का नहीं है बल्कि चक्रवात वरदा का है जो २०१६ में चेन्नई में आया था | इस विडियो को इंडिया टुडे ने भी १२ दिसंबर २०१६ को उपलोड किया था |
इसके बाद चक्रवात फेनी से जुडी हुई हमें काफ़ी विडियो यू-ट्यूब पर मिली | वायरल विडियो का दूसरा हिस्सा जो कि १५ सेकंड से २ मिनट ४६ सेकंड तक है, इसका विडियो डी लोगिन टेक्नोलॉजीज द्वारा १२ दिसंबर २०१६ को प्रकाशित किया गया | इस विडियो के शीर्षक लिखा गया है कि चक्रवात वरदा ने ओएम्आर चेन्नई में स्थिर टीसीएस बस को उड़ा दिया |
हमने मूल विडियो और वायरल विडियो के तस्वीर का स्क्रीनशॉट लेकर दोनों तस्वीरों की तुलना की | दाएं तरफ आप मूल विडियो का स्क्रीनशॉट देख सकते है और बाएँ तरफ आप वायरल विडियो का स्क्रीनशॉट देख सकते है |
इस विडियो का तीसरा अंश हमें १२ दिसंबर २०१६ को प्रकाशित यू-ट्यूब विडियो से मिला | विडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि २०१६ को भारत के चेन्नई में जानलेवा चक्रवात वरदा जहाँ गाड़िया भी आसमान में उड़ती हुई देखी जा सकती थी |
हमने मूल विडियो और वायरल विडियो के तस्वीर का स्क्रीनशॉट लेकर दोनों तस्वीरों की तुलना की | दाएं तरफ आप मूल विडियो का स्क्रीनशॉट देख सकते है और बाएँ तरफ आप वायरल विडियो का स्क्रीनशॉट देख सकते है |
निष्कर्ष: तथ्यों की जांच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | पोस्ट में ६ मिनट ५९ सेकंड का लंबा वीडियो है जिससे तीन अलग अलग विडियो को जोडकर बनाया गया है | तीनों विडियो चेन्नई में १२ दिसंबर २०१६ को आए चक्रवात वरदा के है | इन विडियो को एक करते हुए यह दावा किया जा रहा है कि यह चक्रवात फेनी का प्रभाव है | तीन अलग-अलग क्लिप के साथ छेड़छाड़ करते हुए एक किया गया है, जो सभी मूल रूप से २०१६ में ऑनलाइन पोस्ट किए गए थे | इस विडियो का २०१९ में हुए चक्रवात फेनी के साथ कोई सम्बन्ध नहीं है |
Title:क्या यह विडियो उड़ीसा में आए चक्रवात फेनी के प्रभाव के है?
Fact Check By: Drabanti GhoshResult: False
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