दक्षिण अफ़्रीका के वूलवर्थ्स स्टोर को हमास समर्थक ग्रुप ईएफएफ द्वारा नष्ट किए जाने का दावा फ़र्ज़ी है , वीडियो दो साल पुराना है जब साउथ अफ्रीका में पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के जेल जाने पर हिंसा फैली थी।
सोशल मीडिया पर 45 सेकंड का हैरान कर देने वाला एक वीडियो वायरल है जिसमें बड़े पैमाने पर सामानों को बिखरा हुआ देखा जा सकता है। जिसे देख कर यह समझ आता है कि किस प्रकार से इस स्टोर में बड़ी लूट की घटना को अंजाम दिया गया है। यूज़र द्वारा किए गए दावे के अनुसार वीडियो साउथ अफ्रीका का है जहां पर हमास समर्थक ग्रुप ईएफएफ ने वूलवर्थ्स स्टोर को इसलिए बर्बाद कर दिया क्योंकि वहां इज़रायली प्रोडक्ट्स बेचे जाते थें। वायरल वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा गया है कि….
“दक्षिण अफ़्रीका : हमास समर्थक ग्रुप ईएफएफ ने वूलवर्थ्स स्टोर को नष्ट कर दिया क्योंकि वे इज़रायली उत्पाद बेचते थे।”
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने वायरल वीडियो से तस्वीरों को लेकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया, परिणाम में हमें ट्विटर यूज़र द्वारा ट्वीट में वायरल वीडियो साझा किया हुआ मिला। इसके साथ कैप्शन में लिखा था कि वॉटरक्रेस्ट मॉल में लुटेरों द्वारा किए गए नरसंहार की जाँच की जाए जिसे बर्बाद किया गया है #दक्षिणअफ्रीका जल रहा है। ये ट्वीट जुलाई 2021 में देखा जा सकता है। इससे हम इतना तो समझ गए कि वीडियो हाल का नहीं बल्कि दो साल पुराना है।
मिली जानकारी की मदद लेते हुए हमने वीडियो के बारे में रिपोर्टों को ढूँढा। जहां ईस्ट कोस्ट रेडियो के वेबसाइट पर हमें एक रिपोर्ट प्रकाशित मिली। जिसके अनुसार वीडियो 3 साल पहले का है जब डरबन और आस-पास के कुछ शहरों में भयानक विस्फोट और गोलीबारी हुई थी। इस रिपोर्ट में उस वक़्त हुए हादसे के एक चश्मदीद ने आपबीती बताई थी। डरबन के ऊपरी राजमार्ग क्षेत्र में वॉटरफॉल क्षेत्र में वॉटरक्रेस्ट मॉल और बेरिया पर क्वींसमीड मॉल लुटेरों ने लूट की घटना को अंजाम दिया था। डरबन के उत्तर में न्यूलैंड्स और पारलॉक में रात भर गोलियों की आवाजें सुनाई दीं। इस रिपोर्ट में हमें वायरल वीडियो से मिलती हुई तस्वीर दिखाई दीं।
इस प्रकार वीडियो से जुड़ी दूसरी रिपोर्ट हमें दो साल पहले याहू की वेबसाइट भी दिखी जिसमें बताया गया है कि दक्षिण अफ्रीका के डरबन के एक मॉल में लूट पाट और दंगे हुए। असल में लूट की ये घटना भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के जेल जाने के बाद शुरू हुई थी। रिपोर्ट में उनकी तरफ से अदालत की अवमानना के लिए 15 महीने की सज़ा के ऐलान की बात भी सामने आती है।
खोज के दौरान हमने वीडियो से संबंधित इसी रिपोर्ट को डेली मेल और टाइम्स ऑफ़ इंडिया की वेबसाइट पर देखा। जिसके बाद हम स्पष्ट हुए की वीडियो का हाल के चल रहे इजरायल युद्ध से लेना देना नहीं है।
निष्कर्ष–
तथ्यों के जांच के पश्चात् हमने वायरल वीडियो को गलत पाया है, इसका हमास समर्थकों द्वारा इजरायली सामान बेचने पर नष्ट किये जाने का दावा गलत है। वीडियो दो साल पुराना है जब डरबन में पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा की गिरफ्तारी के बाद हिंसा भड़की थी और दंगे हुए थें। इस बीच वॉटरक्रेस्ट मॉल में स्थित वूलवर्थ्स स्टोर में लूट की घटना हुई थी।
Title:दो साल पहले अफ्रीका में हुए प्रदर्शन के वीडियो को इज़रायली उत्पाद बहिष्कार के नाम से वायरल।
Written By: Priyanka SinhaResult: False
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