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क्या इस ब्राह्मण आदमी को पूजा करते वक्त घंटी बजाने के कारण मुस्लिम समुदाय द्वारा पीटा गया?

२४ अप्रैल २०१९ को टीना बसेटिया नामक एक फेसबुक यूजर ने एक विडियो पोस्ट किया | विडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि “बंगाल में मुसलमानों ने एक ब्राह्मण की उनकी बेटी के सामने की पिटाई | अपने घर में पूजा के दौरान घंटी की आवाज किसी को भी नहीं सुननी चाहिए | पश्चिम बंगाल में यह मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में आम बात है | कोई भी मीडिया हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को कवर नहीं कर रहा है | जबकि भारत में रोहिंग्या मुसलमानों को शरण देने के लिए मानवाधिकारों की दुहाई दी जा रही है | यह देखने के लिए बहादुर बनें, यह कल्पना नहीं है | वर्तमान में अच्छी नौकरी, भोजन और आश्रय ने हमें हमारे भावी भारत, भावी पीढ़ी के बारे में सोचने के लिए मजबूर नहीं करता है | इस वास्तविकता को देखकर, यदि आप नहीं जागते हैं, तो भारत में अगले २० वर्षों तक यहां ऐसा होगा और हमारी भावी पीढ़ी हमें माफ नहीं करेगी | एंटीनेशनलिस्ट पार्टी को मतदान करने से पहले दो बार सोचें। #साझा करना होगा |”

इस विडियो में हम कुछ लोगों को एक बुज़ुर्ग आदमी को पीटते हुए देख सकते है | इसी बीच में एक लड़की आकर उस आदमी को बचाने की कोशिश करती है | विडियो में कोलकाता पुलिस को भी देखा जा सकता है | मार खाने के बाद उस बुज़ुर्ग आदमी को मोहल्ले का चक्कर लगाने के लिए मजबूर किया गया | इस विडियो में हम सबको बंगाली भाषा में बात करते हुए सुन सकते है | इसीलिए हम यह मानकर चल सकते है कि यह विडियो बंगाल की है | इस विडियो के माध्यम से यह दावा किया जा रहा है कि दिखाए गए बुज़ुर्ग आदमी को इसीलिए पीटा जा रहा है क्योंकि उन्होंने पूजा करते समय घंटी बजाई | यह दृश्य कहा जा रहा है कि काफ़ी आम बात है उन जगहों में जहाँ मुसलमान समुदाय की संख्या अधिक रहती है | फैक्ट चेक किये जाने तक यह पोस्ट लगभग ३५ प्रतिक्रियाएं प्राप्त कर चुकी थी |

जब हमने वीडियो में बात कर रहे लोगों की बात को ध्यान से सुना, तो उनमें से एक को यह कहते सुना जा सकता है कि पुजारी ने उसकी ’बोउ मा’ (बहू) के साथ दुर्व्यवहार किया था | क्या वास्तव में इस ब्राह्मण आदमी को पूजा करते वक्त घंटी बजाने के कारण इतना पीटा गया ? जानिए सच |

संशोधन से पता चलता है कि…

जब हमने इस विडियो के शीर्षक को फेसबुक पर सर्च किया तो हमने पाया कि यह विडियो २०१७ से वायरल हो रही है | २०१७ में इस विडियो का अस्तित्व होने का मतलब यह है कि यह विडियो में घटी घटना २ साल पुरानी है | २४ सितम्बर २०१७ सुबी पी शशिधरन ने यह विडियो पोस्ट किया था |

आर्काइव लिंक

हमने इस विडियो को इनविड पर कीफ्रेम्स को अलग करके गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया | परिणाम से हमें २३ सितम्बर २०१७ को कोलकाता पुलिस की एक फेसबुक पोस्ट की लिंक मिली | कोलकाता पुलिस ने इस विडियो का स्क्रीनशॉट पोस्ट करते हुए लिखा है कि “एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है जिसे लोग गलत कथन के साथ साझा कर रहे हैं | यह गलत और शरारती है | इस पुजारी को पीड़ित लड़की के परिवार के सदस्यों द्वारा पीटा गया था, क्योंकि उसने घरेलू पूजा के दौरान उन्होंने कथित रूप से उस लड़की के साथ छेड़छाड़ किया था | इस मामले पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी | केस नंबर P3-205 दिनांक 31.08.17, u/s 354/509 आईपीसी | काउंटर प्राथमिकी उन लोगों के खिलाफ भी दर्ज की गई जिन्होंने इस पुजारी को पीटा केस नंबर P3-206 दिनांक 31.08.17 u/s 34/323/341  आईपीसी |”

आर्काइव लिंक

ब्राह्मण पुजारी के खिलाफ आईपीसी की धारा ३५४ और धारा ५०९ के तहत मामला दर्ज किया गया है | यह धाराएं महिला के साथ छेड़छाड़ के लिए है | लड़की के परिवार पर आईपीसी की धारा ३४, धारा ३२३, धारा ३४१ के तहत मामला दर्ज किया गया है | यह धाराएं स्वेच्छा से चोट पहुंचाने की कोशिश और समान उद्देश्य से अपराध के लिए है | इनमे से कोई धारा धार्मिक विवाद से जुडी नहीं है, जो साबित करता है कि, यह धार्मिक विवाद नहीं है |

इसके बाद हमने कोलकाता पुलिस के अधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर इस खबर को ढूँढा | २३ सितंबर २०१७ को कोलकाता पुलिस द्वारा किया एक ट्वीट हमें मिला | पुलिस के मुताबिक, जिस लड़की के साथ उसने कथित तौर पर छेड़छाड़ की, उसके परिवार के लोगों ने उस शख्स को उन्होंने पीटा व बंदी बना लिया था |

आर्काइव लिंक

आर्काइव लिंक

यू-ट्यूब पर अलग अलग कीवर्ड्स के माध्यम से इस विडियो को सर्च करने पर हमें दो साल पहले यू-ट्यूब पर अपलोड किया गया एक वीडियो मिला, जो टूटी-फूटी अंग्रेजी में इस कथन के साथ साझा किया गया है कि, महिला के साथ बलात्कार करने की कोशिश करते हुए राजेंद्र बाबा को पकड़ा गया था |

निष्कर्ष: तथ्यों की जांच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है क्योंकि साझा की गयी विडियो २०१७ की है | यह स्पष्ट है कि घटना दो साल पुरानी है, और अब उसे गलत इरादे से साझा किया जा रहा है | छेड़छाड़ के एक कथित प्रयास को सोशल मीडिया में अब इस गलत दावे के साथ फिर से साझा किया जा रहा कि, मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने पश्चिम बंगाल में एक ब्राह्मण पर हमला किया | इस प्रकार, इस घटना को एक सांप्रदायिक रंग देने का प्रयास किया जा रहा है |

Title:क्या इस ब्राह्मण आदमी को पूजा करते वक्त घंटी बजाने के कारण मुस्लिम समुदाय द्वारा पीटा गया?

Fact Check By: Drabanti Ghosh

Result: False

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