यह तस्वीर अभी की नहीं कुछ महिने पुरानी है। मई में सूरत में गोपाल इटालिया को गिरफ्तार किया गया था, यह तब की तस्वीर है।
आम आदमी पार्टी के गुजरात प्रमुख गोपाल इटालिया की एक तस्वीर इंटरनेट पर वायरल हो रही है। उसमें आप उन्हें कथित तौर पर सलाखों के पीछे खड़े हुये देख सकते है। इसके साथ दावा किया जा रहा है कि गोपाल इटालिया की तस्वीर दिल्ली की है, जहाँ पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है। इस तस्वीर को यूज़र गुजरात चुनाव से जोड़कर, इसके लिये भाजपा को जिम्मेदार ठहराकर इसे वायरल कर रहे है।
वायरल हो रहो पोस्ट में यूज़र ने लिखा है, “गुजरात में भारतीय जनता पार्टी का किला बुरी तरह ध्वस्त हो रहा है। बौखलाई हुई भारतीय जनता पार्टी ने आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भाई गोपाल इटालिया को दिल्ली में पुलिस द्बारा गिरफ्तार करवाया। कितने भी पैर पीट लो कंस को मारने के लिए कृष्ण का जन्म हो चुका है।“ (शब्दश:)
अनुसंधान से पता चलता है कि…
सबसे पहले हमने इस तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें यही तस्वीर वाइबस् ऑफ इंडिया नामक एक वेबसाइट पर 2 मई को प्रकाशित की हुई मिली। आप नीचे देख सकते है।
इसके साथ दी गयी जानकारी में बताया गया है कि कुछ महिनों बाद होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले, सूरत में आप और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झडप हुई। एक दिन पहले गतरोज सूरत नगर पालिका में प्रदर्शन कर रहे आप के पार्षदों समेत कार्यकर्ताओं को पुलिस और अन्य अधिकारियों ने पीटा। जिसके विरोध में आप के कार्यकर्ता सूरत में स्थित भाजपा के मुख्यालय में प्रदर्शन करने गये थे। वहाँ पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने गोपाल इटालिया के साथ पार्टी के कई अन्य नेता और कार्यकर्ताओं की पिटाई कर दी। इस घटना के बाद पुलिस ने गोपाल इटालिया सहित आम आदमी पार्टी के 10 नेताओं को गिरफ्तार किया था। और यह तस्वीर उसी घटना की है।
2 मई को टी.वी9 गुजराती के यूट्यूब चैनल पर प्रसारित रिपोर्ट में भी आप इस तस्वीर को देख सकते है।
इससे हम कह सकते है कि यह तस्वीर अभी की नहीं बल्कि पुरानी है।
दिल्ली में गोपाल इटालिया की गिरफ्तारी की घटना क्या है?
इसके लिये हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च किया। हमें इंडियन एक्प्रेस द्वारा 14 अक्टूबर को प्रकाशित खबर मिली। उसमें बताया गया है कि 13 अक्टूबर को दिल्ली पुलिस ने गोपाल इटालिया को राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) कार्यालय से एक वीडियो के सिलसिले में हिरासत में लिया था। और उन्हें तीन घंटे बाद रिहा भी कर दिया गया था। जिस वीडियो के लिये उन्हें गिरफ्तार किया गया था उसमें उन्होंने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के लिये अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया था। वीडियो में इटालिया को पीएम मोदी को फटकारते और उन पर जातिवादी टिप्पणी करते देखा जा सकता है।
दरअसल, एन.सी.डब्ल्यू ने 9 अक्टूबर इटालिया को वायरल हो रहे वीडियो के सिलसिले में एक समन जारी किया था। उनके मुताबिक उस वीडियो में इटालिया ने महिलाओं के विरोध में शर्मनाक और निंदनीय बातें भी कही थी। इसलिये उन्हें एन.सी.डब्ल्यू के कार्यालय में बुलाया गया था। कार्यालय के बाहर आप के कार्यकर्ता जमा हो गये थे और स्थिति को नियंत्रन में लाने के लिये इटालिया को गिरफ्तार किया गया था।
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रही तस्वीर के साथ किया गया दावा आंशिक रूप से गलत है। यह तस्वीर दिल्ली के जेल की नहीं बल्कि सूरत की है। इसका गोपाल इटालिया के हाल ही में हुई गिरफ्तारी से कोई संबन्ध नहीं है।
Title:‘आप’ के नेता गोपाल इटालिया की जेल जाने की पुरानी तस्वीर गलत दावे के साथ वायरल
Fact Check By: Samiksha KhandelwalResult: Partly False
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